Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001207 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-३ उपसर्ग परिज्ञा |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-३ उपसर्ग परिज्ञा |
Section : | उद्देशक-३ परवादी वचन जन्य अध्यात्म दुःख | Translated Section : | उद्देशक-३ परवादी वचन जन्य अध्यात्म दुःख |
Sutra Number : | 207 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] ‘को जाणइ’ वियोवातं इत्थीओ उदगाओवा? । चोइज्जंता पवक्खामो न णे अत्थि पकप्पियं ॥ | ||
Sutra Meaning : | कौन जाने पतन स्त्री से होता है या जल से। पूछे जाने पर कहूँगा कि हम इस कार्य में प्रकल्पित नहीं हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] ‘ko janai’ viyovatam itthio udagaova?. Choijjamta pavakkhamo na ne atthi pakappiyam. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Kauna jane patana stri se hota hai ya jala se. Puchhe jane para kahumga ki hama isa karya mem prakalpita nahim haim. |