Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001014 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-१ समय |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-१ समय |
Section : | उद्देशक-१ | Translated Section : | उद्देशक-१ |
Sutra Number : | 14 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] जे ते उ वाइणो एवं लोए तेसिं कुओ सिया? तमाओ ते तमं जंति मंदा आरंभनिस्सिया ॥ | ||
Sutra Meaning : | जो ऐसा कहता है, उनके अनुसार यह लोक कैसे सिद्ध होगा। वे प्रमत्त और हिंसा से आबद्ध लोग अन्धकार से सघन अन्धकार की ओर जाते हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] je te u vaino evam loe tesim kuo siya? Tamao te tamam jamti mamda arambhanissiya. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Jo aisa kahata hai, unake anusara yaha loka kaise siddha hoga. Ve pramatta aura himsa se abaddha loga andhakara se saghana andhakara ki ora jate haim. |