Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001541 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-१२ समवसरण |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-१२ समवसरण |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 541 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] नाइच्चो उदेइ न अत्थमेइ न चंदिमा वड्ढति हायती वा । सलिला न संदंति न वंति वाया वंज्झे नितिए कसिणे हु लोए ॥ | ||
Sutra Meaning : | एक मत यह है कि सूर्य न उदित होता है और न अस्त। चन्द्रमा न बढ़ता हे और न घटता है। नदियाँ प्रवाहित नहीं है। हवा चलती नहीं है क्योंकि सम्पूर्ण लोक अर्थ शून्य एवं नियत है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] naichcho udei na atthamei na chamdima vaddhati hayati va. Salila na samdamti na vamti vaya vamjjhe nitie kasine hu loe. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Eka mata yaha hai ki surya na udita hota hai aura na asta. Chandrama na barhata he aura na ghatata hai. Nadiyam pravahita nahim hai. Hava chalati nahim hai kyomki sampurna loka artha shunya evam niyata hai. |