Sutra Navigation: Pragnapana ( प्रज्ञापना उपांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1006599 | ||
Scripture Name( English ): | Pragnapana | Translated Scripture Name : | प्रज्ञापना उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
पद-४ स्थिति |
Translated Chapter : |
पद-४ स्थिति |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 299 | Category : | Upang-04 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] देवाणं भंते! केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दसवाससहस्साइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अपज्जत्तयदेवाणं भंते! केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तयदेवाणं भंते! केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोवमाइं अंतोमुहुत्तूणाइं। देवीणं भंते! केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं पणपन्नं पलिओवमाइं। अपज्जत्तयदेवीणं भंते! केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तयदेवीणं भंते! केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं पणपन्नं पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाइं। भवनवासीणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं साति रेगं सागरोवमं। अपज्जत्तयभवनवासीणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तयभवनवासीणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं सातिरेगं सागरोवमं अंतोमुहुत्तूणं। भवनवासिणीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाइं। अपज्जत्तियाणं भंते! भवनवासिणीणं देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तियाणं भंते! भवनवासिणीणं देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाइं। असुरकुमाराणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं सातिरेगं सागरोवमं। अपज्जत्तयअसुरकुमाराणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तयअसुरकुमाराणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं सातिरेगं सागरोवमं अंतोमुहुत्तूणं। असुरकुमारीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाइं। अपज्जत्तियाणं असुरकुमारीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तियाणं असुरकुमारीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं अद्धपंचमाइं पलिओवमाइं अंतोमुहुत्तूणाइं। नागकुमाराणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं दो पलिओवमाइं देसूणाइं। अपज्जत्तयाणं भंते! नागकुमाराणं देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तयाणं भंते! नागकुमाराणं देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं दो पलिओवमाइं देसूणाइं अंतोमुहुत्तूणाइं। नागकुमारीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं देसूणं पलिओवमं। अपज्जत्तियाणं नागकुमारीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेण वि अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तियाणं नागकुमारीणं भंते! देवीणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं देसूणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं। सुवण्णकुमाराणं भंते! देवाणं केवतियं कालं ठिती पन्नत्ता? गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं दो पलिओवमाइं देसूणाइं। अपज्जत्तयाणं पुच्छा। गोयमा! जहन्नेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तयाणं पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं उक्कोसेणं दो पलिओवमाइं देसूणाइं अंतोमुहुत्तूणाइं। सुवण्णकुमारीणं भंते! देवीणं पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं, उक्कोसेणं देसूणं पलिओवमं। अपज्जत्तियाणं पुच्छा। गोयमा! जहन्नेण वि उक्कोसेण वि अंतोमुहुत्तं। पज्जत्तियाणं पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं दस वाससहस्साइं अंतोमुहुत्तूणाइं, उक्कोसेणं देसूणं पलिओवमं अंतोमुहुत्तूणं। एवं एएणं अभिलावेणं ओहिय-अपज्जत्त-पज्जत्तसुत्तत्तयं देवाणं देवीण य नेयव्वं जाव थणियकुमाराणं जहा नागकुमाराणं। | ||
Sutra Meaning : | भगवन् ! देवों की कितने काल की स्थिति है ? गौतम ! जघन्य दस हजार वर्ष और उत्कृष्ट तैंतीस सागरोपम। अपर्याप्तक देवों की स्थिति जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त है। पर्याप्तक – देवों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त कम दस हजार वर्ष की और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त कम तैंतीस सागरोपम की है। देवियों की स्थिति जघन्य दस हजार वर्ष और उत्कृष्ट पचपन पल्योपम है। अपर्याप्तक देवियों की जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त है। पर्याप्तक देवियों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त कम दस हजार वर्ष और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त कम पचपन पल्योपम है। भवनवासी देवों की स्थिति जघन्य १०००० वर्ष, उत्कृष्ट साधिक एक सागरोपम है। अपर्याप्तक भवनवासी देवों की स्थिति जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त है। भगवन् ! पर्याप्तक भवनवासी देवों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त कम दस हजार वर्ष की और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त कम कुछ अधिक सागरोपम है। भगावनसी देवियों की स्थिति जघन्य दस हजार वर्ष की है और उत्कृष्ट साढ़े चार पल्योपम है। अपर्याप्तक भवनवासी देवियों की स्थिति जघन्य और उत्कृष्ट भी अन्तर्मुहूर्त्त है। पर्याप्तक भवनवासी देवियों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त कम १०००० वर्ष, उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त कम साढ़े चार पल्योपम हैं। असुरकुमार देव – देवी के विषयमें सामान्य भवनवासी समान ही समझना। नागकुमार देवों की स्थिति जघन्य दस हजार वर्ष की और उत्कृष्ट देशोन दो पल्योपमों की है। अपर्याप्त नागकुमारों की स्थिति जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त है। पर्याप्त नागकुमारों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त कम दस हजार वर्ष और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त कम देशोन दो पल्योपम है। नागकुमार देवियों की स्थिति जघन्य दस हजार वर्ष की और उत्कृष्ट देशोन पल्योपम है। अपर्याप्त नागकुमार देवियों की स्थिति जघन्य और उत्कृष्ट अन्तर्मुहूर्त्त है। पर्याप्त नागकुमारदेवियों की स्थिति जघन्य अन्तर्मुहूर्त्त कम दस हजार वर्ष और उत्कृष्ट देशोन पल्योपम में अन्त – र्मुहूर्त्त कम है। – सूपर्णकुमार से स्तनितकुमार के देव – देवी के विषय में नागकुमार के समान ही समस्त प्रश्नोत्तर समझना। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] devanam bhamte! Kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasavasasahassaim, ukkosenam tettisam sagarovamaim Apajjattayadevanam bhamte! Kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattayadevanam bhamte! Kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam tettisam sagarovamaim amtomuhuttunaim. Devinam bhamte! Kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam panapannam paliovamaim. Apajjattayadevinam bhamte! Kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattayadevinam bhamte! Kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam panapannam paliovamaim amtomuhuttunaim. Bhavanavasinam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam sati regam sagarovamam. Apajjattayabhavanavasinam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannena vi amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattayabhavanavasinam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam satiregam sagarovamam amtomuhuttunam. Bhavanavasininam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam addhapamchamaim paliovamaim. Apajjattiyanam bhamte! Bhavanavasininam devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannena vi amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattiyanam bhamte! Bhavanavasininam devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam addhapamchamaim paliovamaim amtomuhuttunaim. Asurakumaranam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam satiregam sagarovamam. Apajjattayaasurakumaranam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannena vi amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattayaasurakumaranam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam satiregam sagarovamam amtomuhuttunam. Asurakumarinam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam addhapamchamaim paliovamaim. Apajjattiyanam asurakumarinam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannena vi amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattiyanam asurakumarinam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam addhapamchamaim paliovamaim amtomuhuttunaim. Nagakumaranam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam do paliovamaim desunaim. Apajjattayanam bhamte! Nagakumaranam devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannena vi amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattayanam bhamte! Nagakumaranam devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam do paliovamaim desunaim amtomuhuttunaim. Nagakumarinam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam desunam paliovamam. Apajjattiyanam nagakumarinam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannena vi amtomuhuttam, ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattiyanam nagakumarinam bhamte! Devinam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam desunam paliovamam amtomuhuttunam. Suvannakumaranam bhamte! Devanam kevatiyam kalam thiti pannatta? Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam do paliovamaim desunaim. Apajjattayanam puchchha. Goyama! Jahannena vi ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattayanam puchchha. Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim ukkosenam do paliovamaim desunaim amtomuhuttunaim. Suvannakumarinam bhamte! Devinam puchchha. Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim, ukkosenam desunam paliovamam. Apajjattiyanam puchchha. Goyama! Jahannena vi ukkosena vi amtomuhuttam. Pajjattiyanam puchchha. Goyama! Jahannenam dasa vasasahassaim amtomuhuttunaim, ukkosenam desunam paliovamam amtomuhuttunam. Evam eenam abhilavenam ohiya-apajjatta-pajjattasuttattayam devanam devina ya neyavvam java thaniyakumaranam jaha nagakumaranam. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Bhagavan ! Devom ki kitane kala ki sthiti hai\? Gautama ! Jaghanya dasa hajara varsha aura utkrishta taimtisa sagaropama. Aparyaptaka devom ki sthiti jaghanya aura utkrishta antarmuhurtta hai. Paryaptaka – devom ki sthiti jaghanya antarmuhurtta kama dasa hajara varsha ki aura utkrishta antarmuhurtta kama taimtisa sagaropama ki hai. Deviyom ki sthiti jaghanya dasa hajara varsha aura utkrishta pachapana palyopama hai. Aparyaptaka deviyom ki jaghanya aura utkrishta antarmuhurtta hai. Paryaptaka deviyom ki sthiti jaghanya antarmuhurtta kama dasa hajara varsha aura utkrishta antarmuhurtta kama pachapana palyopama hai. Bhavanavasi devom ki sthiti jaghanya 10000 varsha, utkrishta sadhika eka sagaropama hai. Aparyaptaka bhavanavasi devom ki sthiti jaghanya aura utkrishta antarmuhurtta hai. Bhagavan ! Paryaptaka bhavanavasi devom ki sthiti jaghanya antarmuhurtta kama dasa hajara varsha ki aura utkrishta antarmuhurtta kama kuchha adhika sagaropama hai. Bhagavanasi deviyom ki sthiti jaghanya dasa hajara varsha ki hai aura utkrishta sarhe chara palyopama hai. Aparyaptaka bhavanavasi deviyom ki sthiti jaghanya aura utkrishta bhi antarmuhurtta hai. Paryaptaka bhavanavasi deviyom ki sthiti jaghanya antarmuhurtta kama 10000 varsha, utkrishta antarmuhurtta kama sarhe chara palyopama haim. Asurakumara deva – devi ke vishayamem samanya bhavanavasi samana hi samajhana. Nagakumara devom ki sthiti jaghanya dasa hajara varsha ki aura utkrishta deshona do palyopamom ki hai. Aparyapta nagakumarom ki sthiti jaghanya aura utkrishta antarmuhurtta hai. Paryapta nagakumarom ki sthiti jaghanya antarmuhurtta kama dasa hajara varsha aura utkrishta antarmuhurtta kama deshona do palyopama hai. Nagakumara deviyom ki sthiti jaghanya dasa hajara varsha ki aura utkrishta deshona palyopama hai. Aparyapta nagakumara deviyom ki sthiti jaghanya aura utkrishta antarmuhurtta hai. Paryapta nagakumaradeviyom ki sthiti jaghanya antarmuhurtta kama dasa hajara varsha aura utkrishta deshona palyopama mem anta – rmuhurtta kama hai. – suparnakumara se stanitakumara ke deva – devi ke vishaya mem nagakumara ke samana hi samasta prashnottara samajhana. |