[सूत्र] गाहा उदू पज्जोसविए। ताए गाहाए ताए पएसाए ताए उवासंतराए जमिणं-जमिणं सेज्जासंथारगं लभेज्जा, तमिणं-तमिणं ममेव सिया। थेरा य से अनुजाणेज्जा, तस्सेव सिया।
थेरा य से नो अनुजाणेज्जा, एवं से कप्पइ अहाराइणियाए सेज्जासंथारगं पडिग्गाहेत्तए।
Sutra Meaning :
जिस घर के लिए वर्षावास रहा उस घर में, बाहर के प्रदेश में या दूर के अन्तर में जो शय्या – संथारा मिला हो वो – वो मेरे हैं ऐसा शिष्य कहे लेकिन यदि स्थविर आज्ञा दे तो लेना कल्पे, यदि आज्ञा न दे तो लेना न कल्पे। उसी तरह आज्ञा मिले तो ही रात – दिन वो शय्या – संथारा लेना कल्पे।
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] gaha udu pajjosavie. Tae gahae tae paesae tae uvasamtarae jaminam-jaminam sejjasamtharagam labhejja, taminam-taminam mameva siya. Thera ya se anujanejja, tasseva siya.
Thera ya se no anujanejja, evam se kappai aharainiyae sejjasamtharagam padiggahettae.
Sutra Meaning Transliteration :
Jisa ghara ke lie varshavasa raha usa ghara mem, bahara ke pradesha mem ya dura ke antara mem jo shayya – samthara mila ho vo – vo mere haim aisa shishya kahe lekina yadi sthavira ajnya de to lena kalpe, yadi ajnya na de to lena na kalpe. Usi taraha ajnya mile to hi rata – dina vo shayya – samthara lena kalpe.