Sutra Navigation: Uttaradhyayan ( उत्तराध्ययन सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1022841 | ||
Scripture Name( English ): | Uttaradhyayan | Translated Scripture Name : | उत्तराध्ययन सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
अध्ययन-२९ सम्यकत्व पराक्रम |
Translated Chapter : |
अध्ययन-२९ सम्यकत्व पराक्रम |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 1141 | Category : | Mool-04 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] वोदाणेणं भंते! जीवे किं जणयइ? वोदाणेणं अकिरियं जणयइ। अकिरियाए भवित्ता तओ पच्छा सिज्झइ बुज्झइ मुच्चइ परिनिव्वाएइ सव्वदुक्खाणमंतं करेइ। | ||
Sutra Meaning : | भन्ते ! व्यवदान से जीव को क्या प्राप्त होता है ? व्यवदान से जीव को अक्रिया प्राप्त होती है। अक्रिय होने से वह सिद्ध होता है, बुद्ध होता है, मुक्त होता है, परिनिर्वाण को प्राप्त होता है, सब दुःखों का अन्त करता है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] vodanenam bhamte! Jive kim janayai? Vodanenam akiriyam janayai. Akiriyae bhavitta tao pachchha sijjhai bujjhai muchchai parinivvaei savvadukkhanamamtam karei. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Bhante ! Vyavadana se jiva ko kya prapta hota hai\? Vyavadana se jiva ko akriya prapta hoti hai. Akriya hone se vaha siddha hota hai, buddha hota hai, mukta hota hai, parinirvana ko prapta hota hai, saba duhkhom ka anta karata hai. |