Sutra Navigation: Pragnapana ( प्रज्ञापना उपांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1006870 | ||
Scripture Name( English ): | Pragnapana | Translated Scripture Name : | प्रज्ञापना उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
पद-२८ आहार |
Translated Chapter : |
पद-२८ आहार |
Section : | उद्देशक-२ | Translated Section : | उद्देशक-२ |
Sutra Number : | 570 | Category : | Upang-04 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] ससरीरी जीवेगिंदियवज्जो तियभंगो। ओरालियसरीरीसु जीव-मनूसेसु तियभंगो। अवसेसा आहारगा, नो अनाहारगा, जेसिं अत्थि ओरालियसरीरं। वेउव्वियसरीरी आहारगसरीरी य आहारगा, नो अनाहारगा, जेसिं अत्थि। तेय-कम्मगसरीरी जीवेगिंदियवज्जो तियभंगो। असरीरी जीवा सिद्धा य नो आहारगा, अनाहारगा। | ||
Sutra Meaning : | समुच्चय जीवों और एकेन्द्रियों को छोड़कर शेष जीवों में तीन भंग हैं। औदारिकशरीरी जीवों और मनुष्यों में तीन भंग हैं। शेष जीवों और औदारिकशरीरी आहारक होते हैं। किन्तु जिनके औदारिक शरीर होता है, उन्हीं को कहना। वैक्रियशरीरी और आहारकशरीरी आहारक होते हैं। किन्तु यह कथन वैक्रिय और आहारकशरीरी के लिए है। समुच्चय जीवों और एकेन्द्रियों को छोड़कर तैजस और कार्मणशरीरी में तीन भंग हैं। अशरीरी जीव और सिद्ध अनाहारक होते हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] sasariri jivegimdiyavajjo tiyabhamgo. Oraliyasaririsu jiva-manusesu tiyabhamgo. Avasesa aharaga, no anaharaga, jesim atthi oraliyasariram. Veuvviyasariri aharagasariri ya aharaga, no anaharaga, jesim atthi. Teya-kammagasariri jivegimdiyavajjo tiyabhamgo. Asariri jiva siddha ya no aharaga, anaharaga. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Samuchchaya jivom aura ekendriyom ko chhorakara shesha jivom mem tina bhamga haim. Audarikashariri jivom aura manushyom mem tina bhamga haim. Shesha jivom aura audarikashariri aharaka hote haim. Kintu jinake audarika sharira hota hai, unhim ko kahana. Vaikriyashariri aura aharakashariri aharaka hote haim. Kintu yaha kathana vaikriya aura aharakashariri ke lie hai. Samuchchaya jivom aura ekendriyom ko chhorakara taijasa aura karmanashariri mem tina bhamga haim. Ashariri jiva aura siddha anaharaka hote haim. |