Sutra Navigation: Sthanang ( स्थानांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1002450 | ||
Scripture Name( English ): | Sthanang | Translated Scripture Name : | स्थानांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
स्थान-५ |
Translated Chapter : |
स्थान-५ |
Section : | उद्देशक-२ | Translated Section : | उद्देशक-२ |
Sutra Number : | 450 | Category : | Ang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] नो कप्पइ निग्गंथाण वा निग्गंथीण वा इमाओ उद्दिट्ठाओ गणियाओ वियंजियाओ पंच महण्णवाओ महानदीओ अंतो मासस्स दुक्खुत्तो वा तिक्खुत्तो वा उत्तरित्तए वा संतरित्तए वा, तं जहा–गंगा, जउणा, सरऊ, एरावती, मही। पंचहिं ठाणेहिं कप्पति, तं जहा–१. भयंसि वा, २. दुब्भिक्खंसि वा, ३. पव्वहेज्ज वा णं कोई, ४. दओघंसि वा एज्जमाणंसि महता वा, ५. अनारिएसु। | ||
Sutra Meaning : | निर्ग्रन्थ और निग्रन्थियों को ये पाँच महानदियाँ एक मास में या दो या तीन बार – तैरकर पार करना या नौका द्वारा पार करना नहीं कल्पता है। यथा – गंगा, यमुना, सरयू, ऐरावती, मही। पाँच कारणों से पार करना कल्पता है, क्रुद्ध राजा आदि के भय से। दुष्काल होने पर। अनार्य द्वारा पीड़ा पहुँचाये जाने पर। बाढ़ के प्रवाह में बहते हुए व्यक्तियों को नीकालने के लिए। किसी महान् अनार्य द्वारा पीड़ित किये जाने पर। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] no kappai niggamthana va niggamthina va imao udditthao ganiyao viyamjiyao pamcha mahannavao mahanadio amto masassa dukkhutto va tikkhutto va uttarittae va samtarittae va, tam jaha–gamga, jauna, sarau, eravati, mahi. Pamchahim thanehim kappati, tam jaha–1. Bhayamsi va, 2. Dubbhikkhamsi va, 3. Pavvahejja va nam koi, 4. Daoghamsi va ejjamanamsi mahata va, 5. Anariesu. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Nirgrantha aura nigranthiyom ko ye pamcha mahanadiyam eka masa mem ya do ya tina bara – tairakara para karana ya nauka dvara para karana nahim kalpata hai. Yatha – gamga, yamuna, sarayu, airavati, mahi. Pamcha karanom se para karana kalpata hai, kruddha raja adi ke bhaya se. Dushkala hone para. Anarya dvara pira pahumchaye jane para. Barha ke pravaha mem bahate hue vyaktiyom ko nikalane ke lie. Kisi mahan anarya dvara pirita kiye jane para. |