Sutra Navigation: Sthanang ( स्थानांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1002349 | ||
Scripture Name( English ): | Sthanang | Translated Scripture Name : | स्थानांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
स्थान-४ |
Translated Chapter : |
स्थान-४ |
Section : | उद्देशक-३ | Translated Section : | उद्देशक-३ |
Sutra Number : | 349 | Category : | Ang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–आतंभरे नाममेगे नो परंभरे, परंभरे नाममेगे नो आतंभरे, एगे आतंभरेवि परंभरेवि, एगे नो आतंभरे नो परंभरे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–दुग्गए नाममेगे दुग्गए, दुग्गए नाममेगे सुग्गए, सुग्गए नाममेगे दुग्गए, सुग्गए नाममेगे सुग्गए। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–दुग्गए नाममेगे दुव्वए, दुग्गए नाममेगे सुव्वए, सुग्गए नाममेगे दुव्वए, सुग्गए नाममेगे सुव्वए। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–दुग्गए नाममेगे दुप्पडितानंदे, दुग्गए नाममेगे सुप्पडितानंदे, सुग्गए नाममेगे दुप्पडितानंदे, सुग्गए नाममेगे सुप्पडितानंदे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–दुग्गए नाममेगे दुग्गतिगामी, दुग्गए नाममेगे सुग्गतिगामि, सुग्गए नाममेगे दुग्गतिगामी, सुग्गए नाममेगे सुग्गतिगामी। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–दुग्गए नाममेगे दुग्गतिं गते, दुग्गए नाममेगे सुग्गतिं गते, सुग्गए नाममेगे दुग्गतिं गते, सुग्गए नाममेगे सुग्गतिं गते। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–तमे नाममेगे तमे, तमे नाममेगे जोती, जोती नाममेगे तमे, जोती नाममेगे जोती। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–तमे नाममेगे तमबले, तमे नाममेगे जोतिबले, जोती नाममेगे तमबले, जोती नाममेगे जोतिबले। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–तमे नाममेगे तमबलपलज्जणे, तमे नाममेगे जोति-बलपलज्जणे, जोती नाममेगे तमबलपलज्जणे, जोतीनाममेगे जोतिबलपलज्जणे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–परिण्णातकम्मे नाममेगे नो परिण्णातसण्णे, परिण्णातसण्णे नाममेगे नो परिण्णातकम्मे, एगे परिण्णातकम्मेवि परिण्णातसण्णेवि, एगे नो परिण्णातकम्मे नो परिण्णातसण्णे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–परिण्णातकम्मे नाममेगे नो परिण्णातगिहावासे, परिण्णात-गिहावासे नाममेगे नो परिण्णातकम्मे, एगे परिण्णातकम्मेवि परिण्णातगिहावासेवि, एगे नो परिण्णातकम्मे नो परिण्णातगिहावासे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा– परिणातसण्णे नाममेगे नो परिण्णातगिहावासे, परिण्णातगिहावासे नाममेगे नो परिण्णा तसण्णे, एगे परिण्णातसण्णेवि परिण्णातगिहावासेवि, एगे नो परिण्णातसण्णे नो परिण्णातगिहावासे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–इहत्थे नाममेगे नो परत्थे, परत्थे नाममेगे नो इहत्थे, एगे इहत्थेवि परत्थेवि, एगे नो इहत्थे नो परत्थे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–एगेणं नाममेगे वड्ढति एगेणं हायति, एगेणं नाममेगे वड्ढति दोहिं हायति, दोहिं नाममेगे वड्ढति एगेणं हायति, दोहिं नाममेगे वड्ढति दोहिं हायति। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–आइण्णे नाममेगे आइण्णे, आइण्णे नाममेगे खलुंके, खलुंके नाममेगे आइ-ण्णे, खलुंके नाममेगे खलुंके। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–आइण्णे नाममेगे आइण्णे, आइण्णे नाममेगे खलुंके, खलुंके नाममेगे आइण्णे खलुंके नाममेगे खलुंके। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–आइण्णे नाममेगे आइण्णताए वहति, आइण्णे नाममेगे खलुंकताए वहति, खलुंके नाममेगे आइण्णताए वहति, खलुंके नाममेगे खलुंकताए वहति। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–आइण्णे नाममेगे आइण्णताए वहति, आइण्णे नाममेगे खलुंकताए वहति, खलुंके नाममेगे आइण्णताए वहति, खलुंके नाममेगे खलुंकताए वहति। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, कुलसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपन्ने एगे जातिसंपन्नेवि कुलसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो कुलसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, कुलसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपन्ने, एगे जातिसंपन्नेवि कुलसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो कुलसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, बलसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपन्ने, एगे जातिसंपन्नेवि बलसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो बलसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, बलसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपन्ने, एगे जातिसंपन्नेवि बलसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो बलसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, रूवसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपण्णे, एगे जातिसंपन्नेवि रूवसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो रूवसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, रूवसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपन्ने, एगे जातिसंपन्ने वि रूवसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो रूवसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपण्णे, एगे जातिसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो जयसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–जातिसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो जातिसंपन्ने, एगे जातिसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो जातिसंपन्ने नो जयसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–कुलसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, बलसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, एगे कुलसंपन्नेवि बलसंपन्नेवि, एगे नो कुलसंपन्ने नो बलसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–कुलसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, बलसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, एगे कुलसंपन्नेवि बलसंपन्नेवि, एगे नो कुलसंपन्ने नो बलसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–कुलसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, रूवसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, एगे कुलसंपन्नेवि रूवसंपन्नेवि, एगे नो कुलसंपन्ने नो रूवसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–कुलसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, रूवसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, एगे कुलसंपन्नेवि रूवसंपन्नेवि, एगे नो कुलसंपन्ने नो रूवसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–कुलसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, एगे कुलसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो कुलसंपन्ने नो जयसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–कुलसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो कुलसंपन्ने, एगे कुलसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो कुलसंपन्ने नो जयसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–बलसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, रूवसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, एगे बलसंपन्नेवि रूवसंपन्नेवि, एगे नो बलसंपन्ने नो रूवसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–बलसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, रूवसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, एगे बलसंपन्नेवि रूवसंपन्नेवि, एगे नो बलसंपन्ने नो रूवसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–बलसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, एगे बलसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो बलसंपन्ने नो जयसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–बलसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो बलसंपन्ने, एगे बलसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो बलसंपन्ने नो जयसंपन्ने। चत्तारि पकंथगा पन्नत्ता, तं जहा–रूवसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, एगे रूवसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो रूवसंपन्ने नो जयसंपन्ने। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–रूवसंपन्ने नाममेगे नो जयसंपन्ने, जयसंपन्ने नाममेगे नो रूवसंपन्ने, एगे रूवसंपन्नेवि जयसंपन्नेवि, एगे नो रूवसंपन्ने नो जयसंपन्ने। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–सीहत्ताए नाममेगे सीहत्ताए विहरइ, सीहत्ताए नाममेगे निक्खंते सीयालत्ताए विहरइ, सीयालत्ताए नाममेगे निक्खंते सीहत्ताए विहरइ, सीयालत्ताए नाममेगे निक्खंते सीयालत्ताए विहरइ। | ||
Sutra Meaning : | पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक अपना भरण – पोषण करता है किन्तु दूसरे का भरण – पोषण नहीं करता। एक अपना भरण – पोषण नहीं करता किन्तु दूसरों का भरण – पोषण करता है। एक अपना भी और दूसरे का भी भरण – पोषण करता है। एक अपना भी भरण – पोषण नहीं करता और दूसरे का भी भरण – पोषण नहीं करता है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष पहले भी दरिद्री होता है और पीछे भी दरिद्री रहता है। एक पुरुष पहले दरिद्री होता है किन्तु पीछे धनवान हो जाता है। एक पुरुष पहले धनवान होता है किन्तु पीछे दरिद्री हो जाता है। एक पुरुष पहले भी धनवान होता है और पीछे भी धनवान रहता है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष दरिद्री होता है और दुराचारी भी होता है। एक पुरुष दरिद्री होता है किन्तु सदाचारी होता है। एक पुरुष धनवान होता है किन्तु दुराचारी होता है। एक पुरुष धनवान भी होता है और सदाचारी भी होता है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक दरिद्री है किन्तु दुष्कृत्यों में आनन्द मानने वाला है। एक दरिद्री किन्तु सत्कार्यों में आनन्द मानने वाला है। एक धनी है किन्तु दुष्कृत्यों में आनन्द मानने वाला है। एक धनी भी है और सत्कार्यों में भी आनन्द मानने वाला है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष दरिद्री है और दुर्गति में जाने वाला है। एक पुरुष दरिद्री है और सुगति में जाने वाला है। एक पुरुष धनवान है और दुर्गति में जाने वाला है। एक पुरुष धनवान है और सुगति में जाने वाला है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष दरिद्री है और दुर्गति में गया है। एक पुरुष दरिद्र है और सुगति में गया है। एक पुरुष धनवान है और दुर्गति में गया है। एक पुरुष धनवान है और सुगति में गया है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। एक पुरुष पहले अज्ञानी है और पीछे भी अज्ञानी है। एक पुरुष पहले अज्ञानी है पीछे ज्ञानवान हो जाता है। एक पुरुष पहले ज्ञानी है बाद में अज्ञानी बन जाता है। एक पुरुष पहले भी ज्ञानी है और पीछे भी ज्ञानी है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष मलिन स्वभाव वाला है और उसके पास अज्ञान का बल है। एक पुरुष मलिन स्वभाव वाला है और उसके पास ज्ञान का बल है। एक पुरुष निर्मल स्वभाव वाला है किन्तु उसके पास अज्ञान का बल है। एक पुरुष निर्मल स्वभाव वाला है और उसके पास ज्ञान का बल है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष मलिन स्वभाव वाला है और अज्ञान बल में आनन्द मानने वाला है। एक पुरुष मलिन स्वभाव वाला है किन्तु ज्ञान बल में आनन्द मानने वाला है। एक पुरुष निर्मल स्वभाव वाला है किन्तु अज्ञान बल में आनन्द मानने वाला है। एक पुरुष निर्मल स्वभाव वाला है और ज्ञान बल में आनन्द मानता है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष ने कृषि आदि सावद्य कर्मों का तो परित्याग कर दिया है किन्तु सदोष आहार आदि का परित्याग नहीं किया है। एक पुरुष ने सदोष आहार आदि का तो परित्याग कर दिया है किन्तु कृषि आदि सावद्यकर्मों का परित्याग नहीं किया है। एक पुरुष ने कृषि आदि सावद्य कर्मों का भी परि – त्याग कर दिया है और सदोष आहार आदि का भी परित्याग कर दिया है। एक पुरुष ने कृषि आदि सावद्य कर्मों का भी परित्याग नहीं किया है और सदोष आहार आदि का भी परित्याग नहीं किया है। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष ने कृषि आदि कर्मों का परित्याग कर दिया है, किन्तु गृहवास का परित्याग नहीं किया है। शेष तीन भांगे पूर्वोक्त क्रम से कहें। एक पुरुष ने सदोष आहार आदि का तो परित्याग कर दिया है किन्तु गृहवास का परित्याग नहीं किया है। शेष तीन भांगे पूर्वोक्त क्रम से कहें। पुरुषवर्ग चार प्रकार का है। एक पुरुष इहभव के सुख की कामना करता है, परभव के सुख की कामना नहीं करता। एक पुरुष परभव के सुख की कामना करता है इहभव के सुख की कामना नहीं करता। एक पुरुष इहभव और परभव दोनों के सुख की कामना करता है। एक पुरुष इहभव और परभव दोनों के सुख की कामना नहीं करता। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष एक (श्रुतज्ञान) से बढ़ता है और एक (सम्यग्दर्शन) से हीन होता है। एक पुरुष एक (श्रुतज्ञान) से बढ़ता है और दो (सम्यग्दर्शन और विनय) से हीन होता है। एक पुरुष दो (श्रुतज्ञान और सम्यकचारित्र) से बढ़ता है और सम्यग्दर्शन से हीन होता है। एक पुरुष दो (श्रुतज्ञान और सम्यग – नुष्ठान) से बढ़ता है और दो (सम्यग्दर्शन और विनय) से हीन होता है। अश्व चार प्रकार के हैं। यथा – एक अश्व पहले शीघ्रगति होता है और पीछे भी शीघ्रगति रहता है। एक अश्व पहले शीघ्रगति होता है किन्तु पीछे मन्द गति हो जाता है। एक अश्व पहले मंदगति होता है किन्तु पीछे शीघ्रगति हो जाता है। एक अश्व पहले भी मंदगति होता है और पीछे भी मंदगति रहता है। इसी प्रकार पुरुष चार प्रकार के हैं। यथा – एक पुरुष पहले सद्गुणी है और पीछे भी सद्गुणी है। एक पुरुष पहले सद्गुणी है किन्तु पीछे अवगुणी हो जाता है। एक पुरुष पहले अवगुणी है किन्तु पीछे सद्गुणी हो जाता है। एक पुरुष पहले भी और पीछे भी अवगुणी होता है। अश्व चार प्रकार के हैं। यथा – एक अश्व शीघ्रगति है और संकेतानुसार चलता है। एक अश्व शीघ्रगति है किन्तु संकेतानुसार नहीं चलता है। एक अश्व मंदगति है किन्तु संकेतानुसार चलता है। एक अश्व मंदगति है और संकेतानुसार भी नहीं चलता है। इसी प्रकार पुरुष चार प्रकार के हैं। यथा – एक पुरुष विनय गुणसम्पन्न और व्यवहार में भी विनम्र हैं। शेष तीन भांगे पूर्वोक्त क्रम से कहें। अश्व चार प्रकार के हैं। यथा – एक अश्व जातिसम्पन्न है किन्तु कुलसम्पन्न नहीं है। शेष तीन भांगे पूर्वोक्त सूत्र अनुसार। इसी प्रकार पुरुष चार प्रकार के हैं। भांगे पूर्ववत्। अश्व चार प्रकार के हैं। यथा – एक अश्व जातिसम्पन्न है किन्तु बलसम्पन्न नहीं है। शेष तीन भांगे पूर्वोक्त सूत्र समान। इसी प्रकार पुरुष चार प्रकार के हैं। भांगे पूर्ववत्। अश्व चार प्रकार के हैं। यथा – एक अश्व जातिसम्पन्न है किन्तु युद्ध में वह विजय प्राप्त नहीं कर पाता। शेष तीन भांगे पूर्वोक्त क्रम से कहें। इसी प्रकार पुरुष चार प्रकार के हैं। एक पुरुष जातिसम्पन्न है। किन्तु युद्ध में वह विजयी नहीं होता। शेष भांगे पूर्ववत्। इसी प्रकार कुल सम्पन्न और बल सम्पन्न, कुल सम्पन्न और रूप सम्पन्न, कुल सम्पन्न और जय सम्पन्न, बल सम्पन्न और रूप सम्पन्न, बल सम्पन्न और जय सम्पन्न, रूप सम्पन्न और बल सम्पन्न, रूप सम्पन्न और जय सम्पन्न, अश्व के चार – चार भांगे तथा इसी प्रकार पुरुष के चार – चार भांगे पूर्वोक्त क्रम से कहें। पुरुष वर्ग चार प्रकार का है। यथा – एक पुरुष सिंह की तरह प्रव्रजित होता है और सिंह की तरह ही विचरण करता है। एक पुरुष सिंह की तरह प्रव्रजित होता है किन्तु शृंगाल की तरह विचरण करता है। एक पुरुष शृंगाल की तरह प्रव्रजित होता है किन्तु सिंह की तरह विचरण करता है। एक पुरुष शृंगाल की तरह प्रव्रजित होता है और शृंगाल की तरह ही विचरण करता है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] chattari purisajaya pannatta, tam jaha–atambhare namamege no parambhare, parambhare namamege no atambhare, ege atambharevi parambharevi, ege no atambhare no parambhare. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–duggae namamege duggae, duggae namamege suggae, suggae namamege duggae, suggae namamege suggae. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–duggae namamege duvvae, duggae namamege suvvae, suggae namamege duvvae, suggae namamege suvvae. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–duggae namamege duppaditanamde, duggae namamege suppaditanamde, suggae namamege duppaditanamde, suggae namamege suppaditanamde. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–duggae namamege duggatigami, duggae namamege suggatigami, suggae namamege duggatigami, suggae namamege suggatigami. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–duggae namamege duggatim gate, duggae namamege suggatim gate, suggae namamege duggatim gate, suggae namamege suggatim gate. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–tame namamege tame, tame namamege joti, joti namamege tame, joti namamege joti. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–tame namamege tamabale, tame namamege jotibale, joti namamege tamabale, joti namamege jotibale. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–tame namamege tamabalapalajjane, tame namamege joti-balapalajjane, joti namamege tamabalapalajjane, jotinamamege jotibalapalajjane. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–parinnatakamme namamege no parinnatasanne, parinnatasanne namamege no parinnatakamme, ege parinnatakammevi parinnatasannevi, ege no parinnatakamme no parinnatasanne. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–parinnatakamme namamege no parinnatagihavase, parinnata-gihavase namamege no parinnatakamme, ege parinnatakammevi parinnatagihavasevi, ege no parinnatakamme no parinnatagihavase. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha– parinatasanne namamege no parinnatagihavase, parinnatagihavase namamege no parinna tasanne, ege parinnatasannevi parinnatagihavasevi, ege no parinnatasanne no parinnatagihavase. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ihatthe namamege no paratthe, paratthe namamege no ihatthe, ege ihatthevi paratthevi, ege no ihatthe no paratthe. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–egenam namamege vaddhati egenam hayati, egenam namamege vaddhati dohim hayati, dohim namamege vaddhati egenam hayati, dohim namamege vaddhati dohim hayati. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–ainne namamege ainne, ainne namamege khalumke, khalumke namamege ai-nne, khalumke namamege khalumke. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ainne namamege ainne, ainne namamege khalumke, khalumke namamege ainne khalumke namamege khalumke. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–ainne namamege ainnatae vahati, ainne namamege khalumkatae vahati, khalumke namamege ainnatae vahati, khalumke namamege khalumkatae vahati. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ainne namamege ainnatae vahati, ainne namamege khalumkatae vahati, khalumke namamege ainnatae vahati, khalumke namamege khalumkatae vahati. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no kulasampanne, kulasampanne namamege no jatisampanne ege jatisampannevi kulasampannevi, ege no jatisampanne no kulasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no kulasampanne, kulasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampannevi kulasampannevi, ege no jatisampanne no kulasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no balasampanne, balasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampannevi balasampannevi, ege no jatisampanne no balasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no balasampanne, balasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampannevi balasampannevi, ege no jatisampanne no balasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no ruvasampanne, ruvasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampannevi ruvasampannevi, ege no jatisampanne no ruvasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no ruvasampanne, ruvasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampanne vi ruvasampannevi, ege no jatisampanne no ruvasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampannevi jayasampannevi, ege no jatisampanne no jayasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–jatisampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no jatisampanne, ege jatisampannevi jayasampannevi, ege no jatisampanne no jayasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–kulasampanne namamege no balasampanne, balasampanne namamege no kulasampanne, ege kulasampannevi balasampannevi, ege no kulasampanne no balasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–kulasampanne namamege no balasampanne, balasampanne namamege no kulasampanne, ege kulasampannevi balasampannevi, ege no kulasampanne no balasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–kulasampanne namamege no ruvasampanne, ruvasampanne namamege no kulasampanne, ege kulasampannevi ruvasampannevi, ege no kulasampanne no ruvasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–kulasampanne namamege no ruvasampanne, ruvasampanne namamege no kulasampanne, ege kulasampannevi ruvasampannevi, ege no kulasampanne no ruvasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–kulasampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no kulasampanne, ege kulasampannevi jayasampannevi, ege no kulasampanne no jayasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–kulasampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no kulasampanne, ege kulasampannevi jayasampannevi, ege no kulasampanne no jayasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–balasampanne namamege no ruvasampanne, ruvasampanne namamege no balasampanne, ege balasampannevi ruvasampannevi, ege no balasampanne no ruvasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–balasampanne namamege no ruvasampanne, ruvasampanne namamege no balasampanne, ege balasampannevi ruvasampannevi, ege no balasampanne no ruvasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–balasampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no balasampanne, ege balasampannevi jayasampannevi, ege no balasampanne no jayasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–balasampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no balasampanne, ege balasampannevi jayasampannevi, ege no balasampanne no jayasampanne. Chattari pakamthaga pannatta, tam jaha–ruvasampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no ruvasampanne, ege ruvasampannevi jayasampannevi, ege no ruvasampanne no jayasampanne. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ruvasampanne namamege no jayasampanne, jayasampanne namamege no ruvasampanne, ege ruvasampannevi jayasampannevi, ege no ruvasampanne no jayasampanne. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–sihattae namamege sihattae viharai, sihattae namamege nikkhamte siyalattae viharai, siyalattae namamege nikkhamte sihattae viharai, siyalattae namamege nikkhamte siyalattae viharai. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka apana bharana – poshana karata hai kintu dusare ka bharana – poshana nahim karata. Eka apana bharana – poshana nahim karata kintu dusarom ka bharana – poshana karata hai. Eka apana bhi aura dusare ka bhi bharana – poshana karata hai. Eka apana bhi bharana – poshana nahim karata aura dusare ka bhi bharana – poshana nahim karata hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha pahale bhi daridri hota hai aura pichhe bhi daridri rahata hai. Eka purusha pahale daridri hota hai kintu pichhe dhanavana ho jata hai. Eka purusha pahale dhanavana hota hai kintu pichhe daridri ho jata hai. Eka purusha pahale bhi dhanavana hota hai aura pichhe bhi dhanavana rahata hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha daridri hota hai aura durachari bhi hota hai. Eka purusha daridri hota hai kintu sadachari hota hai. Eka purusha dhanavana hota hai kintu durachari hota hai. Eka purusha dhanavana bhi hota hai aura sadachari bhi hota hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka daridri hai kintu dushkrityom mem ananda manane vala hai. Eka daridri kintu satkaryom mem ananda manane vala hai. Eka dhani hai kintu dushkrityom mem ananda manane vala hai. Eka dhani bhi hai aura satkaryom mem bhi ananda manane vala hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha daridri hai aura durgati mem jane vala hai. Eka purusha daridri hai aura sugati mem jane vala hai. Eka purusha dhanavana hai aura durgati mem jane vala hai. Eka purusha dhanavana hai aura sugati mem jane vala hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha daridri hai aura durgati mem gaya hai. Eka purusha daridra hai aura sugati mem gaya hai. Eka purusha dhanavana hai aura durgati mem gaya hai. Eka purusha dhanavana hai aura sugati mem gaya hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Eka purusha pahale ajnyani hai aura pichhe bhi ajnyani hai. Eka purusha pahale ajnyani hai pichhe jnyanavana ho jata hai. Eka purusha pahale jnyani hai bada mem ajnyani bana jata hai. Eka purusha pahale bhi jnyani hai aura pichhe bhi jnyani hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha malina svabhava vala hai aura usake pasa ajnyana ka bala hai. Eka purusha malina svabhava vala hai aura usake pasa jnyana ka bala hai. Eka purusha nirmala svabhava vala hai kintu usake pasa ajnyana ka bala hai. Eka purusha nirmala svabhava vala hai aura usake pasa jnyana ka bala hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha malina svabhava vala hai aura ajnyana bala mem ananda manane vala hai. Eka purusha malina svabhava vala hai kintu jnyana bala mem ananda manane vala hai. Eka purusha nirmala svabhava vala hai kintu ajnyana bala mem ananda manane vala hai. Eka purusha nirmala svabhava vala hai aura jnyana bala mem ananda manata hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha ne krishi adi savadya karmom ka to parityaga kara diya hai kintu sadosha ahara adi ka parityaga nahim kiya hai. Eka purusha ne sadosha ahara adi ka to parityaga kara diya hai kintu krishi adi savadyakarmom ka parityaga nahim kiya hai. Eka purusha ne krishi adi savadya karmom ka bhi pari – tyaga kara diya hai aura sadosha ahara adi ka bhi parityaga kara diya hai. Eka purusha ne krishi adi savadya karmom ka bhi parityaga nahim kiya hai aura sadosha ahara adi ka bhi parityaga nahim kiya hai. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha ne krishi adi karmom ka parityaga kara diya hai, kintu grihavasa ka parityaga nahim kiya hai. Shesha tina bhamge purvokta krama se kahem. Eka purusha ne sadosha ahara adi ka to parityaga kara diya hai kintu grihavasa ka parityaga nahim kiya hai. Shesha tina bhamge purvokta krama se kahem. Purushavarga chara prakara ka hai. Eka purusha ihabhava ke sukha ki kamana karata hai, parabhava ke sukha ki kamana nahim karata. Eka purusha parabhava ke sukha ki kamana karata hai ihabhava ke sukha ki kamana nahim karata. Eka purusha ihabhava aura parabhava donom ke sukha ki kamana karata hai. Eka purusha ihabhava aura parabhava donom ke sukha ki kamana nahim karata. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha eka (shrutajnyana) se barhata hai aura eka (samyagdarshana) se hina hota hai. Eka purusha eka (shrutajnyana) se barhata hai aura do (samyagdarshana aura vinaya) se hina hota hai. Eka purusha do (shrutajnyana aura samyakacharitra) se barhata hai aura samyagdarshana se hina hota hai. Eka purusha do (shrutajnyana aura samyaga – nushthana) se barhata hai aura do (samyagdarshana aura vinaya) se hina hota hai. Ashva chara prakara ke haim. Yatha – eka ashva pahale shighragati hota hai aura pichhe bhi shighragati rahata hai. Eka ashva pahale shighragati hota hai kintu pichhe manda gati ho jata hai. Eka ashva pahale mamdagati hota hai kintu pichhe shighragati ho jata hai. Eka ashva pahale bhi mamdagati hota hai aura pichhe bhi mamdagati rahata hai. Isi prakara purusha chara prakara ke haim. Yatha – eka purusha pahale sadguni hai aura pichhe bhi sadguni hai. Eka purusha pahale sadguni hai kintu pichhe avaguni ho jata hai. Eka purusha pahale avaguni hai kintu pichhe sadguni ho jata hai. Eka purusha pahale bhi aura pichhe bhi avaguni hota hai. Ashva chara prakara ke haim. Yatha – eka ashva shighragati hai aura samketanusara chalata hai. Eka ashva shighragati hai kintu samketanusara nahim chalata hai. Eka ashva mamdagati hai kintu samketanusara chalata hai. Eka ashva mamdagati hai aura samketanusara bhi nahim chalata hai. Isi prakara purusha chara prakara ke haim. Yatha – eka purusha vinaya gunasampanna aura vyavahara mem bhi vinamra haim. Shesha tina bhamge purvokta krama se kahem. Ashva chara prakara ke haim. Yatha – eka ashva jatisampanna hai kintu kulasampanna nahim hai. Shesha tina bhamge purvokta sutra anusara. Isi prakara purusha chara prakara ke haim. Bhamge purvavat. Ashva chara prakara ke haim. Yatha – eka ashva jatisampanna hai kintu balasampanna nahim hai. Shesha tina bhamge purvokta sutra samana. Isi prakara purusha chara prakara ke haim. Bhamge purvavat. Ashva chara prakara ke haim. Yatha – eka ashva jatisampanna hai kintu yuddha mem vaha vijaya prapta nahim kara pata. Shesha tina bhamge purvokta krama se kahem. Isi prakara purusha chara prakara ke haim. Eka purusha jatisampanna hai. Kintu yuddha mem vaha vijayi nahim hota. Shesha bhamge purvavat. Isi prakara kula sampanna aura bala sampanna, kula sampanna aura rupa sampanna, kula sampanna aura jaya sampanna, bala sampanna aura rupa sampanna, bala sampanna aura jaya sampanna, rupa sampanna aura bala sampanna, rupa sampanna aura jaya sampanna, ashva ke chara – chara bhamge tatha isi prakara purusha ke chara – chara bhamge purvokta krama se kahem. Purusha varga chara prakara ka hai. Yatha – eka purusha simha ki taraha pravrajita hota hai aura simha ki taraha hi vicharana karata hai. Eka purusha simha ki taraha pravrajita hota hai kintu shrimgala ki taraha vicharana karata hai. Eka purusha shrimgala ki taraha pravrajita hota hai kintu simha ki taraha vicharana karata hai. Eka purusha shrimgala ki taraha pravrajita hota hai aura shrimgala ki taraha hi vicharana karata hai. |