Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001716 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-२ अध्ययन-५ आचार श्रुत |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-२ अध्ययन-५ आचार श्रुत |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 716 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] नत्थि लोए अलोए वा नेवं सण्णं निवेसए । अत्थि लोए अलोए वा एवं सण्णं निवेसए ॥ | ||
Sutra Meaning : | लोक नहीं है या अलोक नहीं है ऐसी संज्ञा नहीं रखनी चाहिए अपितु लोक है और अलोक है, ऐसी संज्ञा रखनी चाहिए। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] natthi loe aloe va nevam sannam nivesae. Atthi loe aloe va evam sannam nivesae. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Loka nahim hai ya aloka nahim hai aisi samjnya nahim rakhani chahie apitu loka hai aura aloka hai, aisi samjnya rakhani chahie. |