Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000182 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-५ लोकसार |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-५ लोकसार |
Section : | उद्देशक-६ उन्मार्गवर्जन | Translated Section : | उद्देशक-६ उन्मार्गवर्जन |
Sutra Number : | 182 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | उड्ढं सोता अहे सोता, तिरियं सोता वियाहिया, एते सोया वियक्खाया, जेहिं संगंति पासहा। | ||
Sutra Meaning : | ऊपर नीचे, और मध्य में स्रोत हैं। ये स्रोत कर्मों के आस्रवद्वार हैं, जिनके द्वारा समस्त प्राणियों को आसक्ति पैदा होती है, ऐसा तुम देखो। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Uddham sota ahe sota, tiriyam sota viyahiya, ete soya viyakkhaya, jehim samgamti pasaha. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Upara niche, aura madhya mem srota haim. Ye srota karmom ke asravadvara haim, jinake dvara samasta praniyom ko asakti paida hoti hai, aisa tuma dekho. |