Sutra Navigation: Jivajivabhigam ( जीवाभिगम उपांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1006022 | ||
Scripture Name( English ): | Jivajivabhigam | Translated Scripture Name : | जीवाभिगम उपांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्विध जीव प्रतिपत्ति |
Translated Chapter : |
चतुर्विध जीव प्रतिपत्ति |
Section : | चंद्र सूर्य अने तेना द्वीप | Translated Section : | चंद्र सूर्य अने तेना द्वीप |
Sutra Number : | 222 | Category : | Upang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] लवणे णं भंते! समुद्दे किंसंठिए पन्नत्ते? गोयमा! गोतित्थसंठिते नावासंठिते सिप्पिसंपुडसंठिते अस्सखंधसंठिते वलभिसंठिते वट्टे वलयागारसंठिते पन्नत्ते। लवणे णं भंते! समुद्दे केवतियं चक्कवालविक्खंभेणं? केवतियं परिक्खेवेणं? केवतियं उव्वेहेणं? केवतियं उस्से हेणं? केवतियं सव्वग्गेणं पन्नत्ते? गोयमा! लवणे णं समुद्दे दो जोयणसय-सहस्साइं चक्कवालविक्खंभेणं, पन्नरस जोयणसतसहस्सं उव्वेधेणं, सोलस जोयणसहस्साइं उस्से-हेणं, सत्तरस जोयणसहस्साइं सव्वग्गेणं पन्नत्ते। | ||
Sutra Meaning : | हे भगवन् ! लवणसमुद्र का संस्थान कैसा है ? गौतम ! लवणसमुद्र गोतीर्थ के आकार का, नाव के आकार का, सीप के पुट के आकार का, घोड़े के स्कंध के आकार का, वलभीगृह के आकार का, वर्तुल और वलयाकार संस्थान वाला है। हे भगवन् ! लवणसमुद्र का चक्रवाल – विष्कम्भ कितना है, उसकी परिधि कितनी है ? उसकी गहराई कितनी है, उसकी ऊंचाई कितनी है ? उसका समग्र प्रमाण कितना है ? गौतम ! लवणसमुद्र चक्रवाल – विष्कम्भ से दो लाख योजन का है, उसकी परिधि १५८११३९ योजन से कुछ कम है, उसकी गहराई १००० योजन है, उसका उत्सेध १६००० योजन का है। उद्वेध और उत्सेध दोनों मिलाकर समग्र रूप से उसका प्रमाण १७००० योजन है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] lavane nam bhamte! Samudde kimsamthie pannatte? Goyama! Gotitthasamthite navasamthite sippisampudasamthite assakhamdhasamthite valabhisamthite vatte valayagarasamthite pannatte. Lavane nam bhamte! Samudde kevatiyam chakkavalavikkhambhenam? Kevatiyam parikkhevenam? Kevatiyam uvvehenam? Kevatiyam usse henam? Kevatiyam savvaggenam pannatte? Goyama! Lavane nam samudde do joyanasaya-sahassaim chakkavalavikkhambhenam, pannarasa joyanasatasahassam uvvedhenam, solasa joyanasahassaim usse-henam, sattarasa joyanasahassaim savvaggenam pannatte. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | He bhagavan ! Lavanasamudra ka samsthana kaisa hai\? Gautama ! Lavanasamudra gotirtha ke akara ka, nava ke akara ka, sipa ke puta ke akara ka, ghore ke skamdha ke akara ka, valabhigriha ke akara ka, vartula aura valayakara samsthana vala hai. He bhagavan ! Lavanasamudra ka chakravala – vishkambha kitana hai, usaki paridhi kitani hai\? Usaki gaharai kitani hai, usaki umchai kitani hai\? Usaka samagra pramana kitana hai\? Gautama ! Lavanasamudra chakravala – vishkambha se do lakha yojana ka hai, usaki paridhi 1581139 yojana se kuchha kama hai, usaki gaharai 1000 yojana hai, usaka utsedha 16000 yojana ka hai. Udvedha aura utsedha donom milakara samagra rupa se usaka pramana 17000 yojana hai. |