Sutra Navigation: Suryapragnapti ( सूर्यप्रज्ञप्ति सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1007109 | ||
Scripture Name( English ): | Suryapragnapti | Translated Scripture Name : | सूर्यप्रज्ञप्ति सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
प्राभृत-१३ |
Translated Chapter : |
प्राभृत-१३ |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 109 | Category : | Upang-05 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] ता चंदेणं अद्धमासेणं चंदे कति मंडलाइं चरति? ता चोद्दस चउब्भागमंडलाइं चरति, एगं च चउव्वीससयभागं मंडलस्स। ता आदिच्चेणं अद्धमासेणं चंदे कति मंडलाइं चरति? ता सोलस मंडलाइं चरति, सोलस-मंडलचारी तदा अवराइं खलु दुवे अट्ठकाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति। कतराइं खलु ताइं दुवे अट्ठकाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति? ता इमाइं खलु ते बे अट्ठकाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति, तं जहा–निक्खममाणे चेव अमावासंतेणं, पविसमाणे चेव पुण्णिमासिंतेणं। एताइं खलु दुवे अट्ठकाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति। ता पढमायनगते चंदे दाहिणाते भागाते पविसमाणे सत्त अद्धमंडलाइं जाइं चंदे दाहिणाते भागाते पविसमाणे चारं चरति। कतराइं खलु ताइं सत्त अद्धमंडलाइं जाइं चंदे दाहिणाते भागाते पविसमाणे चारं चरति? इमाइं खलु ताइं सत्त अद्ध मंडलाइं जाइं चंदे दाहिणाते भागाते पविसमाणे चारं चरति, तं जहा–बितिए अद्धमंडले चउत्थे अद्धमंडले छट्ठे अद्धमंडले अट्ठमे अद्धमंडले दसमे अद्धमंडले बारसमे अद्धमंडले चउदसमे अद्धमंडले। एताइं खलु ताइं सत्त अद्धमंडलाइं जाइं चंदे दाहिणाते भागाते पविसमाणे चारं चरति। ता पढमायनगते चंदे उत्तराते भागाते पविसमाणे छ अद्धमंडलाइं तेरस य सत्तट्ठिभागाइं अद्धमंडलस्स जाइं चंदे उत्तराते भागाते पविसमाणे चारं चरति। कतराइं खलु ताइं छ अद्धमंडलाइं तेरस य सत्तट्ठिभागाइं अद्धमंडलस्स जाइं चंदे उत्तराते भागाते पविसमाणे चारं चरति? इमाइं खलु ताइं छ अद्धमंडलाइं तेरस य सत्तट्ठिभागाइं अद्धमंडलस्स जाइं चंदे उत्तराते भागाते पविसमाणे चारं चरति, तं जहा–ततिए अद्धमंडले पंचमे अद्धमंडले सत्तमे अद्धमंडले णवमे अद्धमंडले एक्कारसमे अद्धमंडले तेरसमे अद्धमंडले पन्नरसमस्स अद्धमंडलस्स तेरस सत्तट्ठिभागाइं। एताइं खलु ताइं छ अद्धमंडलाइं तेरस य सत्तट्ठिभागाइं अद्धमंडलस्स जाइं चंदे उत्तराते भागाते पविसमाणे चारं चरति। एतावता च पढमे चंदायणे समत्ते भवति। ता नक्खत्ते अद्धमासे नो चंदे अद्धमासे, चंदे अद्धमासे नो नक्खत्ते अद्धमासे। ता नक्खत्ताओ अद्धमासाओ ते चंदे चंदेणं अद्धमासेणं किमधियं चरति? ता एगं अद्धमंडलं चरति चत्तारि य सट्ठिभागाइं अद्धमंडलस्स सत्तट्ठिभागं एगतीसाए छेत्ता नव भागाइं। ता दोच्चायनगते चंदे पुरत्थिमाते भागाते निक्खममाणे सत्त चउप्पन्नाइं जाइं चंदे परस्स चिण्णं पडिचरति, सत्त तेरसकाइं जाइं चंदे अप्पणो चिण्णं पडिचरति। ता दोच्चायनगते चंदे पच्चत्थिमाते भागाते निक्खममाणे छ चउप्पन्नाइं जाइं चंदे परस्स चिण्णं पडिचरति, छ तेरसकाइं जाइं चंदे अप्पणो चिण्णं पडिचरति, अवरकाइं खलु दुवे तेरसकाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति। कतराइं खलु ताइं दुवे तेरसकाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति। इमाइं खलु ताइं दुवे तेरसकाइं जाइं चंदे केणइ असामन्नकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति, तं जहा–सव्वब्भंतरे चेव मंडले सव्वबाहिरे चेव मंडले। एताणि खलु ताणि दुवे तेरसकाइं जाइं चंदे केणइ असामन्नकाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति। एतावता च दोच्चे चंदायणे समत्ते भवति। ता नक्खत्ते मासे नो चंदे मासे, चंदे मासे नो नक्खत्ते मासे। ता नक्खत्ताओ मासाओ चंदे चंदेणं मासेणं किमधियं चरति? ता दो अद्धमंडलाइं चरति अट्ठ य सत्तट्ठिभागाइं अद्धमंडलस्स सत्तट्ठिभागं च एक्कतीसधा छेत्ता अट्ठारस भागाइं। ता तच्चायनगते चंदे पच्चत्थिमाते भागाते पविसमाणे बाहिरानंतरस्स पच्चत्थिमिल्लस्स अद्धमंडलस्स ईतालीसं सत्तट्ठिभागाइं जाइं चंदे अप्पणो परस्स य चिण्णं पडिचरति, तेरस सत्तट्ठिभागाइं जाइं चंदे परस्स चिण्णं पडिचरति, तेरस सत्तट्ठिभागाइं जाइं चंदे अप्पणो परस्स य चिण्णं पडिचरति। एतावता व बाहिराणंतरे पच्चत्थिमिल्ले अद्धमंडले समत्ते भवति। ता तच्चायनगते चंदे पुरत्थिमाते भागाते पविसमाणे बाहिरतच्चस्स पुरत्थिमिल्लस्स अद्ध-मंडलस्स ईतालीसं सत्तट्ठि-भागाइं जाइं चंदे अप्पणो परस्स य चिण्णं पडिचरति, तेरस सत्तट्ठिभागाइं जाइं चंदे परस्स चिण्णं पडिचरति, तेरस सत्तट्ठिभागाइं जाइं चंदे अप्पणो परस्स य चिण्णं पडिचरति। एतावता च बाहिरतच्चे पुरत्थिमिल्ले अद्धमंडले समत्ते भवति। ता तच्चायनगते चंदे पच्चत्थिमाते भागाते पविसमाणे बाहिरचउत्थस्स पच्चत्थिमिल्लस्स अद्धमंडलस्स अट्ठ सत्तट्ठिभागाइं सत्तट्ठिभागं च एक्कतीसधा छेत्ता अट्ठारस भागाइं जाइं चंदे अप्पणो परस्स य चिण्णं पडिचरति। एतावता च बाहिरचउत्थे पच्चत्थिमिल्ले अद्धमंडले समत्ते भवति। एवं खलु चंदेणं मासेणं चंदे तेरस चउप्पन्नगाइं दुवे तेरसकाइं जाइं चंदे परस्स चिण्णं पडिचरति, तेरस तेरसकाइं जाइं चंदे अप्पणो चिण्णं पडिचरति, दुवे ईतालीसकाइं दुवे तेरसकाइं अट्ठ सत्तट्ठिभागाइं सत्तट्ठिभागं च एक्कतीसधा छेत्ता अट्ठारसभागाइं जाइं चंदे अप्पणो परस्स य चिण्णं पडिचरति। अवराइं खलु दुवे तेरसगाइं जाइं चंदे केणइ असामण्णगाइं सयमेव पविट्ठित्ता-पविट्ठित्ता चारं चरति इच्चेसा चंदमसोऽभिगमन-निक्खमण-वुड्ढि-निवुड्ढि-अनवट्ठितसंठाणसंठितो विउव्वण-गिड्ढिपत्ते रूवी चंदे देवे आहितेति वदेज्जा। | ||
Sutra Meaning : | चंद्र अर्धचान्द्र मास में कितने मंडल में गमन करता है ? वह चौदह मंडल एवं पन्द्रहवा मंडल का चतुर्थांश भाग गमन करता है। सूर्य क अर्द्धमास में चंद्र सोलह मंडल में गमन करता है। सोलह मंडल चारी वही चंद्र का उदय होता है और दूसरे दो अष्टक में निष्क्रम्यमान चंद्र पूर्णिमा में प्रवेश करता हुआ गमन करता है। प्रथम अयन से दक्षिण भाग की तरफ से प्रवेश करता हुआ चंद्र सात अर्धमंडल में गमन करता है, वह सात अर्द्धमंडल हैं – दूसरा, चौथा, छट्ठा, आठवां, दसवां, बारहवां और चौदहवां। प्रथम अयन में गमन करता हुआ चंद्र पूर्वोक्त मंडलों में उत्तर भाग से आरंभ करके अन्तराभिमुख प्रवेश करके छह मंडल और सातवे मंडल का तेरह सडसठांश भाग में प्रवेश करके गमन करता है, यह छह मंडल हैं – तीसरा, पाँचवां, सातवां, नववां, ग्यारहवां और तेरहवां एवं पन्द्रहवें अर्ध – मंडल में वह तेरह सडसठांश भाग गमन करता है। चंद्र का यह पहला अयन पूर्ण हुआ। जो नक्षत्र अर्धमास हैं वह चंद्र अर्धमास नहीं हैं और जो चंद्र अर्धमास हैं वह नक्षत्र अर्धमास नहीं हैं फिर नाक्षत्र अर्धमास का चंद्र, चंद्र अर्धमास में तुल्य समय में कैसे गमन करता है ? एक अर्धमंडल में गमन करके चार – सठ्यंश भाग एवं एकतीश सडसठांश भाग से छेद करके नव भाग से गमन करता है। दूसरे अयन में गमन करता चंद्र पूर्व भाग से नीकलकर सात चोपन्न जाकर अन्य द्वारा चिर्ण मार्ग में गमन करता है, सात तेरह जाकर फिर अपने द्वारा चिर्ण मार्ग में गमन करता है, पश्चिम भाग से नीकलकर छ – चौप्पन जाकर दूसरे द्वारा चीर्ण मार्ग में और फिर छ तेरह जाकर स्वयंचीर्ण मार्ग में गमन करता है, दो तेरह जाकर कोई असामान्य मार्ग में गमन करता है। उस समय सर्व अभ्यंतर मंडल से नीकलकर सर्व बाह्यमंडल में गमन करता है तब दो तेरह जाकर चंद्र किसी असामान्य मार्ग में स्वयमेव प्रवेश करके गमन करता है। इस तरह दूसरा अयन पूर्ण होता है। चंद्र और नक्षत्र मास एक नहीं होते फिर भी तुल्य समय में चंद्र कैसे गमन करता है ? वह दो अर्द्धमंडल में गमन करते हुए आठ सडसठांश भाग अर्द्ध मंडल को इकतीस सडसठांश भाग से छेदकर अट्ठारहवे भाग में द्वितीय अयन में प्रवेश करता हुआ चंद्र पश्चिम भाग से प्रवेश करता हुआ अनन्तर बाह्य पश्चिम के अर्द्धमंडल के एकचालीस सडसठांश भाग जाकर स्वयं अथवा दूसरे द्वारा चीर्ण मार्ग में गमन करके तेरह सडसठांश भाग जाकर दूसरे द्वारा चीर्ण मार्ग में गमन करता है फिर तेरह सडसठांश भाग जाकर स्वयं या परिचर्ण मार्ग में गमन करता है, इस तरह अनन्तर ऐसे बाह्य पश्चिम मंडल को समाप्त करता है। तीसरे अयन में गया हुआ चंद्र पूर्व भाग से प्रवेश करते हुए बाह्य तृतीय पूर्व दिशा के अर्धमंडल को एक – चालीश सडसठांश भाग जाकर स्वयं या दूसरे द्वारा चीर्ण मार्ग में गमन करता है फिर तेरह सडसठांश भाग जाकर दूसरे द्वारा चीर्ण मार्ग में गमन करता है, फिर तेरह सडसठांश भाग जाकर स्वयं या दूसरे द्वारा चीर्ण मार्ग में गमन करता है इतने में बाह्य तृतीयपूर्वीय मंडल समाप्त हो जाता है। वह तीसरे अयन को पूर्ण करके चंद्र पश्चिम भाग से बाह्य के चौथे पश्चिमी अर्द्धमंडल में आठ सडसठांश भाग के इकतीस सडसठांश भाग से छेदकर अट्ठारह भाग जाकर स्वयं या दूसरे द्वारा चीर्ण मंडल में गमन करता है यावत् पूर्वोक्त गणित से बाह्य चौथा पश्चिमी अर्धमंडल को समाप्त करता है। इस प्रकार चंद्रमास में चंद्र चोप्पन भाग के तेरह भाग में दो तेरह भाग जाकर परचीर्ण मंडल में गमन कर के, तेरह तेरह भाग जाकर स्वयं चीर्ण मंडल में गमन करके यावत् इसी तरह प्रतिचीर्ण करता है, यह हुआ चन्द्र का अभिगमन – निष्क्रमण – वृद्धि – निर्वृद्धि इत्यादि। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] ta chamdenam addhamasenam chamde kati mamdalaim charati? Ta choddasa chaubbhagamamdalaim charati, egam cha chauvvisasayabhagam mamdalassa. Ta adichchenam addhamasenam chamde kati mamdalaim charati? Ta solasa mamdalaim charati, solasa-mamdalachari tada avaraim khalu duve atthakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati. Kataraim khalu taim duve atthakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati? Ta imaim khalu te be atthakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati, tam jaha–nikkhamamane cheva amavasamtenam, pavisamane cheva punnimasimtenam. Etaim khalu duve atthakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati. Ta padhamayanagate chamde dahinate bhagate pavisamane satta addhamamdalaim jaim chamde dahinate bhagate pavisamane charam charati. Kataraim khalu taim satta addhamamdalaim jaim chamde dahinate bhagate pavisamane charam charati? Imaim khalu taim satta addha mamdalaim jaim chamde dahinate bhagate pavisamane charam charati, tam jaha–bitie addhamamdale chautthe addhamamdale chhatthe addhamamdale atthame addhamamdale dasame addhamamdale barasame addhamamdale chaudasame addhamamdale. Etaim khalu taim satta addhamamdalaim jaim chamde dahinate bhagate pavisamane charam charati. Ta padhamayanagate chamde uttarate bhagate pavisamane chha addhamamdalaim terasa ya sattatthibhagaim addhamamdalassa jaim chamde uttarate bhagate pavisamane charam charati. Kataraim khalu taim chha addhamamdalaim terasa ya sattatthibhagaim addhamamdalassa jaim chamde uttarate bhagate pavisamane charam charati? Imaim khalu taim chha addhamamdalaim terasa ya sattatthibhagaim addhamamdalassa jaim chamde uttarate bhagate pavisamane charam charati, tam jaha–tatie addhamamdale pamchame addhamamdale sattame addhamamdale navame addhamamdale ekkarasame addhamamdale terasame addhamamdale pannarasamassa addhamamdalassa terasa sattatthibhagaim. Etaim khalu taim chha addhamamdalaim terasa ya sattatthibhagaim addhamamdalassa jaim chamde uttarate bhagate pavisamane charam charati. Etavata cha padhame chamdayane samatte bhavati. Ta nakkhatte addhamase no chamde addhamase, chamde addhamase no nakkhatte addhamase. Ta nakkhattao addhamasao te chamde chamdenam addhamasenam kimadhiyam charati? Ta egam addhamamdalam charati chattari ya satthibhagaim addhamamdalassa sattatthibhagam egatisae chhetta nava bhagaim. Ta dochchayanagate chamde puratthimate bhagate nikkhamamane satta chauppannaim jaim chamde parassa chinnam padicharati, satta terasakaim jaim chamde appano chinnam padicharati. Ta dochchayanagate chamde pachchatthimate bhagate nikkhamamane chha chauppannaim jaim chamde parassa chinnam padicharati, chha terasakaim jaim chamde appano chinnam padicharati, avarakaim khalu duve terasakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati. Kataraim khalu taim duve terasakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati. Imaim khalu taim duve terasakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati, tam jaha–savvabbhamtare cheva mamdale savvabahire cheva mamdale. Etani khalu tani duve terasakaim jaim chamde kenai asamannakaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati. Etavata cha dochche chamdayane samatte bhavati. Ta nakkhatte mase no chamde mase, chamde mase no nakkhatte mase. Ta nakkhattao masao chamde chamdenam masenam kimadhiyam charati? Ta do addhamamdalaim charati attha ya sattatthibhagaim addhamamdalassa sattatthibhagam cha ekkatisadha chhetta attharasa bhagaim. Ta tachchayanagate chamde pachchatthimate bhagate pavisamane bahiranamtarassa pachchatthimillassa addhamamdalassa italisam sattatthibhagaim jaim chamde appano parassa ya chinnam padicharati, terasa sattatthibhagaim jaim chamde parassa chinnam padicharati, terasa sattatthibhagaim jaim chamde appano parassa ya chinnam padicharati. Etavata va bahiranamtare pachchatthimille addhamamdale samatte bhavati. Ta tachchayanagate chamde puratthimate bhagate pavisamane bahiratachchassa puratthimillassa addha-mamdalassa italisam sattatthi-bhagaim jaim chamde appano parassa ya chinnam padicharati, terasa sattatthibhagaim jaim chamde parassa chinnam padicharati, terasa sattatthibhagaim jaim chamde appano parassa ya chinnam padicharati. Etavata cha bahiratachche puratthimille addhamamdale samatte bhavati. Ta tachchayanagate chamde pachchatthimate bhagate pavisamane bahirachautthassa pachchatthimillassa addhamamdalassa attha sattatthibhagaim sattatthibhagam cha ekkatisadha chhetta attharasa bhagaim jaim chamde appano parassa ya chinnam padicharati. Etavata cha bahirachautthe pachchatthimille addhamamdale samatte bhavati. Evam khalu chamdenam masenam chamde terasa chauppannagaim duve terasakaim jaim chamde parassa chinnam padicharati, terasa terasakaim jaim chamde appano chinnam padicharati, duve italisakaim duve terasakaim attha sattatthibhagaim sattatthibhagam cha ekkatisadha chhetta attharasabhagaim jaim chamde appano parassa ya chinnam padicharati. Avaraim khalu duve terasagaim jaim chamde kenai asamannagaim sayameva pavitthitta-pavitthitta charam charati ichchesa chamdamasobhigamana-nikkhamana-vuddhi-nivuddhi-anavatthitasamthanasamthito viuvvana-giddhipatte ruvi chamde deve ahiteti vadejja. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Chamdra ardhachandra masa mem kitane mamdala mem gamana karata hai\? Vaha chaudaha mamdala evam pandrahava mamdala ka chaturthamsha bhaga gamana karata hai. Surya ka arddhamasa mem chamdra solaha mamdala mem gamana karata hai. Solaha mamdala chari vahi chamdra ka udaya hota hai aura dusare do ashtaka mem nishkramyamana chamdra purnima mem pravesha karata hua gamana karata hai. Prathama ayana se dakshina bhaga ki tarapha se pravesha karata hua chamdra sata ardhamamdala mem gamana karata hai, vaha sata arddhamamdala haim – dusara, chautha, chhattha, athavam, dasavam, barahavam aura chaudahavam. Prathama ayana mem gamana karata hua chamdra purvokta mamdalom mem uttara bhaga se arambha karake antarabhimukha pravesha karake chhaha mamdala aura satave mamdala ka teraha sadasathamsha bhaga mem pravesha karake gamana karata hai, yaha chhaha mamdala haim – tisara, pamchavam, satavam, navavam, gyarahavam aura terahavam evam pandrahavem ardha – mamdala mem vaha teraha sadasathamsha bhaga gamana karata hai. Chamdra ka yaha pahala ayana purna hua. Jo nakshatra ardhamasa haim vaha chamdra ardhamasa nahim haim aura jo chamdra ardhamasa haim vaha nakshatra ardhamasa nahim haim phira nakshatra ardhamasa ka chamdra, chamdra ardhamasa mem tulya samaya mem kaise gamana karata hai\? Eka ardhamamdala mem gamana karake chara – sathyamsha bhaga evam ekatisha sadasathamsha bhaga se chheda karake nava bhaga se gamana karata hai. Dusare ayana mem gamana karata chamdra purva bhaga se nikalakara sata chopanna jakara anya dvara chirna marga mem gamana karata hai, sata teraha jakara phira apane dvara chirna marga mem gamana karata hai, pashchima bhaga se nikalakara chha – chauppana jakara dusare dvara chirna marga mem aura phira chha teraha jakara svayamchirna marga mem gamana karata hai, do teraha jakara koi asamanya marga mem gamana karata hai. Usa samaya sarva abhyamtara mamdala se nikalakara sarva bahyamamdala mem gamana karata hai taba do teraha jakara chamdra kisi asamanya marga mem svayameva pravesha karake gamana karata hai. Isa taraha dusara ayana purna hota hai. Chamdra aura nakshatra masa eka nahim hote phira bhi tulya samaya mem chamdra kaise gamana karata hai\? Vaha do arddhamamdala mem gamana karate hue atha sadasathamsha bhaga arddha mamdala ko ikatisa sadasathamsha bhaga se chhedakara attharahave bhaga mem dvitiya ayana mem pravesha karata hua chamdra pashchima bhaga se pravesha karata hua anantara bahya pashchima ke arddhamamdala ke ekachalisa sadasathamsha bhaga jakara svayam athava dusare dvara chirna marga mem gamana karake teraha sadasathamsha bhaga jakara dusare dvara chirna marga mem gamana karata hai phira teraha sadasathamsha bhaga jakara svayam ya paricharna marga mem gamana karata hai, isa taraha anantara aise bahya pashchima mamdala ko samapta karata hai. Tisare ayana mem gaya hua chamdra purva bhaga se pravesha karate hue bahya tritiya purva disha ke ardhamamdala ko eka – chalisha sadasathamsha bhaga jakara svayam ya dusare dvara chirna marga mem gamana karata hai phira teraha sadasathamsha bhaga jakara dusare dvara chirna marga mem gamana karata hai, phira teraha sadasathamsha bhaga jakara svayam ya dusare dvara chirna marga mem gamana karata hai itane mem bahya tritiyapurviya mamdala samapta ho jata hai. Vaha tisare ayana ko purna karake chamdra pashchima bhaga se bahya ke chauthe pashchimi arddhamamdala mem atha sadasathamsha bhaga ke ikatisa sadasathamsha bhaga se chhedakara attharaha bhaga jakara svayam ya dusare dvara chirna mamdala mem gamana karata hai yavat purvokta ganita se bahya chautha pashchimi ardhamamdala ko samapta karata hai. Isa prakara chamdramasa mem chamdra choppana bhaga ke teraha bhaga mem do teraha bhaga jakara parachirna mamdala mem gamana kara ke, teraha teraha bhaga jakara svayam chirna mamdala mem gamana karake yavat isi taraha pratichirna karata hai, yaha hua chandra ka abhigamana – nishkramana – vriddhi – nirvriddhi ityadi. |