Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000090 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Section : | उद्देशक-५ लोकनिश्रा | Translated Section : | उद्देशक-५ लोकनिश्रा |
Sutra Number : | 90 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] अदिस्समाणे कय-विक्कएसु। से न किणे, न किनावए, किणंतं न समणुजाणइ। से भिक्खू कालण्णे बलण्णे मायण्णे खेयण्णे खणयण्णे विणयण्णे समयण्णे भावण्णे, परिग्गहं अममायमाणे, कालेणुट्ठाइ, अपडिण्णे। | ||
Sutra Meaning : | वह वस्तु के क्रय – विक्रय में संलग्न न हो। न स्वयं क्रय करे, न दूसरों से क्रय करवाए और न क्रय करने वाले का अनुमोदन करे। वह भिक्षु कालज्ञ है, बलज्ञ है, मात्रज्ञ है, क्षेत्रज्ञ है, क्षणज्ञ है, विनयज्ञ है, समयज्ञ है, भावज्ञ है। परिग्रह पर ममत्व नहीं रखने वाला, उचित समय पर उचित कार्य करने वाला अप्रतिज्ञ है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] adissamane kaya-vikkaesu. Se na kine, na kinavae, kinamtam na samanujanai. Se bhikkhu kalanne balanne mayanne kheyanne khanayanne vinayanne samayanne bhavanne, pariggaham amamayamane, kalenutthai, apadinne. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Vaha vastu ke kraya – vikraya mem samlagna na ho. Na svayam kraya kare, na dusarom se kraya karavae aura na kraya karane vale ka anumodana kare. Vaha bhikshu kalajnya hai, balajnya hai, matrajnya hai, kshetrajnya hai, kshanajnya hai, vinayajnya hai, samayajnya hai, bhavajnya hai. Parigraha para mamatva nahim rakhane vala, uchita samaya para uchita karya karane vala apratijnya hai. |