Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004674 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Translated Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Section : | ३८. प्रमाणसूत्र | Translated Section : | ३८. प्रमाणसूत्र |
Sutra Number : | 674 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | द्रव्यसंग्रह 42 | ||
Mool Sutra : | संशयविमोह-विभ्रमविवर्जितमात्म-परस्वरूपस्य। ग्रहणं सम्यग्ज्ञानं, साकारमनेकभेदं तु।।१।। | ||
Sutra Meaning : | संशय, विमोह (विपर्यय) और विभ्रम (अनध्यवसाय) इन तीन मिथ्याज्ञानों से रहित अपने और पर के स्वरूप का ग्रहण करना सम्यग्ज्ञान है। यह वस्तुस्वरूप का यथार्थ निश्चय कराता है, अतएव इसे साकार अर्थात् सविकल्पक (निश्चयात्मक) कहा गया है। इसके अनेक भेद हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Samshayavimoha-vibhramavivarjitamatma-parasvarupasya. Grahanam samyagjnyanam, sakaramanekabhedam tu..1.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Samshaya, vimoha (viparyaya) aura vibhrama (anadhyavasaya) ina tina mithyajnyanom se rahita apane aura para ke svarupa ka grahana karana samyagjnyana hai. Yaha vastusvarupa ka yathartha nishchaya karata hai, ataeva ise sakara arthat savikalpaka (nishchayatmaka) kaha gaya hai. Isake aneka bheda haim. |