Sutra Navigation: Gyatadharmakatha ( ધર્મકથાંગ સૂત્ર )
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1104875 | ||
Scripture Name( English ): | Gyatadharmakatha | Translated Scripture Name : | ધર્મકથાંગ સૂત્ર |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Gujarati |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१६ अवरकंका |
Translated Chapter : |
શ્રુતસ્કંધ-૧ અધ્યયન-૧૬ અવરકંકા |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 175 | Category : | Ang-06 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] तए णं तस्स कच्छुल्लनारयस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए चिंतिए पत्थिए मनोगए संकप्पे समुप्पज्जित्था–अहो णं दोवई देवी रूवेण य जोव्वणेण य लावण्णेण य पंचहिं पंडवेहिं अवत्थद्धा समाणी ममं नो आढाइ नो परियाणइ नो अब्भुट्ठेइ नो पज्जुवासइ। तं सेयं खलु मम दोवईए देवीए विप्पियं करेत्तए त्ति कट्टु एवं संपेहेइ, संपेहेत्ता पंडुरायं आपुच्छइ, आपुच्छित्ता उप्पयणिं विज्जं आवाहेइ, आवाहेत्ता ताए उक्किट्ठाए तुरियाए चवलाए चंडाए सिग्घाए उद्धुयाए जइणाए छेयाए विज्जाहरगईए लवणसमुद्दं मज्झंमज्झेणं पुरत्थाभिमुहे वीईवइउं पयत्ते यावि होत्था। तेणं कालेणं तेणं समएणं धायइसंडे दीवे पुरत्थिमद्ध-दाहिणड्ढ-भरहवासे अवरकंका नामं रायहाणी होत्था। तत्थ णं अवरकंकाए रायहाणीए पउमनाभे नामं राया होत्था–महयाहिमवंत-महंत-मलय-मंदर-महिंदसारे वण्णओ। तस्स णं पउमनाभस्स रन्नो सत्त देवीसयाइं ओरोहे होत्था। तस्स णं पउमनाभस्स रन्नो सुनाभे नामं पुत्ते जुवरायावि होत्था। तए णं से पउमनाभे राया अंतोअंतेउरंसि ओरोह-संपरिवुडे सीहासनवरगए विहरइ। तए णं से कच्छुल्लनारए जेणेव अवरकंका रायहाणी जेणेव पउमनाभस्स भवने तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पउमनाभस्स रन्नो भवणंसि झत्तिवेगेण सगोवइए। तए णं से पउमनाभे राया कच्छुल्लनारयं एज्जमाणं पासइ, पासित्ता आसणाओ अब्भुट्ठेइ, अब्भुट्ठेत्ता अग्घेणं पज्जेणं आसणेणं उवनिमंतेइ। तए णं से कच्छुल्लनारए उदगपरिफोसियाए दब्भोवरिपच्चत्थुयाए भिसियाए निसीयइ, निसीइत्ता पउमनाभं रायं रज्जे य रट्ठे य कोसे य कोट्ठागारे य बले य वाहणे य पुरे य अंतेउरे य कुसलोदंतं आपुच्छइ। तए णं से पउमनाभे राया नियगओरोहे जायविम्हए कच्छुल्लनारयं एवं वयासी–तुमं देवानुप्पिया! बहूणि गामा-गर-नगर-खेड-कब्बड-दोणमुह-मडंब-पट्टण-आसम-निगम-संबाह-सन्नि-वेसाइं आहिंडसि, बहूण य राईसर-तलवर-माडंबिय-कोडुं-बिय-इब्भ-सेट्ठि-सेनावइ-सत्थवाह-पभिईणं गिहाइं अनुपविससि, तं अत्थियाइं ते कहिंचि देवानुप्पिया! एरिसए ओरोहे दिट्ठपुव्वे, जारिसए णं मम ओरोहे? तए णं से कच्छुल्लनारए पउमनाभेणं एवं वुत्ते समाणे ईसि विहसियं करेइ, करेत्ता एवं वयासी–सरिसे णं तुमं पउमनाभा! तस्स अगडदद्दुरस्स। के णं देवानुप्पिया! से अगडदद्दुरे? पउमनाभा! से जहानामए अगडदद्दुरे सिया। सेणं तत्थ जाए तत्थेव दुड्ढे अन्न अगडं वा तलागं वा दहं वा सरं वा सागरं वा अपासमाणे मण्णइ–अयं चेव अगडे वा तलागे वा दहे वा सरे वा सागरे वा। तए णं तं कूवं अन्ने सामुद्दए दद्दुरे हव्वमागए। तए णं से कूवदद्दुरे तं सामुद्दयं दद्दुरं एवं वयासी–से के तुमं देवानुप्पिया! कत्तो वा इह हव्वमागए? तए णं से सामुद्दए दद्दुरे तं कूवदद्दुरं एवं वयासी–एवं खलु देवानुप्पिया! अहं सामुद्दए दद्दुरे। तए णं से कूवदद्दुरे तं सामुद्दयं दद्दुरं एवं वयासी–केमहालए णं देवानुप्पिया! से समुद्दे? तए णं से सामुद्दए दद्दुरे तं कूवदद्दुरं एवं वयासी–महालए णं देवानुप्पिया! समुद्दे। तए णं से कूवदद्दुरे पाएणं लीहं कड्ढेइ, कड्ढेत्ता एवं वयासी–एमहालए णं देवानुप्पिया! से समुद्दे? नो इणट्ठे समट्ठे। महालए णं से समुद्दे। तए णं से कूवदद्दुरे पुरत्थिमिल्लाओ तीराओ उप्फिडित्ता णं पच्चत्थिमिल्लं तीरं गच्छइ, गच्छित्ता एवं वयासी–एमहालए णं देवानुप्पिया! से समुद्दे? नो इणट्ठे समट्ठे। एवामेव तुमं पि पउमनाभा! अन्नेसिं बहूणं राईसर जाव सत्थवाहप्पभिईणं भज्जं वा भगिनिं वा धूयं वा सुण्हं वा अपासमाणे जाणसि जारिसए मम चेव णं ओरोहे, तारिसए णो अन्नेसिं। एवं खलु देवानुप्पिया! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे हत्थिणाउरे नयरे दुपयस्स रन्नो धूया चुलणीए देवीए अत्तया पंडुस्स सुण्हा पंचण्हं पंडवाणं भारिया दीवई नामं देवी रूवेण य जोवण्णेण य लावण्णेण य उक्किट्ठा उक्किट्ठसरीरा। दोवईए णं देवीए छिन्नस्सवि पायंगुट्ठस्स अयं तव ओरोहे सयंपि कलं न अग्घइ त्ति कट्टु पउमनाभं आपुच्छइ, आपुच्छित्ता जामेव दिसिं पाउब्भूए तामेव दिसिं पडिगए। तए णं से पउमनाभे राया कच्छुल्लनारयस्स अंतिए एयमट्ठं सोच्चा निसम्म दोवईए देवीए रूवे य जोवण्णे य लावण्णे य मुच्छिए गढिए गिद्धे अज्झोववण्णे जेणेव पोसहसाला तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पोसहसालं अनुप्पविसइ, अनुप्पविसित्ता पुव्वसंगइयं देवं मनसीकरेमाणे-मनसी-करेमाणे चिट्ठइ। तए णं पउमनाभस्स रन्नो अट्ठमभत्तंसि परिणममाणंसि पुव्वसंगइओ देवो जाव आगओ। भणंतु णं देवानुप्पिया! जं मए कायव्वं। तए णं से पउमनाभे पुव्वसंगइयं देवं एवं वयासी–एवं खलु देवानुप्पिया! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे हत्थिणाउरे नयरे दुपयस्स रन्नो धूया चुलणीए देवीए अत्तया पंडुस्स सुण्हा पंचण्हं पंडवाणं भारिया दोवई नामं देवी रूवेण य जोवण्णेण य लावण्णेण य उक्किट्ठा उक्कट्ठ सरीरा। तं इच्छामि णं देवानुप्पिया! दोवइं देवि इह हव्वमाणीयं। तए णं से पुव्वसंगइए देवे पउमनाभं एवं वयासी–नो खलु देवानुप्पिया! एवं भुयं वा भव्वं वा भविस्सं वा जण्णं दोवई देवी पंच पंडवे मोत्तूणं अन्नेणं पुरिसेणं सद्धिं उरालाइं मानुस्सगाइं भोगभोगाइं भुंजमाणी विहरिस्सइ। तहावि य णं अहं तव पियट्ठयाए दोवइ देविं इहं हव्वमाणेमि त्ति कट्टु पउमनाभं आपुच्छइ, आपुच्छित्ता ताए उक्किट्ठाए तुरियाए चवलाए चंडाए जवणाए सिग्घाए उद्धुयाए दिव्वाए देवगईए लवणसमुद्दं मज्झंमज्झेणं जेणेव हत्थिणाउरे नयरे तेणेव पहारेत्थ गमणाए। तेणं कालेणं तेणं समएणं हत्थिणाउरे नयरे जुहिट्ठिल्ले राया दोवईए देवीए सद्धिं उप्पिं आगासतलगंसि सुहप्प-सुत्ते यावि होत्था। तए णं से पुव्वसंगइए देवे जेणेव जुहिट्ठिल्ले राया जेणेव दोवई देवी तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता दोवईए देवीए ओसोवणिं दलयइ, दलइत्ता दोवइं देविं गिण्हइ, गिण्हित्ता ताए उक्किट्ठाए तुरियाए चवलाए चंडाए जवणाए सिग्घाए उद्धूयाए दिव्वाए देवगईए जेणेव अवरकंका जेणेव पउमनाभस्स भवणे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता पउमनाभस्स भवणंसि असो गवणियाए दोवइं देविं ठावेइ, ठावेत्ता ओसोवणि अवहरइ, अवहरित्ता जेणेव पउमनाभे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता एवं वयासी–एस णं देवानुप्पिया! मए हत्थिणाउराओ दोवई देवी इहं हव्वमाणीया तव असोगवणियाए चिट्ठइ। अओ परं तुमं जाणसि त्ति कट्टु जामेव दिसिं पाउब्भूए तामेव दिसिं पडिगए। तए णं सा दोवइ देवी तओ मुहुत्तंतरस्स पडिबुद्धा समाणी तं भवणं असोगवणियं च अपच्चभिजाणमाणी एवं वयासी–नो खलु अम्हं एसे सए भवने नो खलु एसा अम्हं सगा असोगवणिया। तं न नज्जइ णं अहं केणइ देवेन वा दानवेन वा किन्नरेण वा किंपुरिसेण वा महोरगेण वा गंधव्वेण वा अन्नस्स रन्नो असोगवणियं साहरिय त्ति कट्टु ओहयमनसंकप्पा करतलपल्हत्थमुही अट्टज्झाणोवगया ज्झियायइ। तए णं से पउमनाभे राया ण्हाए जाव सव्वालंकारविभूसिए अंतेउर-परियाल-संपरिवुडे जेणेव असोगवणिया जेणेव दोवई देवी तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता दोवइं देविं ओहयमनसंकप्पं करतलपल्हत्थमुहिं अट्टज्झाणोवगयं ज्झियायमाणिं पासइ, पासित्ता एवं वयासी–किन्नं तुमं देवानुप्पिए! ओहयमनसंकप्पा करतलपल्हत्थमुही अट्टज्झाणोवगया ज्झियाहि? एवं खलु तुमं देवानुप्पिए! मम पुव्वसंगइएणं देवेणं जंबुद्दीवाओ दीवाओ भारहाओ वासाओ हत्थिणाउराओ नयराओ जुहिट्ठिलस्स रन्नो भवणाओ साहरिया। तं मा णं तुमं देवानुप्पिया! ओहयमनसंकप्पा करतलपल्हत्थमुही अट्टज्झाणोवगया ज्झियाहि। तुमं णं मए सद्धिं विपुलाइं भोगभोगाइं भुंजमाणी विहराहि। तए णं सा दोवई देवी पउमनाभं एवं वयासी–एवं खलु देवानुप्पिया! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे बारवईए नयरीए कण्हे नामं वासुदेवे मम पियभाउए परिवसइ। तं जइ णं से छण्हं मासाणं मम कूवं नो हव्वमागच्छइ, तए णं अहं देवानुप्पिया! जं तुमं वदसि, तस्स आणा-ओवाय-वयणनिद्देसे चिट्ठिस्सामि। तए णं से पउमनाभं दोवईए देवीए एयमट्ठं पडिसुणेइ, पडिसुणेत्ता दोवइं देविं कण्णंतेउरे ठवेइ। तए णं सा दोवई देवी छट्ठंछट्ठेणं अनिक्खित्तेणं आयंबिल-परिग्गहिएणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणी विहरइ। | ||
Sutra Meaning : | જુઓ સૂત્ર ૧૭૨ | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] tae nam tassa kachchhullanarayassa imeyaruve ajjhatthie chimtie patthie manogae samkappe samuppajjittha–aho nam dovai devi ruvena ya jovvanena ya lavannena ya pamchahim pamdavehim avatthaddha samani mamam no adhai no pariyanai no abbhutthei no pajjuvasai. Tam seyam khalu mama dovaie devie vippiyam karettae tti kattu evam sampehei, sampehetta pamdurayam apuchchhai, apuchchhitta uppayanim vijjam avahei, avahetta tae ukkitthae turiyae chavalae chamdae sigghae uddhuyae jainae chheyae vijjaharagaie lavanasamuddam majjhammajjhenam puratthabhimuhe viivaium payatte yavi hottha. Tenam kalenam tenam samaenam dhayaisamde dive puratthimaddha-dahinaddha-bharahavase avarakamka namam rayahani hottha. Tattha nam avarakamkae rayahanie paumanabhe namam raya hottha–mahayahimavamta-mahamta-malaya-mamdara-mahimdasare vannao. Tassa nam paumanabhassa ranno satta devisayaim orohe hottha. Tassa nam paumanabhassa ranno sunabhe namam putte juvarayavi hottha. Tae nam se paumanabhe raya amtoamteuramsi oroha-samparivude sihasanavaragae viharai. Tae nam se kachchhullanarae jeneva avarakamka rayahani jeneva paumanabhassa bhavane teneva uvagachchhai, uvagachchhitta paumanabhassa ranno bhavanamsi jhattivegena sagovaie. Tae nam se paumanabhe raya kachchhullanarayam ejjamanam pasai, pasitta asanao abbhutthei, abbhutthetta agghenam pajjenam asanenam uvanimamtei. Tae nam se kachchhullanarae udagapariphosiyae dabbhovaripachchatthuyae bhisiyae nisiyai, nisiitta paumanabham rayam rajje ya ratthe ya kose ya kotthagare ya bale ya vahane ya pure ya amteure ya kusalodamtam apuchchhai. Tae nam se paumanabhe raya niyagaorohe jayavimhae kachchhullanarayam evam vayasi–tumam devanuppiya! Bahuni gama-gara-nagara-kheda-kabbada-donamuha-madamba-pattana-asama-nigama-sambaha-sanni-vesaim ahimdasi, bahuna ya raisara-talavara-madambiya-kodum-biya-ibbha-setthi-senavai-satthavaha-pabhiinam gihaim anupavisasi, tam atthiyaim te kahimchi devanuppiya! Erisae orohe ditthapuvve, jarisae nam mama orohe? Tae nam se kachchhullanarae paumanabhenam evam vutte samane isi vihasiyam karei, karetta evam vayasi–sarise nam tumam paumanabha! Tassa agadadaddurassa. Ke nam devanuppiya! Se agadadaddure? Paumanabha! Se jahanamae agadadaddure siya. Senam tattha jae tattheva duddhe anna agadam va talagam va daham va saram va sagaram va apasamane mannai–ayam cheva agade va talage va dahe va sare va sagare va. Tae nam tam kuvam anne samuddae daddure havvamagae. Tae nam se kuvadaddure tam samuddayam dadduram evam vayasi–se ke tumam devanuppiya! Katto va iha havvamagae? Tae nam se samuddae daddure tam kuvadadduram evam vayasi–evam khalu devanuppiya! Aham samuddae daddure. Tae nam se kuvadaddure tam samuddayam dadduram evam vayasi–kemahalae nam devanuppiya! Se samudde? Tae nam se samuddae daddure tam kuvadadduram evam vayasi–mahalae nam devanuppiya! Samudde. Tae nam se kuvadaddure paenam liham kaddhei, kaddhetta evam vayasi–emahalae nam devanuppiya! Se samudde? No inatthe samatthe. Mahalae nam se samudde. Tae nam se kuvadaddure puratthimillao tirao upphiditta nam pachchatthimillam tiram gachchhai, gachchhitta evam vayasi–emahalae nam devanuppiya! Se samudde? No inatthe samatthe. Evameva tumam pi paumanabha! Annesim bahunam raisara java satthavahappabhiinam bhajjam va bhaginim va dhuyam va sunham va apasamane janasi jarisae mama cheva nam orohe, tarisae no annesim. Evam khalu devanuppiya! Jambuddive dive bharahe vase hatthinaure nayare dupayassa ranno dhuya chulanie devie attaya pamdussa sunha pamchanham pamdavanam bhariya divai namam devi ruvena ya jovannena ya lavannena ya ukkittha ukkitthasarira. Dovaie nam devie chhinnassavi payamgutthassa ayam tava orohe sayampi kalam na agghai tti kattu paumanabham apuchchhai, apuchchhitta jameva disim paubbhue tameva disim padigae. Tae nam se paumanabhe raya kachchhullanarayassa amtie eyamattham sochcha nisamma dovaie devie ruve ya jovanne ya lavanne ya muchchhie gadhie giddhe ajjhovavanne jeneva posahasala teneva uvagachchhai, uvagachchhitta posahasalam anuppavisai, anuppavisitta puvvasamgaiyam devam manasikaremane-manasi-karemane chitthai. Tae nam paumanabhassa ranno atthamabhattamsi parinamamanamsi puvvasamgaio devo java agao. Bhanamtu nam devanuppiya! Jam mae kayavvam. Tae nam se paumanabhe puvvasamgaiyam devam evam vayasi–evam khalu devanuppiya! Jambuddive dive bharahe vase hatthinaure nayare dupayassa ranno dhuya chulanie devie attaya pamdussa sunha pamchanham pamdavanam bhariya dovai namam devi ruvena ya jovannena ya lavannena ya ukkittha ukkattha sarira. Tam ichchhami nam devanuppiya! Dovaim devi iha havvamaniyam. Tae nam se puvvasamgaie deve paumanabham evam vayasi–no khalu devanuppiya! Evam bhuyam va bhavvam va bhavissam va jannam dovai devi pamcha pamdave mottunam annenam purisenam saddhim uralaim manussagaim bhogabhogaim bhumjamani viharissai. Tahavi ya nam aham tava piyatthayae dovai devim iham havvamanemi tti kattu paumanabham apuchchhai, apuchchhitta tae ukkitthae turiyae chavalae chamdae javanae sigghae uddhuyae divvae devagaie lavanasamuddam majjhammajjhenam jeneva hatthinaure nayare teneva paharettha gamanae. Tenam kalenam tenam samaenam hatthinaure nayare juhitthille raya dovaie devie saddhim uppim agasatalagamsi suhappa-sutte yavi hottha. Tae nam se puvvasamgaie deve jeneva juhitthille raya jeneva dovai devi teneva uvagachchhai, uvagachchhitta dovaie devie osovanim dalayai, dalaitta dovaim devim ginhai, ginhitta tae ukkitthae turiyae chavalae chamdae javanae sigghae uddhuyae divvae devagaie jeneva avarakamka jeneva paumanabhassa bhavane teneva uvagachchhai, uvagachchhitta paumanabhassa bhavanamsi aso gavaniyae dovaim devim thavei, thavetta osovani avaharai, avaharitta jeneva paumanabhe teneva uvagachchhai, uvagachchhitta evam vayasi–esa nam devanuppiya! Mae hatthinaurao dovai devi iham havvamaniya tava asogavaniyae chitthai. Ao param tumam janasi tti kattu jameva disim paubbhue tameva disim padigae. Tae nam sa dovai devi tao muhuttamtarassa padibuddha samani tam bhavanam asogavaniyam cha apachchabhijanamani evam vayasi–no khalu amham ese sae bhavane no khalu esa amham saga asogavaniya. Tam na najjai nam aham kenai devena va danavena va kinnarena va kimpurisena va mahoragena va gamdhavvena va annassa ranno asogavaniyam sahariya tti kattu ohayamanasamkappa karatalapalhatthamuhi attajjhanovagaya jjhiyayai. Tae nam se paumanabhe raya nhae java savvalamkaravibhusie amteura-pariyala-samparivude jeneva asogavaniya jeneva dovai devi teneva uvagachchhai, uvagachchhitta dovaim devim ohayamanasamkappam karatalapalhatthamuhim attajjhanovagayam jjhiyayamanim pasai, pasitta evam vayasi–kinnam tumam devanuppie! Ohayamanasamkappa karatalapalhatthamuhi attajjhanovagaya jjhiyahi? Evam khalu tumam devanuppie! Mama puvvasamgaienam devenam jambuddivao divao bharahao vasao hatthinaurao nayarao juhitthilassa ranno bhavanao sahariya. Tam ma nam tumam devanuppiya! Ohayamanasamkappa karatalapalhatthamuhi attajjhanovagaya jjhiyahi. Tumam nam mae saddhim vipulaim bhogabhogaim bhumjamani viharahi. Tae nam sa dovai devi paumanabham evam vayasi–evam khalu devanuppiya! Jambuddive dive bharahe vase baravaie nayarie kanhe namam vasudeve mama piyabhaue parivasai. Tam jai nam se chhanham masanam mama kuvam no havvamagachchhai, tae nam aham devanuppiya! Jam tumam vadasi, tassa ana-ovaya-vayananiddese chitthissami. Tae nam se paumanabham dovaie devie eyamattham padisunei, padisunetta dovaim devim kannamteure thavei. Tae nam sa dovai devi chhatthamchhatthenam anikkhittenam ayambila-pariggahienam tavokammenam appanam bhavemani viharai. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Juo sutra 172 |