[सूत्र] जे भिक्खू मासियं वा दोमासियं वा तेमासियं वा चाउम्मासियं वा पंचमासियं वा एएसिं परिहारट्ठाणाणं अन्नयरं परिहारट्ठाणं पडिसेवित्ता आलोएज्जा, अपलिउंचियं आलोएमाणस्स मासियं वा दोमासियं वा तेमासियं वा चाउम्मासियं वा पंचमासियं वा, पलिउंचियं आलोएमाणस्स दोमासियं वा तेमासियं वा चाउम्मासियं वा पंचमासियं वा छम्मासियं वा।
तेण परं पलिउंचिए वा अपलिउंचिए वा ते चेव छम्मासा।
Sutra Meaning :
जो साधु – साध्वी एक बार दोष सेवन करके या ज्यादा बार दोष सेवन करके एक, दो, तीन, चार या पाँच मास का उतने पूर्वोक्त प्रायश्चित्त स्थानक में से अन्य किसी भी प्रायश्चित्त स्थान सेवन करके यदि माया रहित आलोचना करे तो उसे उतने ही मास का प्रायश्चित्त आता है और मायापूर्वक आलोचना करे तो एक मास अधीक यानि दो, तीन, चार, पाँच, छ मास का प्रायश्चित्त आता है।
पाँच मास से अधीक ‘‘पाप सेवन’’ करनेवाले को माया रहित या सहित आलोवे तो भी छ मास का ही प्रायश्चित्त आता है।
सूत्र – ११, १२
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] je bhikkhu masiyam va domasiyam va temasiyam va chaummasiyam va pamchamasiyam va eesim pariharatthananam annayaram pariharatthanam padisevitta aloejja, apaliumchiyam aloemanassa masiyam va domasiyam va temasiyam va chaummasiyam va pamchamasiyam va, paliumchiyam aloemanassa domasiyam va temasiyam va chaummasiyam va pamchamasiyam va chhammasiyam va.
Tena param paliumchie va apaliumchie va te cheva chhammasa.
Sutra Meaning Transliteration :
Jo sadhu – sadhvi eka bara dosha sevana karake ya jyada bara dosha sevana karake eka, do, tina, chara ya pamcha masa ka utane purvokta prayashchitta sthanaka mem se anya kisi bhi prayashchitta sthana sevana karake yadi maya rahita alochana kare to use utane hi masa ka prayashchitta ata hai aura mayapurvaka alochana kare to eka masa adhika yani do, tina, chara, pamcha, chha masa ka prayashchitta ata hai.
Pamcha masa se adhika ‘‘papa sevana’’ karanevale ko maya rahita ya sahita alove to bhi chha masa ka hi prayashchitta ata hai.
Sutra – 11, 12