[सूत्र] संखादत्तियस्स णं भिक्खुस्स पडिग्गहधारिस्स जावइयं-जावइयं केइ अंतो पडिग्गहंसि उवित्ता दलएज्जा तावइयाओ ताओ दत्तीओ वत्तव्वं सिया, तत्थ से केइ छव्वेण वा दूसएण वा वालएण वा अंतो पडिग्गहंसि उवित्ता दलएज्जा, सव्वा वि णं सा एगा दत्ती वत्तव्वं सिया।
तत्थ से बहवे भुंजमाणा सव्वे ते सयं पिंडं अंतो पडिग्गहंसि उवित्ता दलएज्जा, सव्वा वि णं सा एगा दत्ती वत्तव्वं सिया।
Sutra Meaning :
अन्न – पानी की दत्ति की अमुक संख्या लेनेवाले साधु को पात्र धारक गृहस्थ के घर आहार के लिए प्रवेश बाद यात्रा में वो गृहस्थ अन्न की जितनी दत्ति दे उतनी दत्ति कहलाए। अन्न – पानी देते हुए धारा न तूटे वो एक दत्ति, उस साधु को किसी दातार वाँस की छाब में, वस्त्र से, चालणी से, पात्र उठाकर साधु को ऊपर से दे तब धारा तूटे नहीं तब तक सबको एक दत्ति कहते हैं। यदि कईं रखनेवाले हो तो सभी अपना आहार ईकट्ठा कर दे तब हाथ ऊपर करके रखे तब तक सब को मिलकर एक ही दत्ति होती है।
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] samkhadattiyassa nam bhikkhussa padiggahadharissa javaiyam-javaiyam kei amto padiggahamsi uvitta dalaejja tavaiyao tao dattio vattavvam siya, tattha se kei chhavvena va dusaena va valaena va amto padiggahamsi uvitta dalaejja, savva vi nam sa ega datti vattavvam siya.
Tattha se bahave bhumjamana savve te sayam pimdam amto padiggahamsi uvitta dalaejja, savva vi nam sa ega datti vattavvam siya.
Sutra Meaning Transliteration :
Anna – pani ki datti ki amuka samkhya lenevale sadhu ko patra dharaka grihastha ke ghara ahara ke lie pravesha bada yatra mem vo grihastha anna ki jitani datti de utani datti kahalae. Anna – pani dete hue dhara na tute vo eka datti, usa sadhu ko kisi datara vamsa ki chhaba mem, vastra se, chalani se, patra uthakara sadhu ko upara se de taba dhara tute nahim taba taka sabako eka datti kahate haim. Yadi kaim rakhanevale ho to sabhi apana ahara ikattha kara de taba hatha upara karake rakhe taba taka saba ko milakara eka hi datti hoti hai.