Sutra Navigation: Sthanang ( स्थानांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1002131 | ||
Scripture Name( English ): | Sthanang | Translated Scripture Name : | स्थानांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
स्थान-३ |
Translated Chapter : |
स्थान-३ |
Section : | उद्देशक-१ | Translated Section : | उद्देशक-१ |
Sutra Number : | 131 | Category : | Ang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] तिविहे मेहुणे पन्नत्ते, तं जहा–दिव्वे, मानुस्सए, तिरिक्खजोणिए। तओ मेहुणं गच्छंति, तं जहा–देवा, मनुस्सा, तिरिक्खजोणिया। तओ मेहुणं सेवंति, तं जहा–इत्थी, पुरिसा, नपुंसगा। | ||
Sutra Meaning : | मैथुन तीन प्रकार का कहा गया है। यथा देवता सम्बन्धी, मनुष्य सम्बन्धी, तिर्यंच योनि सम्बन्धी। तीन प्रकार के जीव मैथुन करते हैं, यथा – देव, मनुष्य और तिर्यंचयोनिक जीव। तीन वेद वाले जीव मैथुन सेवन करते हैं, यथा – स्त्री, पुरुष और नपुंसक। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] tivihe mehune pannatte, tam jaha–divve, manussae, tirikkhajonie. Tao mehunam gachchhamti, tam jaha–deva, manussa, tirikkhajoniya. Tao mehunam sevamti, tam jaha–itthi, purisa, napumsaga. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Maithuna tina prakara ka kaha gaya hai. Yatha devata sambandhi, manushya sambandhi, tiryamcha yoni sambandhi. Tina prakara ke jiva maithuna karate haim, yatha – deva, manushya aura tiryamchayonika jiva. Tina veda vale jiva maithuna sevana karate haim, yatha – stri, purusha aura napumsaka. |