Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001713 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-२ अध्ययन-५ आचार श्रुत |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-२ अध्ययन-५ आचार श्रुत |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 713 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] एएहिं दोहिं ठाणेहिं ववहारो न विज्जई । एएहिं दोहिं ठाणेहिं अणायारं विजाणए ॥ | ||
Sutra Meaning : | इन दोनों एकान्त मान्यताओं से व्यवहार नहीं चलता है, इसलिए इन दोनों एकान्त मन्तव्यों का आश्रय लेना अनाचार समझना चाहिए। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] eehim dohim thanehim vavaharo na vijjai. Eehim dohim thanehim anayaram vijanae. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ina donom ekanta manyataom se vyavahara nahim chalata hai, isalie ina donom ekanta mantavyom ka ashraya lena anachara samajhana chahie. |