Sutra Navigation: Jivajivabhigam ( जीवाभिगम उपांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1006100 | ||
Scripture Name( English ): | Jivajivabhigam | Translated Scripture Name : | जीवाभिगम उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्विध जीव प्रतिपत्ति |
Translated Chapter : |
चतुर्विध जीव प्रतिपत्ति |
Section : | चंद्र सूर्य अने तेना द्वीप | Translated Section : | चंद्र सूर्य अने तेना द्वीप |
Sutra Number : | 300 | Category : | Upang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] हारद्दीवे हारभद्द हारमहाभद्दा एत्थ हारसमुद्दे हारवरहारवरमहावरा एत्थ दो देवा महिड्ढीया हारवरे दीवे हारवरभद्दहारवरमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढीया हारवरोए समुद्दे हारवरहारवर महावरा एत्थ हारवराभासे दीवे हारवरावभासभद्द हारवरावभासमहाभद्दा एत्थ हारवरावभासोए समुद्दे हारवराव-भासवर-हारवरावभासमहावरा एत्थ एवं सव्वेवि तिपडोयारा नेतव्वा जाव सूरवरोभासोए समुद्दे दीवेसु भद्दनामा वरणामा होंति उद्दहीसु जाव पच्छिमभावं च खोत्तवरादीसु सयंभूरमणपज्जंतेसु वावीओ खोओदगपडिहत्थाओ पव्वयका य सव्ववइरामया देवदीवे दीवे दो देवा महिड्ढीया देवभद्द देवमहाभद्दा एत्थ देवोदे समुद्दे देववरदेवमहावरा एत्थ जाव सयंभूरमणे दीवे सयंभूरमणभद्द-सयंभूरमणमहाभद्दा एत्थ दो देवा महिड्ढीया सयंभुरमणण्णं दीवं सयंभुरमणोदे नामं समुद्दे वट्टे वलया जाव असंखेज्जाइं जोयणसतसहस्साइं परिक्खेवणं जाव अट्ठो गोयमा सयंभुरमणोदए उदए अच्छे पत्थे जच्चे तणुए फलिहवण्णाभे पगतीए उदगरसेणं पन्नत्ते सयंभुरमणवर सयंभुरमणमहावरा इत्थ दो देवा महिड्ढीया सेसं तहेव जाव असंखेज्जाओ तारागणकोडिकोडीओ सोभेंसु वा, सोभंति वा, सोभिस्संति वा हारे दीवे हारे समुद्दे, हारवरे दीवे हारवरे समुद्दे, हारवरोभासे दीवे हारवरोभासे समुद्दे, ताओ च्चेव वत्तव्वताओ, नवरं–हारे दीवे हारभद्दहारमहाभद्दा यत्थ दो देवा। हारे समुद्दे हारवर हारमहावरा यत्थ दो देवा। हारवरे दीवे हारवरभद्द हारवरमहाभद्दा यत्थ दो देवा। हारवरे समुद्दे हारवर हारवरमहावरा यत्थ दो देवा। हारवरोभासे दीवे हारवरोभासभद्द हारवरोभासमहाभद्दा यत्थ दो देवा। हारवरोभासे समुद्दे हारवरोभासवर हारवरोभासमहावरा यत्थ दो देवा। एवं सेसाभरणाणवि तिपडोयारो भेदो भाणियव्वो जाव कनगरयणमुत्तावली। एवं वत्थादीणं सव्वेसिं तिपडोयारं। वत्थं–आयिणादि, गंधा–कोट्ठादि, उप्पलादीणि वि तिपडोयारं, तिलगादीण वि रुक्खाणं, पुढवादीणं छत्तीसाए पदाणं तिपडोयारं, निधीणं वि तिपडोयारं, चोद्दसण्हं रयणाणं तिपडोयारं चुल्लहिमवंतादीणं वासधरपव्वताणं, पउमादीणं सोलसण्हं दहाणं, गंगासिंधुआदीणं महानदीणं अंतरनदीण य, कच्छादीण वि बत्तीसण्हं विजयाणं, मालवंतादीणं चउण्हं वक्खारपव्वयाणं, सोहम्मादीणं दुवालसण्हं कप्पाणं, सक्कादीणं दसण्हं इंदाणं, देवकुरुउत्तरकुराणं, मंदरस्स, आवासाणं, चुल्लहिमवंतादीणं बारसण्हं कूडाणं, कत्तियादीणं अट्ठावीसण्हं नक्खत्ताणं, चंदसूराणं, सव्वेसिं तिपडोयारं जाव सूरद्दीवे। सूरवरोभासण्णं समुद्दं देवे नामं दीवे वट्टे जाव चिट्ठति। तधेव नवरं– कहि णं भंते! देवस्स दीवस्स विजए नामं दारे पन्नत्ते? गोयमा! देवदीवपुरत्थिमपेरंते देवसमुद्दपुरत्थिमद्धस्स पच्चत्थिमेणं, एत्थ णं देवस्स दीवस्स विजए नामं दारे पन्नत्ते, पमाणं वण्णओ य भाणियव्वो जाव विहरति। कहि णं भंते! विजयस्स देवस्स विजया नामं रायहाणी पन्नत्ता? गोयमा! विजयस्स दारस्स पच्चत्थिमेणं देवदीवं तिरियमसंखेज्जाइं जोयणसयसहस्साइं ओगाहित्ता, एत्थ णं विजयस्स देवस्स विजया नामं रायहाणी पन्नत्ता जाव एमहानुभागे विजए देवे, विजए देवे। एवं वेजयंतजयंतअपराइतादी, अट्ठो। जोतिसं सव्वं जहा रुयगदीवस्स नवरं–देवभद्ददेवमहाभद्दा यत्थ दो देवा। देवण्णं दीवं देवोदे नामं समुद्दे वट्टे जाव चिट्ठति जाव– कहि णं भंते! देवोदस्स समुद्दस्स विजए नामं दारे पन्नत्ते? गोयमा! देवसमुद्दपुरत्थिमपेरंते नागदीवपुरत्थिमद्धस्स पच्चत्थिमेणं, एत्थ णं देवोदस्स समुद्दस्स विजए नामं दारे पन्नत्ते जाव विहरति। रायहाणी विजयदारस्स पच्चत्थिमेणं देवसमुद्दं तिरियमसंखेज्जाइं जोयणसयसहस्साइं जाव एम्महिड्ढीए विजए देवे। जहा देवदीवे तहा नागदीवे, जहा देवसमुद्दे तहा नागसमुद्दे। एवं जाव सयंभुरमणसमुद्दे नवरं–सयंभुरमणस्स उदए जहा पुक्खरोदस्स। सयंभुरमणे पदेसा न भण्णंति, जीवाणं उववातो न भण्णंति । देवे नागे जक्खे भूते सयंभुरमणे एक्केक्के च्चेव भाणितव्वे तिपडोगारं नत्थि। नंदिस्सरादीणं सयंभुरमणपज्जवसाणाणं अट्ठ चिंताए वावीओ खोतोदगपडिहत्थाओ उप्पात-पव्वतगादी सव्ववइरामया। नंदिस्सरादीणं भूतपज्जवसाणाणं समुद्दाणं अट्ठ चिंताए खोदसरिसं उदगं सयंभुरमण-समुद्दस्स पुक्खरोदसरिसं। अरुणादीया दीव समुद्दा तिपडोयारा जाव सूरा, सेसा पंच एगभेया–देवे दीवे देवे समुद्दे, नागे दीवे नागे समुद्दे, जक्खे दीवे जक्खे समुद्दे, भूते दीवे भूते समुद्दे, सयंभुरमणे दीवे सयंभुरमणे समुद्दे। देवे दीवे देवभद्ददेवमहाभद्दा देवा, देवे समुद्दे देववरदेवमहावरा देवा। एवं जाव सयंभुरमणे समुद्दे सयंभुवरसयंभुमहावरा देवा। रुयगादीणं दीवसमुद्दाणं विक्खंभपरिक्खेवदारंतरजोतिसं च असंखेज्जं। | ||
Sutra Meaning : | हार द्वीप में हारभद्र और हारमहाभद्र नाम के दो देव हैं। हारसमुद्र में हारवर और हारवर – महावर नाम के दो महर्द्धिक देव हैं। हारवरद्वीप में हारवरभद्र और हारवरमहाभद्र नाम के दो महर्द्धिक देव हैं। हारवरोदसमुद्र में हारवर और हारवरमहावर नाम के दो महर्द्धिक देव हैं। हारवरावभासद्वीप में हारवरावभासभद्र और हारवरावभास – महाभद्र नाम के दो महर्द्धिक देव हैं। हारवरावभासोदसमुद्र में हारवरावभासवर और हारवरावभासमहावर नाम के दो महर्द्धिक देव रहते हैं। इस तरह आगे सर्वत्र त्रिप्रत्यवतार और देवों के नाम उद्भावित कर लेना। द्वीपों के नामों के साथ भद्र और महाभद्र शब्द लगाने से एवं समुद्रों के नामों के साथ ‘वर’ शब्द लगाने से उन द्वीपों और समुद्रों के देवों के नाम बन जाते हैं यावत् सूर्यद्वीप, सूर्यसमुद्र, सूर्यवरद्वीप, सूर्यवरसमुद्र, सूर्यवरावभासद्वीप और सूर्यवराव – भाससमुद्र में क्रमशः सूर्यभद्र और सूर्यमहाभद्र, सूर्यवर और सूर्यमहावर, यावत् सूर्यवरावभासवर और सूर्यवराव – भासमहावर नाम के देव रहते हैं। क्षोदवरद्वीप से लेकर स्वयंभूरमण तक के द्वीप और समुद्रों में वापिकाएं यावत् बिलपंक्तियाँ इक्षुरस जैसे जल से भरी हुई हैं और जितने भी पर्वत हैं, वे सब सर्वात्मना वज्रमय हैं। देवद्वीप नामक द्वीप में दो महर्द्धिक देव रहते हैं – देवभव और देवमहाभव। देवोदसमुद्र में दो महर्द्धिक देव हैं – देववर और देवमहावर यावत् स्वयंभूरमणद्वीप में दो महर्द्धिक देव रहते हैं – स्वयंभूरमणभव और स्वयंभूरमण – महाभव। स्वयंभूरमणद्वीप को सब ओर से घेरे हुए स्वयंभूरमणसमुद्र अवस्थित है, जो गोल है और वलयाकार है यावत् असंख्यात लाख योजन उसकी परिधि है यावत् स्वयंभूरमणसमुद्र का पानी स्वच्छ है, पथ्य है, जात्य – निर्मल है, हल्का है, स्फटिकमणि की कान्ति जैसा है और स्वाभाविक जल के रस से परिपूर्ण है। यहाँ स्वयंभूरमणवर और स्वयंभूरमणमहावर नाम के दो महर्द्धिक देव रहते हैं। शेष कथन पूर्ववत्। यहाँ असंख्यात कोड़ाकोड़ी तारागण शोभित होते थे, होते हैं और होंगे। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] haraddive harabhadda haramahabhadda ettha harasamudde haravaraharavaramahavara ettha do deva mahiddhiya haravare dive haravarabhaddaharavaramahabhadda ettha do deva mahiddhiya haravaroe samudde haravaraharavara mahavara ettha haravarabhase dive haravaravabhasabhadda haravaravabhasamahabhadda ettha haravaravabhasoe samudde haravarava-bhasavara-haravaravabhasamahavara ettha evam savvevi tipadoyara netavva java suravarobhasoe samudde divesu bhaddanama varanama homti uddahisu java pachchhimabhavam cha khottavaradisu sayambhuramanapajjamtesu vavio khoodagapadihatthao pavvayaka ya savvavairamaya devadive dive do deva mahiddhiya devabhadda devamahabhadda ettha devode samudde devavaradevamahavara ettha java sayambhuramane dive sayambhuramanabhadda-sayambhuramanamahabhadda ettha do deva mahiddhiya sayambhuramanannam divam sayambhuramanode namam samudde vatte valaya java asamkhejjaim joyanasatasahassaim parikkhevanam java attho goyama sayambhuramanodae udae achchhe patthe jachche tanue phalihavannabhe pagatie udagarasenam pannatte sayambhuramanavara sayambhuramanamahavara ittha do deva mahiddhiya sesam taheva java asamkhejjao taraganakodikodio sobhemsu va, sobhamti va, sobhissamti va Hare dive hare samudde, haravare dive haravare samudde, haravarobhase dive haravarobhase samudde, tao chcheva vattavvatao, navaram–hare dive harabhaddaharamahabhadda yattha do deva. Hare samudde haravara haramahavara yattha do deva. Haravare dive haravarabhadda haravaramahabhadda yattha do deva. Haravare samudde haravara haravaramahavara yattha do deva. Haravarobhase dive haravarobhasabhadda haravarobhasamahabhadda yattha do deva. Haravarobhase samudde haravarobhasavara haravarobhasamahavara yattha do deva. Evam sesabharananavi tipadoyaro bhedo bhaniyavvo java kanagarayanamuttavali. Evam vatthadinam savvesim tipadoyaram. Vattham–ayinadi, gamdha–kotthadi, uppaladini vi tipadoyaram, tilagadina vi rukkhanam, pudhavadinam chhattisae padanam tipadoyaram, nidhinam vi tipadoyaram, choddasanham rayananam tipadoyaram chullahimavamtadinam vasadharapavvatanam, paumadinam solasanham dahanam, gamgasimdhuadinam mahanadinam amtaranadina ya, kachchhadina vi battisanham vijayanam, malavamtadinam chaunham vakkharapavvayanam, sohammadinam duvalasanham kappanam, sakkadinam dasanham imdanam, devakuruuttarakuranam, mamdarassa, avasanam, chullahimavamtadinam barasanham kudanam, kattiyadinam atthavisanham nakkhattanam, chamdasuranam, savvesim tipadoyaram java suraddive. Suravarobhasannam samuddam deve namam dive vatte java chitthati. Tadheva navaram– Kahi nam bhamte! Devassa divassa vijae namam dare pannatte? Goyama! Devadivapuratthimaperamte devasamuddapuratthimaddhassa pachchatthimenam, ettha nam devassa divassa vijae namam dare pannatte, pamanam vannao ya bhaniyavvo java viharati. Kahi nam bhamte! Vijayassa devassa vijaya namam rayahani pannatta? Goyama! Vijayassa darassa pachchatthimenam devadivam tiriyamasamkhejjaim joyanasayasahassaim ogahitta, ettha nam vijayassa devassa vijaya namam rayahani pannatta java emahanubhage vijae deve, vijae deve. Evam vejayamtajayamtaaparaitadi, attho. Jotisam savvam jaha ruyagadivassa navaram–devabhaddadevamahabhadda yattha do deva. Devannam divam devode namam samudde vatte java chitthati java– Kahi nam bhamte! Devodassa samuddassa vijae namam dare pannatte? Goyama! Devasamuddapuratthimaperamte nagadivapuratthimaddhassa pachchatthimenam, ettha nam devodassa samuddassa vijae namam dare pannatte java viharati. Rayahani vijayadarassa pachchatthimenam devasamuddam tiriyamasamkhejjaim joyanasayasahassaim java emmahiddhie vijae deve. Jaha devadive taha nagadive, jaha devasamudde taha nagasamudde. Evam java sayambhuramanasamudde navaram–sayambhuramanassa udae jaha pukkharodassa. Sayambhuramane padesa na bhannamti, jivanam uvavato na bhannamti. Deve nage jakkhe bhute sayambhuramane ekkekke chcheva bhanitavve tipadogaram natthi. Namdissaradinam sayambhuramanapajjavasananam attha chimtae vavio khotodagapadihatthao uppata-pavvatagadi savvavairamaya. Namdissaradinam bhutapajjavasananam samuddanam attha chimtae khodasarisam udagam sayambhuramana-samuddassa pukkharodasarisam. Arunadiya diva samudda tipadoyara java sura, sesa pamcha egabheya–deve dive deve samudde, nage dive nage samudde, jakkhe dive jakkhe samudde, bhute dive bhute samudde, sayambhuramane dive sayambhuramane samudde. Deve dive devabhaddadevamahabhadda deva, deve samudde devavaradevamahavara deva. Evam java sayambhuramane samudde sayambhuvarasayambhumahavara deva. Ruyagadinam divasamuddanam vikkhambhaparikkhevadaramtarajotisam cha asamkhejjam. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Hara dvipa mem harabhadra aura haramahabhadra nama ke do deva haim. Harasamudra mem haravara aura haravara – mahavara nama ke do maharddhika deva haim. Haravaradvipa mem haravarabhadra aura haravaramahabhadra nama ke do maharddhika deva haim. Haravarodasamudra mem haravara aura haravaramahavara nama ke do maharddhika deva haim. Haravaravabhasadvipa mem haravaravabhasabhadra aura haravaravabhasa – mahabhadra nama ke do maharddhika deva haim. Haravaravabhasodasamudra mem haravaravabhasavara aura haravaravabhasamahavara nama ke do maharddhika deva rahate haim. Isa taraha age sarvatra tripratyavatara aura devom ke nama udbhavita kara lena. Dvipom ke namom ke satha bhadra aura mahabhadra shabda lagane se evam samudrom ke namom ke satha ‘vara’ shabda lagane se una dvipom aura samudrom ke devom ke nama bana jate haim yavat suryadvipa, suryasamudra, suryavaradvipa, suryavarasamudra, suryavaravabhasadvipa aura suryavarava – bhasasamudra mem kramashah suryabhadra aura suryamahabhadra, suryavara aura suryamahavara, yavat suryavaravabhasavara aura suryavarava – bhasamahavara nama ke deva rahate haim. Kshodavaradvipa se lekara svayambhuramana taka ke dvipa aura samudrom mem vapikaem yavat bilapamktiyam ikshurasa jaise jala se bhari hui haim aura jitane bhi parvata haim, ve saba sarvatmana vajramaya haim. Devadvipa namaka dvipa mem do maharddhika deva rahate haim – devabhava aura devamahabhava. Devodasamudra mem do maharddhika deva haim – devavara aura devamahavara yavat svayambhuramanadvipa mem do maharddhika deva rahate haim – svayambhuramanabhava aura svayambhuramana – mahabhava. Svayambhuramanadvipa ko saba ora se ghere hue svayambhuramanasamudra avasthita hai, jo gola hai aura valayakara hai yavat asamkhyata lakha yojana usaki paridhi hai yavat svayambhuramanasamudra ka pani svachchha hai, pathya hai, jatya – nirmala hai, halka hai, sphatikamani ki kanti jaisa hai aura svabhavika jala ke rasa se paripurna hai. Yaham svayambhuramanavara aura svayambhuramanamahavara nama ke do maharddhika deva rahate haim. Shesha kathana purvavat. Yaham asamkhyata korakori taragana shobhita hote the, hote haim aura homge. |