[सूत्र] नो कप्पइ निग्गंथाण वा निग्गंथीण वा आमे तालपलंबे अभिन्ने पडिगाहित्तए।
Sutra Meaning :
साधु – साध्वी को आम और केले कटे हुए न हो तो लेना नहीं कल्पता। (यहाँ अभिन्न शब्द का अर्थ शस्त्र से अपरिणत ऐसा भी होता है। यानि किसी भी शस्त्र द्वारा वो अचित्त किया हुआ होना चाहिए। केवल छेदन – भेदन से आम अचित्त न भी हुआ हो। ताल प्रलम्ब शब्द से केला ऐसा अर्थ चूर्णी – वृत्ति के सहारे से किया गया है, लेकिन वहाँ अभिन्न शब्द का अर्थ अपक्व ऐसा होता है, उपलक्षण से तो सारे फल का यहाँ ग्रहण करना ऐसा समझना )
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] no kappai niggamthana va niggamthina va ame talapalambe abhinne padigahittae.
Sutra Meaning Transliteration :
Sadhu – sadhvi ko ama aura kele kate hue na ho to lena nahim kalpata. (yaham abhinna shabda ka artha shastra se aparinata aisa bhi hota hai. Yani kisi bhi shastra dvara vo achitta kiya hua hona chahie. Kevala chhedana – bhedana se ama achitta na bhi hua ho. Tala pralamba shabda se kela aisa artha churni – vritti ke sahare se kiya gaya hai, lekina vaham abhinna shabda ka artha apakva aisa hota hai, upalakshana se to sare phala ka yaham grahana karana aisa samajhana )