Sutra Navigation: Chandrapragnapati ( चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1007419 | ||
Scripture Name( English ): | Chandrapragnapati | Translated Scripture Name : | चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
प्राभृत-१ |
Translated Chapter : |
प्राभृत-१ |
Section : | प्राभृत-प्राभृत-१ | Translated Section : | प्राभृत-प्राभृत-१ |
Sutra Number : | 119 | Category : | Upang-06 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] ता कहं ते दोसिणालक्खणे आहितेति वदेज्जा? ता चंदलेस्सा इ य दोसिणा इ य। दोसिणा इ य चंदलेस्सा इ य के अट्ठे किं लक्खणे? ता एगट्ठे एगलक्खणे। ता सूरलेस्सा इ य आतवे इ य। आतवे इ य सूरलेस्सा इ य के अट्ठे किं लक्खणे? ता एगट्ठे एगलक्खणे। ता अंधकारे इ य छाया इ य। छाया इ य अंधकारे इ य के अट्ठे किं लक्खणे? ता एगट्ठे एगलक्खणे। | ||
Sutra Meaning : | हे भगवन् ! एक – एक अहोरात्र में चंद्र कितने मंडलोंमें गमन करता है ? ९१५ से अर्धमंडल को विभक्त करके इकतीस भाग न्यून ऐसे मंडल में गति करता है, सूर्य एक अर्द्ध मंडल में गति करता है और नक्षत्र एक अर्द्ध – मंडल एवं अर्द्धमंडल को ७३२ से छेदकर – दो भाग अधिक मंडल में गति करता है। एक – एक मंडल में चंद्र दो अहोरात्र एवं एक अहोरात्र को ४४२ से छेद करके – इकतीस भाग अधिक से गमन करता है, सूर्य दो अहोरात्र से और नक्षत्र दो अहोरात्र एवं एक अहोरात्र को ३६७ से छेद करके – दो भाग न्यून से गमन करता है। एक युग में चंद्र ८८४ मंडलों में, सूर्य ९१५ मंडल में और नक्षत्र १८३५ अर्धमंडलों में गति करता है। इस तरह गति का वर्णन हुआ। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] ta kaham te dosinalakkhane ahiteti vadejja? Ta chamdalessa i ya dosina i ya. Dosina i ya chamdalessa i ya ke atthe kim lakkhane? Ta egatthe egalakkhane. Ta suralessa i ya atave i ya. Atave i ya suralessa i ya ke atthe kim lakkhane? Ta egatthe egalakkhane. Ta amdhakare i ya chhaya i ya. Chhaya i ya amdhakare i ya ke atthe kim lakkhane? Ta egatthe egalakkhane. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | He bhagavan ! Eka – eka ahoratra mem chamdra kitane mamdalommem gamana karata hai\? 915 se ardhamamdala ko vibhakta karake ikatisa bhaga nyuna aise mamdala mem gati karata hai, surya eka arddha mamdala mem gati karata hai aura nakshatra eka arddha – mamdala evam arddhamamdala ko 732 se chhedakara – do bhaga adhika mamdala mem gati karata hai. Eka – eka mamdala mem chamdra do ahoratra evam eka ahoratra ko 442 se chheda karake – ikatisa bhaga adhika se gamana karata hai, surya do ahoratra se aura nakshatra do ahoratra evam eka ahoratra ko 367 se chheda karake – do bhaga nyuna se gamana karata hai. Eka yuga mem chamdra 884 mamdalom mem, surya 915 mamdala mem aura nakshatra 1835 ardhamamdalom mem gati karata hai. Isa taraha gati ka varnana hua. |