Sutra Navigation: Vyavaharsutra ( व्यवहारसूत्र )

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Mool File Details

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Sr No : 1014049
Scripture Name( English ): Vyavaharsutra Translated Scripture Name : व्यवहारसूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

Translated Chapter :

Section : उद्देशक-१० Translated Section : उद्देशक-१०
Sutra Number : 249 Category : Chheda-03
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] दो पडिमाओ पन्नत्ताओ तं जहा–जवमज्झा य चंदपडिमा, वइरमज्झा य चंदपडिमा। जवमज्झण्णं चंदपडिमं पडिवन्नस्स अणगारस्स मासं निच्चं वोसट्ठकाए चत्तदेहे जे केइ उवसग्गा उप्पज्जंति तं जहा –दिव्वा वा माणुसा वा तिरिक्खजोणिया वा, अनुलोमा वा पडिलोमा वा–तत्थ अनुलोमा ताव वंदेज्जा वा नमंसेज्जा वा सक्कारेज्जा वा सम्माणेज्जा वा कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासेज्जा, तत्थ पडिलोमा अन्नयरेणं दंडेण वा, अट्ठीण वा, जोत्तेण वा, वेत्तेण वा कसेण वा काए आउडेज्जा–ते सव्वे उप्पण्णे सम्मं सहेज्जा खमेज्जा तितिक्खेज्जा अहियासेज्जा। जवमज्झण्णं चंदपडिमं पडिवन्नस्स अणगारस्स सुक्कपक्खस्स पाडिवए कप्पइ एगा दत्ती भोयणस्स पडिगाहेत्तए, एगा पानस्स, अन्नायउंछं सुद्धोवहडं निज्जूहित्ता बहवे समण-माहण-अतिहि-किवण-वणीमगा, कप्पइ से एगस्स भुंजमाणस्स पडिगाहेत्तए, नो दोण्हं नो तिण्हं नो चउण्हं नो पंचण्हं, नो गुव्विणीए नो बालवच्छाए नो दारगं पेज्जमाणीए, नो अंतो एलुयस्स दो वि पाए साहट्टु दलमाणीए, नो बाहिं एलुयस्स दो वि पाए साहट्टु दलमाणीए! एगं पायं अंतो किच्चा एगं पायं बाहिं किच्चा एलुयं विक्खंभइत्ता एवं दलयइ, एवं से कप्पइ पडिगाहेत्तए। एवं नो दलयइ एवं से नो कप्पइ पडिगाहेत्तए। बिइज्जाए से कप्पइ दोण्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, दोण्णि पानस्स। तइयाए से कप्पइ तिन्नि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, तिन्नि पानस्स चउत्थीए से कप्पइ चउ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, चउ पानस्स। पंचमीए से पंच दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, पंच पानस्स। छट्ठीए से कप्पइ छ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, छ पानस्स। सत्तमीए से कप्पइ सत्त दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए सत्त पानस्स। अट्ठमीए से कप्पइ अट्ठ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, अट्ठ पानस्स। नवमीए से कप्पइ नव दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, नव पानस्स। दसमीए से कप्पइ दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, दस पानस्स। एगारसमीए से कप्पइ एगारस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, एगारस पानस्स। बारसमीए से कप्पइ बारस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, बारस पानस्स। तेरसमीए से कप्पइ तेरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, तेरस पानस्स। चोद्दसमीए से कप्पइ चोद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, चोद्दस पानस्स। पन्नरसमीए से कप्पइ पन्नरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, पन्नरस पानस्स। बहुलपक्खस्स पाडिवए कप्पंति चोद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, चोद्दस पानस्स। बितियाए कप्पइ तेरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, तेरस पानस्स। ततियाए कप्पइ बारस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, बारस पानस्स। चउत्थीए कप्पइ एक्कारस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, एक्कारस पानस्स। पंचमीए कप्पइ दस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, दस पानस्स। छट्ठीए कप्पइ नव दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, नव पानस्स। सत्तमीए कप्पइ अट्ठ दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, अट्ठ पानस्स। अट्ठमीए कप्पइ सत्त दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, सत्त पानस्स। नवमीए कप्पइ छ दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, छ पानस्स। दसमीए कप्पइ पंच दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, पंच पानस्स। एक्कारसीए कप्पइ चउ दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, चउ पानस्स। बारसीए कप्पइ तिन्नि दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, तिन्नि पानस्स। तेरसीए कप्पइ दोण्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, दोण्णि पानस्स। चउदसीए कप्पइ एगा दत्ती भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए, एगा पानस्स। अमावासाए से य अभत्तट्ठे भवइ। एवं खलु एसा जवमज्झचंदपडिमा अहासुत्तं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्मं काएण फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आणाए अनुपालिया भवइ।
Sutra Meaning : दो प्रतिमा (अभिग्रह) बताए हैं। वो इस प्रकार – जव मध्य चन्द्र प्रतिमा और वज्र मध्य चन्द्र प्रतिमा। जव मध्य चन्द्र प्रतिमाधारी साधु एक महिने तक काया की ममता का त्याग करते हैं। जो कोई देव या तिर्यंच सम्बन्धी अनुकूलया प्रतिकूल उपसर्ग उत्पन्न हो जिसमें वंदन – नमस्कार, सत्कार – सन्मान, कल्याण – मंगल, देवसर्दश आदि अनुकूल और दूसरा कोई दंड़, अस्थि, जोतर या नेतर के चलने से काया से उपसर्ग करे वो प्रतिकूल। वो सर्व उपसर्ग उत्पन्न हो उस समभाव से, खमें, तितिक्षा करे, दीनता रहित खमे। जव मध्य चन्द्र प्रतिमाधारी साधु को शुक्ल पक्ष की एकम को एक दत्ति अन्न – एक दत्ति पानी लेना कल्पे। सभी दो पगे, चोपगे जो कोई आहार की ईच्छावाले हैं उन्हें आहार मिल गया हो, कईं तापस, ब्राह्मन, अतिथि, कृपण, दरिद्री, याचक, भिक्षा ले जाने के बाद निर्दोष आहार ग्रहण करे। उस साधु को जहाँ अकेले खानेवाला हो वहाँ से आहार लेना कल्पे, लेकिन दो, तीन, चार, पाँच के जमण में से लेना न कल्पे। तीन मास से ज्यादा गर्भवाली के हाथ से, बच्चे के हिस्से में से या बच्चा अलग करे तो न ले। बच्चे को दूध पिलाती स्त्री के हाथ से न ले। घर में दहलीज के भीतर या बाहर दोनों पाँव रखकर दे तो न ले लेकिन एक पाँव दहलीज के भीतर और एक बाहर हो और दे तो लेना कल्पे। उस तरह से न दे तो लेना न कल्पे। शुक्ल पक्ष की बीज को यानि दूसरे दिन अन्न की और पानी की दो दत्ति, त्रीज को तीन दत्ति उस तरह से पूनम को यानि पंद्रहवे दिन अन्न – पानी की पंद्रह दत्ति ग्रहण करे। फिर कृष्ण पक्ष में एकम को चौदह दत्ति अन्न की, चौदह दत्ति पानी की, बीज को तेरह दत्ति अन्न, तेरह दत्ति पानी की यावत्‌ चौदश को एक दत्ति अन्न की और एक दत्ति पानी की लेना कल्पे। अमावास को साधु आहार न करे। उस प्रकार निश्चय से यह जव मध्य प्रतिमा बताई, वो सूत्र – कल्प – मार्ग में बताए अनुसार यथातथ्य सम्यक्‌ तरह से काया थकी छूकर, पालन करके, शोधनकर, पार करके, कीर्तन करके, आज्ञानुसार पालन करना।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] do padimao pannattao tam jaha–javamajjha ya chamdapadima, vairamajjha ya chamdapadima. Javamajjhannam chamdapadimam padivannassa anagarassa masam nichcham vosatthakae chattadehe je kei uvasagga uppajjamti tam jaha –divva va manusa va tirikkhajoniya va, anuloma va padiloma va–tattha anuloma tava vamdejja va namamsejja va sakkarejja va sammanejja va kallanam mamgalam devayam cheiyam pajjuvasejja, tattha padiloma annayarenam damdena va, atthina va, jottena va, vettena va kasena va kae audejja–te savve uppanne sammam sahejja khamejja titikkhejja ahiyasejja. Javamajjhannam chamdapadimam padivannassa anagarassa sukkapakkhassa padivae kappai ega datti bhoyanassa padigahettae, ega panassa, annayaumchham suddhovahadam nijjuhitta bahave samana-mahana-atihi-kivana-vanimaga, kappai se egassa bhumjamanassa padigahettae, no donham no tinham no chaunham no pamchanham, no guvvinie no balavachchhae no daragam pejjamanie, no amto eluyassa do vi pae sahattu dalamanie, no bahim eluyassa do vi pae sahattu dalamanie! Egam payam amto kichcha egam payam bahim kichcha eluyam vikkhambhaitta evam dalayai, evam se kappai padigahettae. Evam no dalayai evam se no kappai padigahettae. Biijjae se kappai donni dattio bhoyanassa padigahettae, donni panassa. Taiyae se kappai tinni dattio bhoyanassa padigahettae, tinni panassa chautthie se kappai chau dattio bhoyanassa padigahettae, chau panassa. Pamchamie se pamcha dattio bhoyanassa padigahettae, pamcha panassa. Chhatthie se kappai chha dattio bhoyanassa padigahettae, chha panassa. Sattamie se kappai satta dattio bhoyanassa padigahettae satta panassa. Atthamie se kappai attha dattio bhoyanassa padigahettae, attha panassa. Navamie se kappai nava dattio bhoyanassa padigahettae, nava panassa. Dasamie se kappai dasa dattio bhoyanassa padigahettae, dasa panassa. Egarasamie se kappai egarasa dattio bhoyanassa padigahettae, egarasa panassa. Barasamie se kappai barasa dattio bhoyanassa padigahettae, barasa panassa. Terasamie se kappai terasa dattio bhoyanassa padigahettae, terasa panassa. Choddasamie se kappai choddasa dattio bhoyanassa padigahettae, choddasa panassa. Pannarasamie se kappai pannarasa dattio bhoyanassa padigahettae, pannarasa panassa. Bahulapakkhassa padivae kappamti choddasa dattio bhoyanassa padiggahettae, choddasa panassa. Bitiyae kappai terasa dattio bhoyanassa padigahettae, terasa panassa. Tatiyae kappai barasa dattio bhoyanassa padigahettae, barasa panassa. Chautthie kappai ekkarasa dattio bhoyanassa padiggahettae, ekkarasa panassa. Pamchamie kappai dasa dattio bhoyanassa padiggahettae, dasa panassa. Chhatthie kappai nava dattio bhoyanassa padiggahettae, nava panassa. Sattamie kappai attha dattio bhoyanassa padiggahettae, attha panassa. Atthamie kappai satta dattio bhoyanassa padiggahettae, satta panassa. Navamie kappai chha dattio bhoyanassa padiggahettae, chha panassa. Dasamie kappai pamcha dattio bhoyanassa padiggahettae, pamcha panassa. Ekkarasie kappai chau dattio bhoyanassa padiggahettae, chau panassa. Barasie kappai tinni dattio bhoyanassa padiggahettae, tinni panassa. Terasie kappai donni dattio bhoyanassa padiggahettae, donni panassa. Chaudasie kappai ega datti bhoyanassa padiggahettae, ega panassa. Amavasae se ya abhattatthe bhavai. Evam khalu esa javamajjhachamdapadima ahasuttam ahakappam ahamaggam ahatachcham sammam kaena phasiya paliya sohiya tiriya kittiya anae anupaliya bhavai.
Sutra Meaning Transliteration : Do pratima (abhigraha) batae haim. Vo isa prakara – java madhya chandra pratima aura vajra madhya chandra pratima. Java madhya chandra pratimadhari sadhu eka mahine taka kaya ki mamata ka tyaga karate haim. Jo koi deva ya tiryamcha sambandhi anukulaya pratikula upasarga utpanna ho jisamem vamdana – namaskara, satkara – sanmana, kalyana – mamgala, devasardasha adi anukula aura dusara koi damra, asthi, jotara ya netara ke chalane se kaya se upasarga kare vo pratikula. Vo sarva upasarga utpanna ho usa samabhava se, khamem, titiksha kare, dinata rahita khame. Java madhya chandra pratimadhari sadhu ko shukla paksha ki ekama ko eka datti anna – eka datti pani lena kalpe. Sabhi do page, chopage jo koi ahara ki ichchhavale haim unhem ahara mila gaya ho, kaim tapasa, brahmana, atithi, kripana, daridri, yachaka, bhiksha le jane ke bada nirdosha ahara grahana kare. Usa sadhu ko jaham akele khanevala ho vaham se ahara lena kalpe, lekina do, tina, chara, pamcha ke jamana mem se lena na kalpe. Tina masa se jyada garbhavali ke hatha se, bachche ke hisse mem se ya bachcha alaga kare to na le. Bachche ko dudha pilati stri ke hatha se na le. Ghara mem dahalija ke bhitara ya bahara donom pamva rakhakara de to na le lekina eka pamva dahalija ke bhitara aura eka bahara ho aura de to lena kalpe. Usa taraha se na de to lena na kalpe. Shukla paksha ki bija ko yani dusare dina anna ki aura pani ki do datti, trija ko tina datti usa taraha se punama ko yani pamdrahave dina anna – pani ki pamdraha datti grahana kare. Phira krishna paksha mem ekama ko chaudaha datti anna ki, chaudaha datti pani ki, bija ko teraha datti anna, teraha datti pani ki yavat chaudasha ko eka datti anna ki aura eka datti pani ki lena kalpe. Amavasa ko sadhu ahara na kare. Usa prakara nishchaya se yaha java madhya pratima batai, vo sutra – kalpa – marga mem batae anusara yathatathya samyak taraha se kaya thaki chhukara, palana karake, shodhanakara, para karake, kirtana karake, ajnyanusara palana karana.