Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004034 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Translated Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Section : | ४. निरूपणसूत्र | Translated Section : | ४. निरूपणसूत्र |
Sutra Number : | 34 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | नयचक्र 182 | ||
Mool Sutra : | निश्चयव्यवहारनयौ, मूलभेदो नयानां सर्वेषाम्। निश्चयसाधनहेतू, पर्यायद्रव्यार्थिकौ मन्यध्वम्।।३।। | ||
Sutra Meaning : | निश्चय और व्यवहार-ये दो नय ही समस्त नयों के मूल हैं तथा द्रव्यार्थिक व पर्यायार्थिक नय निश्चय के साधन में हेतु हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Nishchayavyavaharanayau, mulabhedo nayanam sarvesham. Nishchayasadhanahetu, paryayadravyarthikau manyadhvam..3.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Nishchaya aura vyavahara-ye do naya hi samasta nayom ke mula haim tatha dravyarthika va paryayarthika naya nishchaya ke sadhana mem hetu haim. |