Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 1000140 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-४ सम्यक्त्व |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-४ सम्यक्त्व |
Section : | उद्देशक-१ सम्यक्वाद | Translated Section : | उद्देशक-१ सम्यक्वाद |
Sutra Number : | 140 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] तं आइइत्तु न णिहे न निक्खिवे, जाणित्तु धम्मं जहा तहा। दिट्ठेहिं निव्वेयं गच्छेज्जा। नो लोगस्सेसणं चरे। | ||
Sutra Meaning : | साधक उस (अर्हत् भाषित – धर्म) को ग्रहण करके (उसके आचरण हेतु अपनी शक्तियों को) छिपाए नहीं और न ही उसे छोड़े। धर्म का जैसा स्वरूप है, वैसा जानकर (उसका आचरण करे)। (इष्ट – अनिष्ट) रूपों (इन्द्रिय विषयों) से विरक्ति प्राप्त करे। वह लोकैषणा में न भटके। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] tam aiittu na nihe na nikkhive, janittu dhammam jaha taha. Ditthehim nivveyam gachchhejja. No logassesanam chare. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Sadhaka usa (arhat bhashita – dharma) ko grahana karake (usake acharana hetu apani shaktiyom ko) chhipae nahim aura na hi use chhore. Dharma ka jaisa svarupa hai, vaisa janakara (usaka acharana kare). (ishta – anishta) rupom (indriya vishayom) se virakti prapta kare. Vaha lokaishana mem na bhatake. |