Sutra Navigation: Pragnapana ( प्रज्ञापना उपांग सूत्र )

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Sr No : 1006908
Scripture Name( English ): Pragnapana Translated Scripture Name : प्रज्ञापना उपांग सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

पद-३६ समुद्घात

Translated Chapter :

पद-३६ समुद्घात

Section : Translated Section :
Sutra Number : 608 Category : Upang-04
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] एतेसि णं भंते! नेरइयाणं असमोहयाण य कतरे कतरेहिंतो मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा नेरइया मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया, वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, वेदनासमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, असमोहया संखेज्जगुणा। एतेसि णं भंते! असुरकुमाराणं वेदनासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्वियसमुग्घाएणं तेयगसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा असुरकुमारा तेयगसमुग्घाएणं समोहया, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, वेयणासमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, कसाय -समुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, असमोहया असंखेज्जगुणा। एवं जाव थणियकुमारा। एतेसि णं भंते! पुढविक्काइयाणं वेदनासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पुढविक्काइया मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्ज-गुणा, वेदनासमुग्घाएणं समोहया विसेसाहिया, असमोहया असंखेज्जगुणा। एवं जाव वणप्फइ-काइया। नवरं– सव्वत्थोवा वाउक्काइया वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहया, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, वेदनासमुग्घाएणं समोहया विसेसाहिया, असमोहया असंखेज्जगुणा। बेइंदियाणं भंते! वेयणासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा बेइंदिया मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया, वेदनासमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, कसाय-समुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, असमोहया संखेज्जगुणा। एवं जाव चउरिंदिया। पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं भंते! वेदनासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्वियसमुग्घाएणं तेयासमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा पंचेंदियतिरिक्खजोणिया तेयासमुग्घाएणं समोहया, वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखे-ज्जगुणा, वेदनासमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, असमोहया संखेज्जगुणा। मनुस्साणं भंते! वेदनासमुग्घाएणं कसायसमुग्घाएणं मारणंतियसमुग्घाएणं वेउव्विय-समुग्घाएणं तेयगसमुग्घाएणं आहारगसमुग्घाएणं केवलिसमुग्घाएणं समोहयाणं असमोहयाण य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा? गोयमा! सव्वत्थोवा मनूसा आहारगसमुग्घाएणं समोहया, केवलिसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, तेयगसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखे-ज्जगुणा, वेयणासमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, असमोहया असंखेज्जगुणा। वाणमंतर-जोतिसिय वेमानिया जहा असुरकुमारा।
Sutra Meaning : भगवन्‌ ! इन वेदना, कषाय, मारणान्तिक एवं वैक्रियसमुद्‌घात से समवहत और असमवहत नैरयिकों में अल्पबहुत्व – गौतम ! सबसे कम मारणान्तिकसमुद्‌घात से समवहत नैरयिक हैं, उनसे वैक्रियसमुद्‌घातवाले असंख्यात गुणा हैं, उनसे कषायसमुद्‌घातवाले नैरयिक संख्यातगुणा हैं, उनसे वेदनासमुद्‌घात से समवहत नारक संख्यातगुणा हैं, (इन सबसे)असमवहत नारक संख्यातगुणा हैं। भगवन्‌ !इन वेदनासमुद्‌घात से, कषाय – समुद्‌घात से, मारणान्तिक समुद्‌घात से, वैक्रियसमुद्‌घात से तथा तैजससमुद्‌घात से समवहत एवं असमवहत असुर कुमारों में अल्पबहुत्व० ? गौतम! सबसे कम तैजससमुद्‌घात से समवहत असुरकुमार हैं, (उनसे) मारणान्तिक – समुद्‌घात से समवहत असुर कुमार असंख्यातगुणा हैं, (उनसे) वेदनासमुद्‌घात से समवहत असुरकुमार असंख्यात – गुणा हैं, (उनसे) कषायसमुद्‌घात से समवहत असुरकुमार संख्यातगुणा हैं, (उनसे) वैक्रियसमुद्‌घात से समवहत असुरकुमार संख्यातगुणा हैं और (इन सबसे) असंख्यातगुणा अधिक हैं – असमवहत असुरकुमार। इसी प्रकार स्तनितकुमारों तक जानना। भगवन्‌ !वेदना, कषाय एवं मारणान्तिकसमुद्‌घात से समवहत तथा असमवहत पृथ्वीकायिकों में अल्पबहुत्व? गौतम! सबसे कम मारणान्तिकसमुद्‌घात से समवहत पृथ्वीकायिक हैं, कषायसमुद्‌घात से समवहत पृथ्वीकायिक उनसे संख्यातगुणा हैं, उनसे वेदनासमुद्‌घात से समवहत पृथ्वीकायिक विशेषाधिक हैं और इन सबसे असमवहत पृथ्वीकायिक असंख्यातगुणा हैं। इसी प्रकार वनस्पतिकायिक तक समझना। विशेष यह कि वायुकायिक जीवों में सबसे कम वैक्रियसमुद्‌घात से सहवहत वायुकायिक हैं, उनसे मारणान्तिकसमुद्‌घात से समवहत वायुकायिक असंख्यातगुणा हैं, उनसे कषायसमुद्‌घात से समवहत वायुकायिक असंख्यातगुणा हैं और उनसे वेदनासमुद्‌घात से समवहत वायुकायिक विशेषाधिक हैं तथा (इन सबसे) असंख्यात – गुणा अधिक हैं असमवहत वायुकायिक जीव। इन वेदना, कषाय तथा मारणान्तिकसमुद्‌घात से समवहत एवं असमवहत द्वीन्द्रिय जीवों में अल्पबहुत्व – गौतम ! सबसे कम मारणान्तिकसमुद्‌घात से समवहत द्वीन्द्रिय हैं। उनसे वेदनासमुद्‌घात से समवहत द्वीन्द्रिय असंख्यातगुणा हैं, उनसे कषायसमुद्‌घात से समवहत द्वीन्द्रिय संख्यातगुणा और इन सबसे असमवहत द्वीन्द्रिय संख्यातगुणा अधिक हैं। इसी प्रकार चतुरिन्द्रिय तक जानना। वेदना, कषाय, मारणान्तिक, वैक्रिय तथा तैजस – समुद्‌घात समवहत पंचेन्द्रियतिर्यंचों में कौन किससे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक होते हैं ? गौतम ! सबसे कम तैजससमुद्‌घात से समवहत पंचेन्द्रियतिर्यंच हैं, उनसे वैक्रियसमुद्‌घातवाले असंख्यातगुणा हैं, उनसे मारणा – न्तिकसमुद्‌घात वाले असंख्यातगुणा हैं, उनसे वेदनासमुद्‌घातवाले असंख्यातगुणा हैं तथा उनसे कषायसमुद्‌घात से समवहत पंचेन्द्रियतिर्यंच संख्यातगुणा हैं और इन सबसे संख्यातगुणा अधिक हैं असमवहत पंचेन्द्रियतिर्यंच। भगवन्‌ ! वेदना यावत्‌ केवलिसमुद्‌घात से समवहत एवं असमवहत मनुष्यों में अल्पबहुत्व – गौतम ! सबसे कम आहारकसमुद्‌घात से समवहत मनुष्य हैं, उनसे केवलिसमुद्‌घातवाले संख्यातगुणा हैं, उनसे तैजससमुद्‌घात वाले संख्यातगुणा हैं, उनसे वैक्रियसमुद्‌घात वाले संख्यातगुणा हैं, उनसे मारणान्तिकसमुद्‌घात वाले असंख्यातगुणा हैं, उनसे वेदनासमुद्‌घात वाले असंख्यातगुणा हैं तथा उनसे कषायसमुद्‌घात वाले संख्यातगुणा हैं और इन सबसे असमवहत मनुष्य असंख्यातगुणा हैं। वाणव्यन्तर, ज्योतिष्क और वैमानिकों के (समुद्‌घात विषयक अल्पबहुत्व की वक्तव्यता) असुरकुमारों के समान (समझनी चाहिए।)
Mool Sutra Transliteration : [sutra] etesi nam bhamte! Neraiyanam asamohayana ya katare katarehimto maranamtiyasamugghaenam veuvviyasamugghaenam samohayanam asamohayana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova neraiya maranamtiyasamugghaenam samohaya, veuvviyasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, kasayasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, vedanasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, asamohaya samkhejjaguna. Etesi nam bhamte! Asurakumaranam vedanasamugghaenam kasayasamugghaenam maranamtiyasamugghaenam veuvviyasamugghaenam teyagasamugghaenam samohayanam asamohayana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova asurakumara teyagasamugghaenam samohaya, maranamtiyasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, veyanasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, kasaya -samugghaenam samohaya samkhejjaguna, veuvviyasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, asamohaya asamkhejjaguna. Evam java thaniyakumara. Etesi nam bhamte! Pudhavikkaiyanam vedanasamugghaenam kasayasamugghaenam maranamtiyasamugghaenam samohayanam asamohayana ya kayare kayarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova pudhavikkaiya maranamtiyasamugghaenam samohaya, kasayasamugghaenam samohaya samkhejja-guna, vedanasamugghaenam samohaya visesahiya, asamohaya asamkhejjaguna. Evam java vanapphai-kaiya. Navaram– savvatthova vaukkaiya veuvviyasamugghaenam samohaya, maranamtiyasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, kasayasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, vedanasamugghaenam samohaya visesahiya, asamohaya asamkhejjaguna. Beimdiyanam bhamte! Veyanasamugghaenam kasayasamugghaenam maranamtiyasamugghaenam samohayanam asamohayana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova beimdiya maranamtiyasamugghaenam samohaya, vedanasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, kasaya-samugghaenam samohaya samkhejjaguna, asamohaya samkhejjaguna. Evam java chaurimdiya. Pamchemdiyatirikkhajoniyanam bhamte! Vedanasamugghaenam kasayasamugghaenam maranamtiyasamugghaenam veuvviyasamugghaenam teyasamugghaenam samohayanam asamohayana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova pamchemdiyatirikkhajoniya teyasamugghaenam samohaya, veuvviyasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, maranamtiyasamugghaenam samohaya asamkhe-jjaguna, vedanasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, kasayasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, asamohaya samkhejjaguna. Manussanam bhamte! Vedanasamugghaenam kasayasamugghaenam maranamtiyasamugghaenam veuvviya-samugghaenam teyagasamugghaenam aharagasamugghaenam kevalisamugghaenam samohayanam asamohayana ya katare katarehimto appa va bahuya va tulla va visesahiya va? Goyama! Savvatthova manusa aharagasamugghaenam samohaya, kevalisamugghaenam samohaya samkhejjaguna, teyagasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, veuvviyasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, maranamtiyasamugghaenam samohaya asamkhe-jjaguna, veyanasamugghaenam samohaya asamkhejjaguna, kasayasamugghaenam samohaya samkhejjaguna, asamohaya asamkhejjaguna. Vanamamtara-jotisiya vemaniya jaha asurakumara.
Sutra Meaning Transliteration : Bhagavan ! Ina vedana, kashaya, maranantika evam vaikriyasamudghata se samavahata aura asamavahata nairayikom mem alpabahutva – gautama ! Sabase kama maranantikasamudghata se samavahata nairayika haim, unase vaikriyasamudghatavale asamkhyata guna haim, unase kashayasamudghatavale nairayika samkhyataguna haim, unase vedanasamudghata se samavahata naraka samkhyataguna haim, (ina sabase)asamavahata naraka samkhyataguna haim. Bhagavan !Ina vedanasamudghata se, kashaya – samudghata se, maranantika samudghata se, vaikriyasamudghata se tatha taijasasamudghata se samavahata evam asamavahata asura kumarom mem alpabahutva0\? Gautama! Sabase kama taijasasamudghata se samavahata asurakumara haim, (unase) maranantika – samudghata se samavahata asura kumara asamkhyataguna haim, (unase) vedanasamudghata se samavahata asurakumara asamkhyata – guna haim, (unase) kashayasamudghata se samavahata asurakumara samkhyataguna haim, (unase) vaikriyasamudghata se samavahata asurakumara samkhyataguna haim aura (ina sabase) asamkhyataguna adhika haim – asamavahata asurakumara. Isi prakara stanitakumarom taka janana. Bhagavan !Vedana, kashaya evam maranantikasamudghata se samavahata tatha asamavahata prithvikayikom mem alpabahutva? Gautama! Sabase kama maranantikasamudghata se samavahata prithvikayika haim, kashayasamudghata se samavahata prithvikayika unase samkhyataguna haim, unase vedanasamudghata se samavahata prithvikayika visheshadhika haim aura ina sabase asamavahata prithvikayika asamkhyataguna haim. Isi prakara vanaspatikayika taka samajhana. Vishesha yaha ki vayukayika jivom mem sabase kama vaikriyasamudghata se sahavahata vayukayika haim, unase maranantikasamudghata se samavahata vayukayika asamkhyataguna haim, unase kashayasamudghata se samavahata vayukayika asamkhyataguna haim aura unase vedanasamudghata se samavahata vayukayika visheshadhika haim tatha (ina sabase) asamkhyata – guna adhika haim asamavahata vayukayika jiva. Ina vedana, kashaya tatha maranantikasamudghata se samavahata evam asamavahata dvindriya jivom mem alpabahutva – gautama ! Sabase kama maranantikasamudghata se samavahata dvindriya haim. Unase vedanasamudghata se samavahata dvindriya asamkhyataguna haim, unase kashayasamudghata se samavahata dvindriya samkhyataguna aura ina sabase asamavahata dvindriya samkhyataguna adhika haim. Isi prakara chaturindriya taka janana. Vedana, kashaya, maranantika, vaikriya tatha taijasa – samudghata samavahata pamchendriyatiryamchom mem kauna kisase alpa, bahuta, tulya athava visheshadhika hote haim\? Gautama ! Sabase kama taijasasamudghata se samavahata pamchendriyatiryamcha haim, unase vaikriyasamudghatavale asamkhyataguna haim, unase marana – ntikasamudghata vale asamkhyataguna haim, unase vedanasamudghatavale asamkhyataguna haim tatha unase kashayasamudghata se samavahata pamchendriyatiryamcha samkhyataguna haim aura ina sabase samkhyataguna adhika haim asamavahata pamchendriyatiryamcha. Bhagavan ! Vedana yavat kevalisamudghata se samavahata evam asamavahata manushyom mem alpabahutva – gautama ! Sabase kama aharakasamudghata se samavahata manushya haim, unase kevalisamudghatavale samkhyataguna haim, unase taijasasamudghata vale samkhyataguna haim, unase vaikriyasamudghata vale samkhyataguna haim, unase maranantikasamudghata vale asamkhyataguna haim, unase vedanasamudghata vale asamkhyataguna haim tatha unase kashayasamudghata vale samkhyataguna haim aura ina sabase asamavahata manushya asamkhyataguna haim. Vanavyantara, jyotishka aura vaimanikom ke (samudghata vishayaka alpabahutva ki vaktavyata) asurakumarom ke samana (samajhani chahie.)