Sutra Navigation: Sthanang ( स्थानांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1002098 | ||
Scripture Name( English ): | Sthanang | Translated Scripture Name : | स्थानांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
स्थान-२ |
Translated Chapter : |
स्थान-२ |
Section : | उद्देशक-३ | Translated Section : | उद्देशक-३ |
Sutra Number : | 98 | Category : | Ang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] दो असुरकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–चमरे चेव, बली चेव। दो नागकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–धरणे चेव, भूयानंदे चेव। दो सुवण्णकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–वेणुदेवे चेव, वेणुदाली चेव। दो विज्जुकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–हरिच्चेव, हरिस्सहे चेव। दो अग्गिकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–अग्गिसिहे चेव, अग्गिमाणवे चेव। दो दीवकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–पुण्णे चेव, विसिट्ठे चेव। दो उदहिकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–जलकंते चेव, जलप्पभे चेव। दो दिसाकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–अमियगती चेव, अमितवाहने चेव। दो वायुकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–वेलंबे चेव, पभंजणे चेव। दो थणियकुमारिंदा पन्नत्ता, तं जहा–घोसे चेव, महाघोसे चेव। दो पिसाइंदा पन्नत्ता, तं जहा–काले चेव, महाकाले चेव। दो भूइंदा पन्नत्ता, तं जहा–सुरूवे चेव, पडिरूवे चेव। दो जक्खिंदा पन्नत्ता, तं जहा–पुण्णभद्दे चेव, माणिभद्दे चेव। दो रक्खसिंदा पन्नत्ता, तं जहा–भीमे चेव, महाभीमे चेव। दो किण्णरिंदा पन्नत्ता, तं जहा–किन्नरे चेव, किंपुरिसे चेव। दो किंपुरिसिंदा पन्नत्ता, तं जहा–सप्पुरिसे चेव, महापुरिसे चेव। दो महोरगिंदा पन्नत्ता, तं जहा–अतिकाए चेव, महाकाए चेव। दो गंधव्विंदा पन्नत्ता, तं जहा–गीतरती चेव, गीयजसे चेव। दो अणपन्निंदा पन्नत्ता, तं जहा–सन्निहिए चेव, सामण्णे चेव। दो पणपन्निंदा पन्नत्ता, तं जहा–धाए चेव, विहाए चेव। दो इसिवाइंदा पन्नत्ता, तं जहा–इसिच्चेव, इसिवालए चेव। दो भूतवाइंदा पन्नत्ता, तं जहा– ‘इस्सरे चेव, महिस्सरे’ चेव। दो कंदिंदा पन्नत्ता, तं जहा–सुवच्छे चेव, विसाले चेव। दो महाकंदिंदा पन्नत्ता, तं जहा–हस्से चेव, हस्सरती चेव। दो कुंभंडिंदा पन्नत्ता, तं जहा–सेए चेव, महासेए चेव। दो पतइंदा पन्नत्ता, तं जहा–पत्तए चेव, पतयवई चेव। जोइसियाणं देवाणं दो इंदा पन्नत्ता, तं जहा–चंदे चेव, सूरे चेव। सोहम्मीसाणेसु णं कप्पेसु दो इंदा पन्नत्ता, तं जहा–सक्के चेव, ईसाने चेव। सणंकुमार-माहिंदेसु कप्पेसु दो इंदा पन्नत्ता, तं जहा–सणंकुमारे चेव, माहिंदे चेव। बंभलोग-लंतएसु णं कप्पेसु दो इंदा पन्नत्ता, तं जहा–बंभे चेव, लंतए चेव। महासुक्क-सहस्सारेसु णं कप्पेसु दो इंदा पन्नत्ता, तं जहा–महासुक्के चेव, सहस्सारे चेव। आणत-पाणत-अच्चुतेसु णं कप्पेसु दो इंदा पन्नत्ता, तं जहा–पाणते चेव, अच्चुते चेव। महासुक्क-सहस्सारेसु णं कप्पेसु विमाणा दुवण्णा पन्नत्ता, तं जहा– ‘हालिद्दा चेव, सुकिल्ला’ चेव। गेविज्जगा णं देवा दो रयणीओ उड्ढमुच्चत्तेणं पन्नत्ता। | ||
Sutra Meaning : | असुरकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – चमर और बलि। नागकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – धरन और भूता – नन्द सुवर्णकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, वेणुदेव और वेणुदाली। विद्युतकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – हरि और हरिसह। अग्निकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – अग्निशिख और अग्निमाणव। द्वीपकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – पूर्ण और वाशिष्ट। उदधिकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – जलकान्त और जलप्रभ। दिक्कुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – अमितगति और अमितवाहन। वायुकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – वेलम्ब और प्रभंजन। स्तनितकुमारेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – घोष और महाघोष। यह भवनपति के इन्द्र हैं। सोलह व्यन्तरों के बत्तीस इन्द्र हैं यथा – पिशाचेन्द्र दो हैं, सुरूप और प्रतिरूप। यक्षेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – पूर्णभद्र और माणिभद्र। राक्षसेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – भीम और महाभीम। किन्नरेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – किन्नर और किंपुरुष। किंपुरुषेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – सत्पुरुष और महापुरुष। महोरगेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – अतिकाय और महाकाय। गन्धवेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – गीतरति और गीतयश। अणपन्निकेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – सन्निहित और समान्य। पणपन्निकेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – धात और विहात। ऋषिवादीन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – ऋषि और ऋषिपालक। भूतवादीन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – ईश्वर और महेश्वर। क्रन्दितेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – सुवत्स और विशाल महाक्रन्दितेन्द्र दो कहे गए हैं, हास्य और हास्यरति। कुभांडेन्द्र दो प्रकार के कहे गए हैं, यथा – श्वेत और महाश्वेत। पतंगेन्द्र दो कहे गए हैं, यथा – पतय और पतयपति। ज्योतिष्क देवों के दो इन्द्र कहे गए हैं, यथा – चन्द्र और सूर्य। बारह देवलोकों के दस इन्द्र हैं। यथा – सौधर्म और ईशान कल्प में दो इन्द्र हैं, शक्र और ईशान। सनत्कुमार और माहेन्द्र में दो इन्द्र कहे गए हैं, सनत्कुमार और माहेन्द्र। ब्रह्मलोक और लान्तक कल्प में दो इन्द्र कहे गए हैं, यथा – ब्रह्म और लान्तक। महाशुक्र और सहस्रार कल्प में दो इन्द्र कहे गए हैं, यथा – महाशुक्र और सहस्रार। आनत, प्राणत, आरण और अच्युत कल्प में दो इन्द्र कहे गए हैं, यथा – प्राणत और अच्युत इस प्रकार सब मिलकर चौंसठ इन्द्र होते हैं महाशुक्र और सहस्रार कल्प में विमान दो वर्ण के हैं, यथा – पीले और श्वेत। ग्रैवेयक देवों की ऊंचाई दो हाथ की है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] do asurakumarimda pannatta, tam jaha–chamare cheva, bali cheva. Do nagakumarimda pannatta, tam jaha–dharane cheva, bhuyanamde cheva. Do suvannakumarimda pannatta, tam jaha–venudeve cheva, venudali cheva. Do vijjukumarimda pannatta, tam jaha–harichcheva, harissahe cheva. Do aggikumarimda pannatta, tam jaha–aggisihe cheva, aggimanave cheva. Do divakumarimda pannatta, tam jaha–punne cheva, visitthe cheva. Do udahikumarimda pannatta, tam jaha–jalakamte cheva, jalappabhe cheva. Do disakumarimda pannatta, tam jaha–amiyagati cheva, amitavahane cheva. Do vayukumarimda pannatta, tam jaha–velambe cheva, pabhamjane cheva. Do thaniyakumarimda pannatta, tam jaha–ghose cheva, mahaghose cheva. Do pisaimda pannatta, tam jaha–kale cheva, mahakale cheva. Do bhuimda pannatta, tam jaha–suruve cheva, padiruve cheva. Do jakkhimda pannatta, tam jaha–punnabhadde cheva, manibhadde cheva. Do rakkhasimda pannatta, tam jaha–bhime cheva, mahabhime cheva. Do kinnarimda pannatta, tam jaha–kinnare cheva, kimpurise cheva. Do kimpurisimda pannatta, tam jaha–sappurise cheva, mahapurise cheva. Do mahoragimda pannatta, tam jaha–atikae cheva, mahakae cheva. Do gamdhavvimda pannatta, tam jaha–gitarati cheva, giyajase cheva. Do anapannimda pannatta, tam jaha–sannihie cheva, samanne cheva. Do panapannimda pannatta, tam jaha–dhae cheva, vihae cheva. Do isivaimda pannatta, tam jaha–isichcheva, isivalae cheva. Do bhutavaimda pannatta, tam jaha– ‘issare cheva, mahissare’ cheva. Do kamdimda pannatta, tam jaha–suvachchhe cheva, visale cheva. Do mahakamdimda pannatta, tam jaha–hasse cheva, hassarati cheva. Do kumbhamdimda pannatta, tam jaha–see cheva, mahasee cheva. Do pataimda pannatta, tam jaha–pattae cheva, patayavai cheva. Joisiyanam devanam do imda pannatta, tam jaha–chamde cheva, sure cheva. Sohammisanesu nam kappesu do imda pannatta, tam jaha–sakke cheva, isane cheva. Sanamkumara-mahimdesu kappesu do imda pannatta, tam jaha–sanamkumare cheva, mahimde cheva. Bambhaloga-lamtaesu nam kappesu do imda pannatta, tam jaha–bambhe cheva, lamtae cheva. Mahasukka-sahassaresu nam kappesu do imda pannatta, tam jaha–mahasukke cheva, sahassare cheva. Anata-panata-achchutesu nam kappesu do imda pannatta, tam jaha–panate cheva, achchute cheva. Mahasukka-sahassaresu nam kappesu vimana duvanna pannatta, tam jaha– ‘halidda cheva, sukilla’ cheva. Gevijjaga nam deva do rayanio uddhamuchchattenam pannatta. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Asurakumarendra do kahe gae haim, yatha – chamara aura bali. Nagakumarendra do kahe gae haim, yatha – dharana aura bhuta – nanda suvarnakumarendra do kahe gae haim, venudeva aura venudali. Vidyutakumarendra do kahe gae haim, yatha – hari aura harisaha. Agnikumarendra do kahe gae haim, yatha – agnishikha aura agnimanava. Dvipakumarendra do kahe gae haim, yatha – purna aura vashishta. Udadhikumarendra do kahe gae haim, yatha – jalakanta aura jalaprabha. Dikkumarendra do kahe gae haim, yatha – amitagati aura amitavahana. Vayukumarendra do kahe gae haim, yatha – velamba aura prabhamjana. Stanitakumarendra do kahe gae haim, yatha – ghosha aura mahaghosha. Yaha bhavanapati ke indra haim. Solaha vyantarom ke battisa indra haim yatha – pishachendra do haim, surupa aura pratirupa. Yakshendra do kahe gae haim, yatha – purnabhadra aura manibhadra. Rakshasendra do kahe gae haim, yatha – bhima aura mahabhima. Kinnarendra do kahe gae haim, yatha – kinnara aura kimpurusha. Kimpurushendra do kahe gae haim, yatha – satpurusha aura mahapurusha. Mahoragendra do kahe gae haim, yatha – atikaya aura mahakaya. Gandhavendra do kahe gae haim, yatha – gitarati aura gitayasha. Anapannikendra do kahe gae haim, yatha – sannihita aura samanya. Panapannikendra do kahe gae haim, yatha – dhata aura vihata. Rishivadindra do kahe gae haim, yatha – rishi aura rishipalaka. Bhutavadindra do kahe gae haim, yatha – ishvara aura maheshvara. Kranditendra do kahe gae haim, yatha – suvatsa aura vishala mahakranditendra do kahe gae haim, hasya aura hasyarati. Kubhamdendra do prakara ke kahe gae haim, yatha – shveta aura mahashveta. Patamgendra do kahe gae haim, yatha – pataya aura patayapati. Jyotishka devom ke do indra kahe gae haim, yatha – chandra aura surya. Baraha devalokom ke dasa indra haim. Yatha – saudharma aura ishana kalpa mem do indra haim, shakra aura ishana. Sanatkumara aura mahendra mem do indra kahe gae haim, sanatkumara aura mahendra. Brahmaloka aura lantaka kalpa mem do indra kahe gae haim, yatha – brahma aura lantaka. Mahashukra aura sahasrara kalpa mem do indra kahe gae haim, yatha – mahashukra aura sahasrara. Anata, pranata, arana aura achyuta kalpa mem do indra kahe gae haim, yatha – pranata aura achyuta isa prakara saba milakara chaumsatha indra hote haim Mahashukra aura sahasrara kalpa mem vimana do varna ke haim, yatha – pile aura shveta. Graiveyaka devom ki umchai do hatha ki hai. |