[सूत्र] नो कप्पइ निग्गंथस्स एगाणियस्स राओ वा वियाले वा बहिया वियारभूमिं वा विहारभूमिं वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा। कप्पइ से अप्पबिइयस्स वा अप्पतइयस्स वा राओ वा वियाले वा बहिया वियारभूमिं वा विहारभूमिं वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा।
Sutra Meaning :
रात को या संध्या के वक्त स्थंड़िल या स्वाध्याय भूमि जाने के लिए उपाश्रय के बाहर जाना – आना अकेले साधु या साध्वी को न कल्पे। साधु को एक या दो साधु के साथ और साध्वी को एक, दो, तीन साध्वी साथ हो तो बाहर जाना कल्पे।
सूत्र – ४८, ४९
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] no kappai niggamthassa eganiyassa rao va viyale va bahiya viyarabhumim va viharabhumim va nikkhamittae va pavisittae va. Kappai se appabiiyassa va appataiyassa va rao va viyale va bahiya viyarabhumim va viharabhumim va nikkhamittae va pavisittae va.
Sutra Meaning Transliteration :
Rata ko ya samdhya ke vakta sthamrila ya svadhyaya bhumi jane ke lie upashraya ke bahara jana – ana akele sadhu ya sadhvi ko na kalpe. Sadhu ko eka ya do sadhu ke satha aura sadhvi ko eka, do, tina sadhvi satha ho to bahara jana kalpe.
Sutra – 48, 49