Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 2000729 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Prakrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Translated Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Section : | ४१. समन्वयसूत्र | Translated Section : | ४१. समन्वयसूत्र |
Sutra Number : | 729 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | विशेषावश्यकभाष्य 2266 (2737) | ||
Mool Sutra : | न समेन्ति न य समेया, सम्मत्तं नेव वत्थुणो गमगा। वत्थुविघायाय नया, विरोहओ वेरिणो चेव।।८।। | ||
Sutra Meaning : | निरपेक्ष नय न तो सामुदायिकता को प्राप्त होते हैं और न वे समुदायरूप कर देने पर सम्यक् होते हैं। क्योंकि प्रत्येक नय मिथ्या होने से उनका समुदाय तो महामिथ्यारूप होगा। समुदायरूप होने से भी वे वस्तु के गमक नहीं होते, क्योंकि पृथक्-पृथक् अवस्था में भी वे गमक नहीं हैं। इसका कारण यह है कि निरपेक्ष होने के कारण वैरी की भाँति परस्पर विरोधी हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Na samenti na ya sameya, sammattam neva vatthuno gamaga. Vatthuvighayaya naya, virohao verino cheva..8.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Nirapeksha naya na to samudayikata ko prapta hote haim aura na ve samudayarupa kara dene para samyak hote haim. Kyomki pratyeka naya mithya hone se unaka samudaya to mahamithyarupa hoga. Samudayarupa hone se bhi ve vastu ke gamaka nahim hote, kyomki prithak-prithak avastha mem bhi ve gamaka nahim haim. Isaka karana yaha hai ki nirapeksha hone ke karana vairi ki bhamti paraspara virodhi haim. |