Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000092 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Section : | उद्देशक-५ लोकनिश्रा | Translated Section : | उद्देशक-५ लोकनिश्रा |
Sutra Number : | 92 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] लद्धे आहारे अनगारे मायं जाणेज्जा, से जहेयं भगवया पवेइयं। लाभो त्ति न मज्जेज्जा। अलाभो त्ति न सोयए। बहुं पि लद्धुं न णिहे। परिग्गहाओ अप्पाणं अवसक्केज्जा। | ||
Sutra Meaning : | आहार प्राप्त होने पर, आगम के अनुसार, अनगार को उसकी मात्रा का ज्ञान होना चाहिए। ईच्छित आहार आदि प्राप्त होने पर उसका मद नहीं करे। यदि प्राप्त न हो तो शोक न करे। यदि अधिक मात्रा में प्राप्त हो, तो उसका संग्रह न करे। परिग्रह से स्वयं को दूर रखे। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] laddhe ahare anagare mayam janejja, se jaheyam bhagavaya paveiyam. Labho tti na majjejja. Alabho tti na soyae. Bahum pi laddhum na nihe. Pariggahao appanam avasakkejja. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ahara prapta hone para, agama ke anusara, anagara ko usaki matra ka jnyana hona chahie. Ichchhita ahara adi prapta hone para usaka mada nahim kare. Yadi prapta na ho to shoka na kare. Yadi adhika matra mem prapta ho, to usaka samgraha na kare. Parigraha se svayam ko dura rakhe. |