Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001329 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-५ नरक विभक्ति |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-५ नरक विभक्ति |
Section : | उद्देशक-२ | Translated Section : | उद्देशक-२ |
Sutra Number : | 329 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] बाहू पकत्तंति य मूलओ से थूलं वियासं मुहे आडहंति । रहंसि जुत्तं सरयंति बालं आरुस्स विज्झंति तुदेन पट्ठे ॥ | ||
Sutra Meaning : | वे नारक की बाहु समूल काट देते हैं। उसके मुँह को स्थूल गोलों से जलाते हैं। उस अज्ञानी को रथ में योजित कर चलाते हैं एवं रुष्ट होने पर पीठ पर कोड़े मारते हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] bahu pakattamti ya mulao se thulam viyasam muhe adahamti. Rahamsi juttam sarayamti balam arussa vijjhamti tudena patthe. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ve naraka ki bahu samula kata dete haim. Usake mumha ko sthula golom se jalate haim. Usa ajnyani ko ratha mem yojita kara chalate haim evam rushta hone para pitha para kore marate haim. |