Sutra Navigation: Jambudwippragnapati ( जंबुद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1007849 | ||
Scripture Name( English ): | Jambudwippragnapati | Translated Scripture Name : | जंबुद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
वक्षस्कार ६ जंबुद्वीपगत पदार्थ |
Translated Chapter : |
वक्षस्कार ६ जंबुद्वीपगत पदार्थ |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 249 | Category : | Upang-07 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे कइ वासा पन्नत्ता? गोयमा! सत्त वासा पन्नत्ता, तं जहा–भरहे एरवए हेमवए हेरण्णवए हरिवासे रम्मगवासे महाविदेहे। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया वासहरा पन्नत्ता? केवइया मंदरा पव्वया? केवइया चित्तकूडा? केवइया विचित्तकूडा? केवइया जमगपव्वया? केवइया कंचनगपव्वया? केवइया वक्खारा? केवइया दीहवेयड्ढा? केवइया वट्ठवेयड्ढा पन्नत्ता? गोयमा! जंबुद्दीवे दीवे छ वासहरपव्वया, एगे मंदर पव्वए, एगे चित्तकूडे, एगे विचित्तकूडे, दो जमगपव्वया, दो कंचनगपव्वय-सया, वीसं वक्खारपव्वया, चोत्तीसं दीहवेयड्ढा, चत्तारि वट्टवेयड्ढा–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे दुन्नि अउनत्तरा पव्वयसया भवंतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया वासहरकूडा? केवइया वक्खारकूडा? केवइया वेयड्ढकूडा? केवइया मंदरकूडा पन्नत्ता? गोयमा! छप्पन्नं वासहरकूडा, छण्णउइं वक्खारकूडा, तिन्नि छलुत्तरा वेयड्ढकूडसया, नव मंदरकूडा पन्नत्ता–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे चत्तारि सत्तट्ठा कूडसया भवंतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे भरहे वासे कइ तित्था पन्नत्ता? गोयमा! तओ तित्था पन्नत्ता, तं जहा–मागहे वरदामे पभासे। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे एरवए वासे कइ तित्था पन्नत्ता? गोयमा! तओ तित्था पन्नत्ता, तं जहा–मागहे वरदामे पभासे। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे महाविदेहे वासे एगमेगे चक्कवट्टिविजए कइ तित्था पन्नत्ता? गोयमा! तओ तित्था पन्नत्ता, तं जहा–मागहे वरदामे पभासे–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे एगे बिउत्तरे तित्थसए भवतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइयाओ विज्जाहरसेढीओ? केवइयाओ आभिओगसेढीओ पन्नत्ताओ? गोयमा! जंबुद्दीवे दीवे अट्ठसट्ठी विज्जाहरसेढीओ, अट्ठसट्ठी आभिओगसेढीओ पन्नत्ताओ–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे छत्तीसे सेढीसए भवतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया चक्कवट्टिविजया? केवइयाओ रायहानीओ? केवइयाओ तिमिसगुहाओ? केवइयाओ खंडप्पवायगुहाओ? केवइया कयमालया देवा? केवइया नट्टमालया देवा? केवइया उसभकूडा पव्वया पन्नत्ता? गोयमा! जंबुद्दीवे दीवे चोत्तीसं चक्कवट्टिविजया, चोत्तीसं रायहानीओ, चोत्तीसं तिमिसगुहाओ, चोत्तीसं खंडप्पवायगुहाओ, चोत्तीसं कयमा-लया देवा, चोत्तीसं नट्टमालया देवा, चोत्तीसं उसभकूडा पव्वया पन्नत्ता। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया महद्दहा पन्नत्ता? गोयमा! सोलस महद्दहा पन्नत्ता। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइयाओ महानईओ वासहरपवहाओ? केवइयाओ महानईओ कुंडप्पवाहाओ पन्नत्ताओ? गोयमा! जंबुद्दीवे दीवे चोद्दस महानईओ वासहरपवहाओ, छावत्तरिं महानईओ कुंडप्पवाहाओ– एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे णउइं महानईओ भवंतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे भरहेरवएसु वासेसु कइ महानईओ पन्नत्ताओ? गोयमा! चत्तारि महानईओ पन्नत्ताओ, तं जहा– गंगा सिंधू रत्ता रत्तवई। तत्थ णं एगमेगा महानई चउद्दसहिं सलिलासहस्सेहिं समग्गा पुरत्थिमपच्चत्थिमेणं लवणसमुद्दं समप्पेइ–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवएसु वासेसु छप्पन्नं सलिलासहस्सा भवंतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे हेमवय-हेरण्णवएसु वासेसु कइ महानईओ पन्नत्ताओ? गोयमा! चत्तारि महानईओ पन्नत्ताओ, तं जहा–रोहिया रोहियंसा सुवण्णकूला रुप्पकूला। तत्थ णं एगमेगा महानई अट्ठावीसाए-अट्ठावीसाए सलिलासहस्सेहिं समग्गा पुरत्थिमपच्चत्थिमेणं लवणसमुद्दं समप्पेइ–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे हेमवय-हेरण्णवएसु वासेसु बारसुत्तरे सलि-लासयसहस्से भवतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे हरिवासरम्मगवासेसु कइ महानईओ पन्नत्ताओ? गोयमा! चत्तारि महानईओ पन्नत्ताओ, तं जहा–हरी हरिकंता नारकंता नरिकंता। तत्थ णं एगमेगा महानई छप्पन्नाए-छप्पन्नाए सलिलासहस्सेहिं समग्गा पुरत्थिमपच्चत्थिमेणं लवणसमुद्दं समप्पेइ– एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे हरिवास-रम्मगवासेसु दो चउवीसा सलिलासयसहस्सा भवंतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे महाविदेहे वासे कइ महानईओ पन्नत्ताओ? गोयमा! दो महानईओ पन्नत्ताओ, तं जहा–सीया य सीतोदा य। तत्थ णं एगमेगा महानई पंचहिं-पंचहिं सलिलासयसहस्सेहिं बत्तीसाए य सलिलासहस्सेहिं समग्गा पुरत्थिमपच्चत्थिमेणं लवणसमुद्दं समप्पेइ– एवामेव सपुव्वा-वरेणं जंबुद्दीवे दीवे महाविदेहे वासे दस सलिलासयसहस्सा चउसट्ठिं च सलिलासहस्सा भवंतीतिमक्खायं। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दक्खिणेणं केवइया सलिलासयसहस्सा पुरत्थिमपच्चत्थिमाभिमुहा लवणसमुद्दं समप्पेंति? गोयमा! एगे छण्णउए सलिलासयसहस्से पुरत्थिमपच्चत्थिमाभिमुहे लवणसमुद्दं समप्पेइ। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरेणं केवइया सलिलासयसहस्सा पुरत्थिम-पच्चत्थिमाभिमुहा लवणसमुद्दं समप्पेंति? गोयमा! एगे छण्णउए सलिलासयसहस्से पुरत्थिम-पच्चत्थिमाभिमुहे लवणसमुद्दं समप्पेइ। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया सलिलासयसहस्सा पुरत्थिमाभिमुहा लवणसमुद्दं समप्पेंति? गोयमा! सत्त सलिलासयसहस्सा अट्ठावीसं च सहस्सा पुरत्थिमाभिमुहा लवणसमुद्दं समप्पेंति। जंबुद्दीवे णं भंते! दीवे केवइया सलिलासयसहस्सा पच्चत्थिमाभिमुहा लवणसमुद्दं समप्पेंति? गोयमा! सत्त सलिलासयसहस्सा अट्ठावीसं च सहस्सा पच्चत्थिमाभिमुहा लवणसमुद्दं समप्पेंति–एवामेव सपुव्वावरेणं जंबुद्दीवे दीवे चोद्दस सलिलासयसहस्सा छप्पन्नं च सहस्सा भवंतीतिमक्खायं। | ||
Sutra Meaning : | भगवन् ! जम्बूद्वीप में कितने वर्ष – क्षेत्र हैं ? गौतम ! सात, – भरत, ऐरावत, हैमवत, हैरण्यवत, हरिवर्ष, रम्यकवर्ष तथा महाविदेह। जम्बूद्वीप के अन्तर्गत छह वर्षधर पर्वत, एक मन्दर पर्वत, एक चित्रकूट पर्वत, एक विचित्रकूट पर्वत, दो यमक पर्वत, दो सौ काञ्चन पर्वत, बीस वक्षस्कार पर्वत, चौतीस दीर्घ वैताढ्य पर्वत तथा चार वृत्त वैताढ्य पर्वत हैं। यों जम्बूद्वीप में पर्वतों की कुल संख्या २६९ है। जम्बूद्वीप में ५६ वर्षधरकूट, ९६ वक्षस्कार – कूट, ३०६ वैताढ्यकूट तथा नौ मन्दरकूट हैं। इस प्रकार कुल ४६७ कूट होते हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप के अन्तर्गत भरतक्षेत्र में कितने तीर्थ बतलाये गये हैं ? गौतम ! तीन, – मागधतीर्थ, वरदामतीर्थ तथा प्रभासतीर्थ। इसी तरह ऐरवतक्षेत्र और महाविदेहक्षेत्र में भी जानना। यों जम्बूद्वीप के चौतीस विजयों में कुल १०२ तीर्थ हैं। जम्बूद्वीप में अड़सठ विद्याधर – श्रेणियाँ तथा अड़सठ आभियोगिक – श्रेणियाँ हैं। इस प्रकार कुल १३६ श्रेणियाँ हैं। जम्बूद्वीप के अन्तर्गत ३४ – ३४ चक्रवर्तिविजय, राजधानियाँ, तिमिस्र गुफाएं, खण्ड – प्रपात गुफाएं, कृतमालक देव, नृत्तमालक देव तथा ऋषभकूट बतलाये गये हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप के अन्तर्गत् महाद्रह कितने बतलाये गये हैं ? गौतम ! सोलह। जम्बूद्वीप के अन्तर्गत १४ महानदियाँ वर्षधर पर्वतों से निकलती हैं तथा ७६ महानदियाँ कुण्डों से निकलती हैं। कुल मिलाकर ९० महा – नदियाँ हैं। भरत तथा ऐरवत में चार महानदियाँ हैं – गंगा, सिन्धु, रक्ता तथा रक्तवती। एक एक महानदी में चौदह – चौदह हजार नदियाँ मिलती हैं। वे पूर्वी एवं पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती हैं। भरतक्षेत्र में गंगा महानदी पूर्वी लवणसमुद्र में तथा सिन्धु महानदी पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती है। ऐरावत क्षेत्र में रक्ता महानदी पूर्वी लवणसमुद्र में तथा रक्तवती महानदी पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती है। यों जम्बूद्वीप के भरत तथा ऐरावत क्षेत्र में कुल ५६००० नदियाँ हैं। जम्बूद्वीप के अन्तर्गत हैमवत एवं हैरण्यवत क्षेत्र में चार महानदियाँ हैं – रोहिता, रोहितांशा, सुवर्णकुला तथा रूप्यकूला। प्रत्येक महानदी में अठ्ठाईस – अठ्ठाईस हजार नदियाँ मिलती हैं। वे पूर्वी एवं पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती हैं। हैमवत में रोहिता पूर्वी लवणसमुद्र में तथा रोहितांशा पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती हैं। हैरण्यवत में सुवर्णकूला पूर्वी लवणसमुद्र में तथा रूप्यकूला पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती हैं। इस प्रकार जम्बूद्वीप के हैमवत तथा हैरण्यवत क्षेत्र में कुल ११२००० नदियाँ हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप के अन्तर्गत हरिवर्ष तथा रम्यकवर्ष में कितनी महानदियाँ बतलाई गई हैं ? गौतम ! चार – हरिसलिला, हरिकान्ता, नरकान्ता तथा नारीकान्ता। प्रत्येक महानदीमें छप्पन – छप्पन हजार नदियाँ मिलती हैं। हरिवर्ष में हरिसलिला पूर्वी लवणसमुद्र में तथा हरिकान्ता पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती हैं। रम्यकवर्ष में नरकान्ता पूर्वी लवणसमुद्र में तथा नारीकान्ता पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती है। यों जम्बूद्वीप के अन्तर्गत हरिवर्ष तथा रम्यकवर्ष में कुल २२४००० नदियाँ हैं। भगवन् ! जम्बूद्वीप के अन्तर्गत महाविदेह क्षेत्र में दो महानदियाँ हैं – शीता एवं शीतोदा। प्रत्येक महानदी में ५३२००० नदियाँ मिलती हैं। शीता पूर्वी लवणसमुद्र में तथा शीतोदा पश्चिमी लवणसमुद्र में मिलती हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] jambuddive nam bhamte! Dive kai vasa pannatta? Goyama! Satta vasa pannatta, tam jaha–bharahe eravae hemavae herannavae harivase rammagavase mahavidehe. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiya vasahara pannatta? Kevaiya mamdara pavvaya? Kevaiya chittakuda? Kevaiya vichittakuda? Kevaiya jamagapavvaya? Kevaiya kamchanagapavvaya? Kevaiya vakkhara? Kevaiya dihaveyaddha? Kevaiya vatthaveyaddha pannatta? Goyama! Jambuddive dive chha vasaharapavvaya, ege mamdara pavvae, ege chittakude, ege vichittakude, do jamagapavvaya, do kamchanagapavvaya-saya, visam vakkharapavvaya, chottisam dihaveyaddha, chattari vattaveyaddha–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive dunni aunattara pavvayasaya bhavamtitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiya vasaharakuda? Kevaiya vakkharakuda? Kevaiya veyaddhakuda? Kevaiya mamdarakuda pannatta? Goyama! Chhappannam vasaharakuda, chhannauim vakkharakuda, tinni chhaluttara veyaddhakudasaya, nava mamdarakuda pannatta–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive chattari sattattha kudasaya bhavamtitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive bharahe vase kai tittha pannatta? Goyama! Tao tittha pannatta, tam jaha–magahe varadame pabhase. Jambuddive nam bhamte! Dive eravae vase kai tittha pannatta? Goyama! Tao tittha pannatta, tam jaha–magahe varadame pabhase. Jambuddive nam bhamte! Dive mahavidehe vase egamege chakkavattivijae kai tittha pannatta? Goyama! Tao tittha pannatta, tam jaha–magahe varadame pabhase–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive ege biuttare titthasae bhavatitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiyao vijjaharasedhio? Kevaiyao abhiogasedhio pannattao? Goyama! Jambuddive dive atthasatthi vijjaharasedhio, atthasatthi abhiogasedhio pannattao–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive chhattise sedhisae bhavatitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiya chakkavattivijaya? Kevaiyao rayahanio? Kevaiyao timisaguhao? Kevaiyao khamdappavayaguhao? Kevaiya kayamalaya deva? Kevaiya nattamalaya deva? Kevaiya usabhakuda pavvaya pannatta? Goyama! Jambuddive dive chottisam chakkavattivijaya, chottisam rayahanio, chottisam timisaguhao, chottisam khamdappavayaguhao, chottisam kayama-laya deva, chottisam nattamalaya deva, chottisam usabhakuda pavvaya pannatta. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiya mahaddaha pannatta? Goyama! Solasa mahaddaha pannatta. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiyao mahanaio vasaharapavahao? Kevaiyao mahanaio kumdappavahao pannattao? Goyama! Jambuddive dive choddasa mahanaio vasaharapavahao, chhavattarim mahanaio kumdappavahao– evameva sapuvvavarenam jambuddive dive nauim mahanaio bhavamtitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive bharaheravaesu vasesu kai mahanaio pannattao? Goyama! Chattari mahanaio pannattao, tam jaha– gamga simdhu ratta rattavai. Tattha nam egamega mahanai chauddasahim salilasahassehim samagga puratthimapachchatthimenam lavanasamuddam samappei–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive bharaheravaesu vasesu chhappannam salilasahassa bhavamtitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive hemavaya-herannavaesu vasesu kai mahanaio pannattao? Goyama! Chattari mahanaio pannattao, tam jaha–rohiya rohiyamsa suvannakula ruppakula. Tattha nam egamega mahanai atthavisae-atthavisae salilasahassehim samagga puratthimapachchatthimenam lavanasamuddam samappei–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive hemavaya-herannavaesu vasesu barasuttare sali-lasayasahasse bhavatitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive harivasarammagavasesu kai mahanaio pannattao? Goyama! Chattari mahanaio pannattao, tam jaha–hari harikamta narakamta narikamta. Tattha nam egamega mahanai chhappannae-chhappannae salilasahassehim samagga puratthimapachchatthimenam lavanasamuddam samappei– evameva sapuvvavarenam jambuddive dive harivasa-rammagavasesu do chauvisa salilasayasahassa bhavamtitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive mahavidehe vase kai mahanaio pannattao? Goyama! Do mahanaio pannattao, tam jaha–siya ya sitoda ya. Tattha nam egamega mahanai pamchahim-pamchahim salilasayasahassehim battisae ya salilasahassehim samagga puratthimapachchatthimenam lavanasamuddam samappei– evameva sapuvva-varenam jambuddive dive mahavidehe vase dasa salilasayasahassa chausatthim cha salilasahassa bhavamtitimakkhayam. Jambuddive nam bhamte! Dive mamdarassa pavvayassa dakkhinenam kevaiya salilasayasahassa puratthimapachchatthimabhimuha lavanasamuddam samappemti? Goyama! Ege chhannaue salilasayasahasse puratthimapachchatthimabhimuhe lavanasamuddam samappei. Jambuddive nam bhamte! Dive mamdarassa pavvayassa uttarenam kevaiya salilasayasahassa puratthima-pachchatthimabhimuha lavanasamuddam samappemti? Goyama! Ege chhannaue salilasayasahasse puratthima-pachchatthimabhimuhe lavanasamuddam samappei. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiya salilasayasahassa puratthimabhimuha lavanasamuddam samappemti? Goyama! Satta salilasayasahassa atthavisam cha sahassa puratthimabhimuha lavanasamuddam samappemti. Jambuddive nam bhamte! Dive kevaiya salilasayasahassa pachchatthimabhimuha lavanasamuddam samappemti? Goyama! Satta salilasayasahassa atthavisam cha sahassa pachchatthimabhimuha lavanasamuddam samappemti–evameva sapuvvavarenam jambuddive dive choddasa salilasayasahassa chhappannam cha sahassa bhavamtitimakkhayam. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Bhagavan ! Jambudvipa mem kitane varsha – kshetra haim\? Gautama ! Sata, – bharata, airavata, haimavata, hairanyavata, harivarsha, ramyakavarsha tatha mahavideha. Jambudvipa ke antargata chhaha varshadhara parvata, eka mandara parvata, eka chitrakuta parvata, eka vichitrakuta parvata, do yamaka parvata, do sau kanchana parvata, bisa vakshaskara parvata, chautisa dirgha vaitadhya parvata tatha chara vritta vaitadhya parvata haim. Yom jambudvipa mem parvatom ki kula samkhya 269 hai. Jambudvipa mem 56 varshadharakuta, 96 vakshaskara – kuta, 306 vaitadhyakuta tatha nau mandarakuta haim. Isa prakara kula 467 kuta hote haim. Bhagavan ! Jambudvipa ke antargata bharatakshetra mem kitane tirtha batalaye gaye haim\? Gautama ! Tina, – magadhatirtha, varadamatirtha tatha prabhasatirtha. Isi taraha airavatakshetra aura mahavidehakshetra mem bhi janana. Yom jambudvipa ke chautisa vijayom mem kula 102 tirtha haim. Jambudvipa mem arasatha vidyadhara – shreniyam tatha arasatha abhiyogika – shreniyam haim. Isa prakara kula 136 shreniyam haim. Jambudvipa ke antargata 34 – 34 chakravartivijaya, rajadhaniyam, timisra guphaem, khanda – prapata guphaem, kritamalaka deva, nrittamalaka deva tatha rishabhakuta batalaye gaye haim. Bhagavan ! Jambudvipa ke antargat mahadraha kitane batalaye gaye haim\? Gautama ! Solaha. Jambudvipa ke antargata 14 mahanadiyam varshadhara parvatom se nikalati haim tatha 76 mahanadiyam kundom se nikalati haim. Kula milakara 90 maha – nadiyam haim. Bharata tatha airavata mem chara mahanadiyam haim – gamga, sindhu, rakta tatha raktavati. Eka eka mahanadi mem chaudaha – chaudaha hajara nadiyam milati haim. Ve purvi evam pashchimi lavanasamudra mem milati haim. Bharatakshetra mem gamga mahanadi purvi lavanasamudra mem tatha sindhu mahanadi pashchimi lavanasamudra mem milati hai. Airavata kshetra mem rakta mahanadi purvi lavanasamudra mem tatha raktavati mahanadi pashchimi lavanasamudra mem milati hai. Yom jambudvipa ke bharata tatha airavata kshetra mem kula 56000 nadiyam haim. Jambudvipa ke antargata haimavata evam hairanyavata kshetra mem chara mahanadiyam haim – rohita, rohitamsha, suvarnakula tatha rupyakula. Pratyeka mahanadi mem aththaisa – aththaisa hajara nadiyam milati haim. Ve purvi evam pashchimi lavanasamudra mem milati haim. Haimavata mem rohita purvi lavanasamudra mem tatha rohitamsha pashchimi lavanasamudra mem milati haim. Hairanyavata mem suvarnakula purvi lavanasamudra mem tatha rupyakula pashchimi lavanasamudra mem milati haim. Isa prakara jambudvipa ke haimavata tatha hairanyavata kshetra mem kula 112000 nadiyam haim. Bhagavan ! Jambudvipa ke antargata harivarsha tatha ramyakavarsha mem kitani mahanadiyam batalai gai haim\? Gautama ! Chara – harisalila, harikanta, narakanta tatha narikanta. Pratyeka mahanadimem chhappana – chhappana hajara nadiyam milati haim. Harivarsha mem harisalila purvi lavanasamudra mem tatha harikanta pashchimi lavanasamudra mem milati haim. Ramyakavarsha mem narakanta purvi lavanasamudra mem tatha narikanta pashchimi lavanasamudra mem milati hai. Yom jambudvipa ke antargata harivarsha tatha ramyakavarsha mem kula 224000 nadiyam haim. Bhagavan ! Jambudvipa ke antargata mahavideha kshetra mem do mahanadiyam haim – shita evam shitoda. Pratyeka mahanadi mem 532000 nadiyam milati haim. Shita purvi lavanasamudra mem tatha shitoda pashchimi lavanasamudra mem milati haim. |