[सूत्र] भिक्खू य राओ वा वियाले वा आहच्च वीसुंभेज्जा, तं च सरीरगं केइ वेयावच्चकरे इच्छेज्जा एगंते बहुफासुए पएसे परिट्ठवेत्तए, अत्थि या इत्थ केइ सागारियसंतिए उवगरणजाए अचित्ते परिहरणारिहे, कप्पइ से सागारियकडं गहाय तं सरीरगं एगंते बहुफासुए पएसे परिट्ठवेत्ता तत्थेव उवनिक्खिवियव्वे सिया।
Sutra Meaning :
यदि कोई साधु रात को या विकाल संध्या के वक्त मर जाए तो उस मृत भिक्षु के शरीर को किसी वैयावच्च करनेवाले साधु एकान्त में सर्वथा अचित्त प्रदेश से परठने के लिए चाहे तब यदि वहाँ उपयोग में आ सके वैसा गृहस्थ का अचत्त उपकरण हो तो वो उपकरण गृहस्थ का ही है ऐसा मानकर ग्रहण करे। उससे उस मृत भिक्षु के शरीर को एकान्त में सर्वथा अचित्त प्रदेश में परठवे। उसके बाद उस उपकरण को यथास्थान रख दे।
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] bhikkhu ya rao va viyale va ahachcha visumbhejja, tam cha sariragam kei veyavachchakare ichchhejja egamte bahuphasue paese paritthavettae, atthi ya ittha kei sagariyasamtie uvagaranajae achitte pariharanarihe, kappai se sagariyakadam gahaya tam sariragam egamte bahuphasue paese paritthavetta tattheva uvanikkhiviyavve siya.
Sutra Meaning Transliteration :
Yadi koi sadhu rata ko ya vikala samdhya ke vakta mara jae to usa mrita bhikshu ke sharira ko kisi vaiyavachcha karanevale sadhu ekanta mem sarvatha achitta pradesha se parathane ke lie chahe taba yadi vaham upayoga mem a sake vaisa grihastha ka achatta upakarana ho to vo upakarana grihastha ka hi hai aisa manakara grahana kare. Usase usa mrita bhikshu ke sharira ko ekanta mem sarvatha achitta pradesha mem parathave. Usake bada usa upakarana ko yathasthana rakha de.