Sutra Navigation: Mahanishith ( महानिशीय श्रुतस्कंध सूत्र )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 1017182 | ||
Scripture Name( English ): | Mahanishith | Translated Scripture Name : | महानिशीय श्रुतस्कंध सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
अध्ययन-३ कुशील लक्षण |
Translated Chapter : |
अध्ययन-३ कुशील लक्षण |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 482 | Category : | Chheda-06 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] (१) तत्थ कुसीले ताव समासओ दुविहे नेए-परंपर-कुसीले य अपरंपर-कुसीले य (२) तत्थ णं जे ते परंपर-कुसीले ते वि उ दुविहे नेए-सत्त-ट्ठ-गुरु-परंपर-कुसीले एग-दु-ति-गुरु-परंपर-कुसीले य। | ||
Sutra Meaning : | उसमें संक्षेप से कुशील दो तरह का है। १. परम्परा कुशील, २. अपरम्परा कुशील। उसमें जो परम्परा कुशील है वो दो तरह का है। १. सात – आठ गुरु परम्परा कुशील और २. एक, दो, तीन गुरु परम्परा कुशील। और फिर जो अपरम्परा कुशील है वो दो तरीके का है। आगम से गुरु परम्परा से क्रम या परिपाटी में जो कोई कुशील थे वो ही कुशील माने जाते हैं। सूत्र – ४८२–४८४ | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] (1) tattha kusile tava samasao duvihe nee-parampara-kusile ya aparampara-kusile ya (2) tattha nam je te parampara-kusile te vi u duvihe nee-satta-ttha-guru-parampara-kusile ega-du-ti-guru-parampara-kusile ya. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Usamem samkshepa se kushila do taraha ka hai. 1. Parampara kushila, 2. Aparampara kushila. Usamem jo parampara kushila hai vo do taraha ka hai. 1. Sata – atha guru parampara kushila aura 2. Eka, do, tina guru parampara kushila. Aura phira jo aparampara kushila hai vo do tarike ka hai. Agama se guru parampara se krama ya paripati mem jo koi kushila the vo hi kushila mane jate haim. Sutra – 482–484 |