Sutra Navigation: Pragnapana ( प्रज्ञापना उपांग सूत्र )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 1006752 | ||
Scripture Name( English ): | Pragnapana | Translated Scripture Name : | प्रज्ञापना उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
पद-१७ लेश्या |
Translated Chapter : |
पद-१७ लेश्या |
Section : | उद्देशक-२ | Translated Section : | उद्देशक-२ |
Sutra Number : | 452 | Category : | Upang-04 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] नेरइयाणं भंते! कति लेस्साओ पन्नत्ताओ? गोयमा! तिन्नि, तं जहा– किण्हलेस्सा नीललेस्सा काउलेस्सा। तिरिक्खजोणियाणं भंते! कति लेस्साओ पन्नत्ताओ? गोयमा! छल्लेस्साओ, तं जहा–कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा। एगिंदियाणं भंते! कति लेस्साओ पन्नत्ताओ? गोयमा! चत्तारि लेस्साओ, तं जहा–कण्हलेस्सा जाव तेउलेस्सा। पुढविक्काइयाणं भंते! कति लेस्साओ? गोयमा! एवं चेव आउ वणप्फतिकाइयाणं वि एवं चेव। तेउ वाउ बेइंदिय तेइंदिय चउरिंदियाणं जहा नेरइयाणं। पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! छल्लेस्साओ–कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा। सम्मुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! जहा नेरइयाणं। गब्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं पुच्छा। गोयमा! छल्लेसाओ, तं जहा–कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा। तिरिक्खजोणिणीणं पुच्छा। गोयमा! छल्लेस्साओ एताओ चेव। मनुस्साणं पुच्छा। गोयमा! छल्लेस्साओ एताओ चेव। सम्मुच्छिममनुस्साणं पुच्छा। गोयमा! जहा नेरइयाणं। गब्भवक्कंतियमनूसाणं पुच्छा। गोयमा! छल्लेसाओ, तं जहा–कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा। मनुस्सीणं पुच्छा। गोयमा! एवं चेव। देवाणं पुच्छा। गोयमा! छ एताओ चेव। देवीणं पुच्छा। गोयमा! चत्तारि, तं जहा–कण्हलेस्सा जाव तेउलेस्सा। भवनवासीणं भंते! देवाणं पुच्छा। गोयमा! एवं चेव। एवं भवनवासिणीण वि। वाणमंतरदेवाणं पुच्छा। गोयमा! एवं चेव। एवं वाणमंतरीण वि। जोइसियाणं पुच्छा। गोयमा! एगा तेउलेस्सा। एवं जोइसिणीण वि। वेमानियाणं पुच्छा। गोयमा! तिन्नि, तं जहा–तेउलेस्सा पम्हलेस्सा सुक्कलेस्सा। वेमाणिणीणं पुच्छा। गोयमा! एगा तेउलेसा। | ||
Sutra Meaning : | नैरयिकों में कितनी लेश्याएं होती हैं ? गौतम ! तीन – कृष्णलेश्या, नीललेश्या और कापोतलेश्या। भगवन् ! तिर्यंचयोनिक जीवों में कितनी लेश्याएं हैं ? गौतम ! छह, कृष्णा यावत् शुक्ललेश्या। एकेन्द्रिय जीवों में चार लेश्याएं होती हैं। कृष्णलेश्या से तेजोलेश्या तक। पृथ्वीकायिक, अप्कायिक और वनस्पतिकायिक में भी चार लेश्याएं हैं। तेजस्कायिक, वायुकायिक, द्वीन्द्रिय, त्रीन्द्रिय और चतुरिन्द्रिय जीवों में नैरयिकों के समान जानना। भगवन् ! पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक जीवों में कितनी लेश्याएं होती हैं ? गौतम ! छह, कृष्ण यावत् शुक्ल – लेश्या। सम्मूर्च्छिम – पंचेन्द्रियतिर्यंचयोनिक में नारकों के समान समझना। गर्भज – पंचेन्द्रियतिर्यंचों में छह लेश्याएं होती हैं – कृष्ण यावत् शुक्ललेश्या। गर्भज तिर्यंचयोनिक स्त्रियों में ये ही छह लेश्याएं होती हैं। मनुष्यों में छह लेश्याएं होती हैं। सम्मूर्च्छिम मनुष्यों में नारकों के समान जानना। गर्भज मनुष्यों एवं मानुषी स्त्री में छह लेश्याएं होती हैं। भगवन् ! देवों में कितनी लेश्याएं होती हैं ? छह। देवियों में चार लेश्याएं होती हैं – कृष्णलेश्या यावत् तेजो – लेश्या। इसी प्रकार भवनवासी और वाणव्यंतर देव – देवी में जानना। ज्योतिष्क देवों और देवी में एकमात्र तेजो – लेश्या होती है। वैमानिक देवों में तीन लेश्याएं हैं – तेजोलेश्या, पद्मलेश्या और शुक्ललेश्या। वैमानिक देवियों में एकमात्र तेजोलेश्या होती है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] neraiyanam bhamte! Kati lessao pannattao? Goyama! Tinni, tam jaha– kinhalessa nilalessa kaulessa. Tirikkhajoniyanam bhamte! Kati lessao pannattao? Goyama! Chhallessao, tam jaha–kanhalessa java sukkalessa. Egimdiyanam bhamte! Kati lessao pannattao? Goyama! Chattari lessao, tam jaha–kanhalessa java teulessa. Pudhavikkaiyanam bhamte! Kati lessao? Goyama! Evam cheva au vanapphatikaiyanam vi evam cheva. Teu vau beimdiya teimdiya chaurimdiyanam jaha neraiyanam. Pamchemdiyatirikkhajoniyanam puchchha. Goyama! Chhallessao–kanhalessa java sukkalessa. Sammuchchhimapamchemdiyatirikkhajoniyanam puchchha. Goyama! Jaha neraiyanam. Gabbhavakkamtiyapamchemdiyatirikkhajoniyanam puchchha. Goyama! Chhallesao, tam jaha–kanhalessa java sukkalessa. Tirikkhajonininam puchchha. Goyama! Chhallessao etao cheva. Manussanam puchchha. Goyama! Chhallessao etao cheva. Sammuchchhimamanussanam puchchha. Goyama! Jaha neraiyanam. Gabbhavakkamtiyamanusanam puchchha. Goyama! Chhallesao, tam jaha–kanhalessa java sukkalessa. Manussinam puchchha. Goyama! Evam cheva. Devanam puchchha. Goyama! Chha etao cheva. Devinam puchchha. Goyama! Chattari, tam jaha–kanhalessa java teulessa. Bhavanavasinam bhamte! Devanam puchchha. Goyama! Evam cheva. Evam bhavanavasinina vi. Vanamamtaradevanam puchchha. Goyama! Evam cheva. Evam vanamamtarina vi. Joisiyanam puchchha. Goyama! Ega teulessa. Evam joisinina vi. Vemaniyanam puchchha. Goyama! Tinni, tam jaha–teulessa pamhalessa sukkalessa. Vemanininam puchchha. Goyama! Ega teulesa. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Nairayikom mem kitani leshyaem hoti haim\? Gautama ! Tina – krishnaleshya, nilaleshya aura kapotaleshya. Bhagavan ! Tiryamchayonika jivom mem kitani leshyaem haim\? Gautama ! Chhaha, krishna yavat shuklaleshya. Ekendriya jivom mem chara leshyaem hoti haim. Krishnaleshya se tejoleshya taka. Prithvikayika, apkayika aura vanaspatikayika mem bhi chara leshyaem haim. Tejaskayika, vayukayika, dvindriya, trindriya aura chaturindriya jivom mem nairayikom ke samana janana. Bhagavan ! Pamchendriya tiryamchayonika jivom mem kitani leshyaem hoti haim\? Gautama ! Chhaha, krishna yavat shukla – leshya. Sammurchchhima – pamchendriyatiryamchayonika mem narakom ke samana samajhana. Garbhaja – pamchendriyatiryamchom mem chhaha leshyaem hoti haim – krishna yavat shuklaleshya. Garbhaja tiryamchayonika striyom mem ye hi chhaha leshyaem hoti haim. Manushyom mem chhaha leshyaem hoti haim. Sammurchchhima manushyom mem narakom ke samana janana. Garbhaja manushyom evam manushi stri mem chhaha leshyaem hoti haim. Bhagavan ! Devom mem kitani leshyaem hoti haim\? Chhaha. Deviyom mem chara leshyaem hoti haim – krishnaleshya yavat tejo – leshya. Isi prakara bhavanavasi aura vanavyamtara deva – devi mem janana. Jyotishka devom aura devi mem ekamatra tejo – leshya hoti hai. Vaimanika devom mem tina leshyaem haim – tejoleshya, padmaleshya aura shuklaleshya. Vaimanika deviyom mem ekamatra tejoleshya hoti hai. |