Sutra Navigation: Sthanang ( स्थानांग सूत्र )

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Sr No : 1002250
Scripture Name( English ): Sthanang Translated Scripture Name : स्थानांग सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

स्थान-४

Translated Chapter :

स्थान-४

Section : उद्देशक-१ Translated Section : उद्देशक-१
Sutra Number : 250 Category : Ang-03
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] चत्तारि रुक्खा पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नते, उन्नते नाममेगे पनते, पनते नाममेगे उन्नते, पनते नाममेगे पनते। एवामेव चत्तारि पुरिसजाता पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नामेगे उन्नते, उन्नते नाममेगे पनते, पनते नाममेगे उन्नते, पनते नाममेगे पनते। चत्तारि रुक्खा पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते गाममेगे उन्नतपरिणते, उन्नते नाममेगे पनतपरिणते, पनते नाममेगे उन्नतपरिणते, पनते नाममेगे पनतपरिणते। एवामेव चत्तारि पुरिसजाता पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतपरिणते, उन्नते नाममेगे पनतपरिणते, पनते नाममेगे उन्नतपरिणते, पनते नाममेगे पनतपरिणते। चत्तारि रुक्खा पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतरूवे, उन्नते नाममेगे पनतरूवे, पनते नाममेगे उन्नतरूवे, पनते नाममेगे पनतरूवे। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतरूवे, उन्नते नाममेगे पनतरूवे, पनते नाममेगे उन्नतरूवे, पनते नाममेगे पनतरूवे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतमणे, उन्नते नाममेगे पनतमणे, पनते नाममेगे उन्नतमणे, पनते नाममेगे पनतमणे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतसंकप्पे, उन्नते नाममेगे पनतसंकप्पे, पनते नाममेगे उन्नतसंकप्पे, पनते नाममेगे पनतसंकप्पे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतपण्णे, उन्नते नाममेगे पनतपण्णे, पनते नाममेगे उन्नतपण्णे, पनते नाममेगे पनतपण्णे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतदिट्ठी, उन्नते नाममेगे पनतदिट्ठी, पनते नाममेगे उन्नतदिट्ठी, पनते नाममेगे पनतदिट्ठी। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतसीलाचारे, उन्नते नाममेगे पनतसीलाचारे, पनते नाममेगे उन्नतसीलाचारे, पनते नाममेगे पनतसीलाचारे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा– उन्नते नाममेगे उन्नतववहारे, उन्नते नाममेगे पनतववहारे, पनते नाम-मेगे उन्नतववहारे, पनते नाममेगे पनतववहारे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उन्नते नाममेगे उन्नतपरक्कमे, उन्नते नाममेगे पनत-परक्कमे, पनते नाममेगे उन्नतपरक्कमे, पनते नाममेगे पनतपरक्कमे। चत्तारि रुक्खा पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जू, उज्जू नाममेगे वंके, वंके नाममेगे उज्जू, वंके नाममेगे वंके। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जू, उज्ज नाममेगे वंके, वंके नाममेगे उज्जू, वंके नाममेगे वंके। चत्तारि रुक्खा पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जुपरिणते, उज्जू नाममेगे वंकपरिणते, वंके नामणेगे उज्जुपरिणते, वंके नाममेगे वंकपरिणते। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा– उज्जू नाममेगे उज्जुपरिणते, उज्जू नाममेगे वंकपरिणते, वंके नाममेगे उज्जुपरिणते, वंके नाममेगे वंकपरिणते। चत्तारि रुक्खा पन्नत्ता, तं जहा– उज्जू नाममेगे उज्जुरूवे, उज्जू नाममेगे वंकरूवे, वंके नाममेगे उज्जुरूवे, वंके नाममेगे वंकरूवे। एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा– उज्जू नाममेगे उज्जुरूवे, उज्जू नाममेगे वंकरूवे, वंके नाममेगे उज्जुरूवे, वंके नाममेगे वंकरूवे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा– उज्जू नाममेगे उज्जुमणे, उज्जू नाममेगे वंकमणे, वंके नाममेगे उज्जुमणे, वंके नाममेगे वंकमणे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जुसंकप्पे, उज्जू नाममेगे वंकसंकप्पे, वंके नाममेगे उज्जुसंकप्पे, वंके नाममेगे वंकसंकप्पे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जुपण्णे, उज्जू नाममेगे वंकपण्णे, वंके नाममेगे उज्जुपण्णे, वंके गाममेगे वंकपण्णे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा– उज्जू नाममेगे उज्जुदिट्ठी, उज्जू नाममेगे वंकदिट्ठी, वंके नाममेगे उज्जुदिट्ठी, वंके नाममेगे वंकदिट्ठी। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जुसीलाचारे, उज्जू नाममेगे वंकसीलाचारे, वंके नामणेगे उज्जुसीलाचारे, वंके नामणेगे वंकसीलाचारे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जुववहारे, उज्जू नामणेगे वंकववहारे, वंके नामणेगे उज्जुववहारे, वंके नाममेगे वंकववहारे। चत्तारि पुरिसजाया पन्नत्ता, तं जहा–उज्जू नाममेगे उज्जुपरक्कमे, उज्जू नाममेगे वंकपरक्कमे, वंके नाममेगे उज्जुपरक्कमे, वंके नाममेगे वंकपरक्कमे।
Sutra Meaning : चार प्रकार के वृक्ष कहे गए हैं, यथा – कितनेक द्रव्य से भी ऊंचे और भाव से भी ऊंचे, कितनेक द्रव्य से ऊंचे किन्तु भाव से नीचे, कितनेक द्रव्य से नीचे किन्तु भाव से ऊंचे, कितनेक द्रव्य से भी नीचे और भाव से भी नीचे। इसी प्रकार चार प्रकार के पुरुष कहे गए हैं, यथा – कितनेक द्रव्य से ‘जाति से’ उन्नत और गुण से भी उन्नत इस प्रकार यावत्‌ – द्रव्य से भी हीन और गुण से भी हीन। चार प्रकार के वृक्ष कहे गए हैं, यथा – कितनेक वृक्ष ऊंचाई में उन्नत होते हैं और शुभ रस वाले होते हैं। कितनेक वृक्ष ऊंचाई में उन्नत होते हैं परन्तु अशुभ रस वाले होते हैं। कितनेक वृक्ष ऊंचाई में अवनत और रसादि में उन्नत होते हैं। कितनेक वृक्ष ऊंचाई में भी अवनत और रसादि में भी अवनत होते हैं। इसी तरह चार प्रकार के पुरुष कहे गए हैं, यथा – द्रव्य से भी उन्नत और गुण – परिणमन से भी उन्नत। इत्यादि चार भंग। चार प्रकार के वृक्ष कहे गए हैं, कितनेक ऊंचाई में भी ऊंचे और रूप में भी उन्नत। इत्यादि चार भंग। इसी प्रकार चार प्रकार के पुरुष कहे गए हैं, यथा – कितनेक द्रव्यादि से उन्नत होते हुए रूप से भी उन्नत हैं। इत्यादि चार भंग। चार प्रकार के पुरुष कहे गए हैं, यथा – द्रव्यादि से उन्नत होते हुए उन्नत मन वाले यावत्‌ – चार भंग। इसी प्रकार संकल्प प्रज्ञा, दृष्टि, शीलाचार, व्यवहार, पराक्रम, सब के चार भंग समझ लेने चाहिए। इन मन सूत्रों में पुरुष सूत्र ही समझने चाहिए, वृक्ष सूत्र नहीं। चार प्रकार के वृक्ष कहे गए हैं, यथा – कितनेक वृक्ष कहे आकृति से भी सरल और फलादि देने में भी सरल, कितनेक आकृति में सरल और फलादि देने में वक्र। इस प्रकार चार भंग। इसी प्रकार चार प्रकार के पुरुष कहे गए हैं, यथा – आकृति से भी सरल और हृदय से भी सरल। इसी प्रकार उन्नत प्रणत के चार भंग और ऋजुवक्र के चार भंग भी कहने चाहिए। पराक्रम तक सब भंग जान लेने चाहिए।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] chattari rukkha pannatta, tam jaha–unnate namamege unnate, unnate namamege panate, panate namamege unnate, panate namamege panate. Evameva chattari purisajata pannatta, tam jaha–unnate namege unnate, unnate namamege panate, panate namamege unnate, panate namamege panate. Chattari rukkha pannatta, tam jaha–unnate gamamege unnataparinate, unnate namamege panataparinate, panate namamege unnataparinate, panate namamege panataparinate. Evameva chattari purisajata pannatta, tam jaha–unnate namamege unnataparinate, unnate namamege panataparinate, panate namamege unnataparinate, panate namamege panataparinate. Chattari rukkha pannatta, tam jaha–unnate namamege unnataruve, unnate namamege panataruve, panate namamege unnataruve, panate namamege panataruve. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnataruve, unnate namamege panataruve, panate namamege unnataruve, panate namamege panataruve. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnatamane, unnate namamege panatamane, panate namamege unnatamane, panate namamege panatamane. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnatasamkappe, unnate namamege panatasamkappe, panate namamege unnatasamkappe, panate namamege panatasamkappe. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnatapanne, unnate namamege panatapanne, panate namamege unnatapanne, panate namamege panatapanne. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnataditthi, unnate namamege panataditthi, panate namamege unnataditthi, panate namamege panataditthi. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnatasilachare, unnate namamege panatasilachare, panate namamege unnatasilachare, panate namamege panatasilachare. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha– unnate namamege unnatavavahare, unnate namamege panatavavahare, panate nama-mege unnatavavahare, panate namamege panatavavahare. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–unnate namamege unnataparakkame, unnate namamege panata-parakkame, panate namamege unnataparakkame, panate namamege panataparakkame. Chattari rukkha pannatta, tam jaha–ujju namamege ujju, ujju namamege vamke, vamke namamege ujju, vamke namamege vamke. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ujju namamege ujju, ujja namamege vamke, vamke namamege ujju, vamke namamege vamke. Chattari rukkha pannatta, tam jaha–ujju namamege ujjuparinate, ujju namamege vamkaparinate, vamke namanege ujjuparinate, vamke namamege vamkaparinate. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha– ujju namamege ujjuparinate, ujju namamege vamkaparinate, vamke namamege ujjuparinate, vamke namamege vamkaparinate. Chattari rukkha pannatta, tam jaha– ujju namamege ujjuruve, ujju namamege vamkaruve, vamke namamege ujjuruve, vamke namamege vamkaruve. Evameva chattari purisajaya pannatta, tam jaha– ujju namamege ujjuruve, ujju namamege vamkaruve, vamke namamege ujjuruve, vamke namamege vamkaruve. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha– ujju namamege ujjumane, ujju namamege vamkamane, vamke namamege ujjumane, vamke namamege vamkamane. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ujju namamege ujjusamkappe, ujju namamege vamkasamkappe, vamke namamege ujjusamkappe, vamke namamege vamkasamkappe. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ujju namamege ujjupanne, ujju namamege vamkapanne, vamke namamege ujjupanne, vamke gamamege vamkapanne. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha– ujju namamege ujjuditthi, ujju namamege vamkaditthi, vamke namamege ujjuditthi, vamke namamege vamkaditthi. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ujju namamege ujjusilachare, ujju namamege vamkasilachare, vamke namanege ujjusilachare, vamke namanege vamkasilachare. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ujju namamege ujjuvavahare, ujju namanege vamkavavahare, vamke namanege ujjuvavahare, vamke namamege vamkavavahare. Chattari purisajaya pannatta, tam jaha–ujju namamege ujjuparakkame, ujju namamege vamkaparakkame, vamke namamege ujjuparakkame, vamke namamege vamkaparakkame.
Sutra Meaning Transliteration : Chara prakara ke vriksha kahe gae haim, yatha – kitaneka dravya se bhi umche aura bhava se bhi umche, kitaneka dravya se umche kintu bhava se niche, kitaneka dravya se niche kintu bhava se umche, kitaneka dravya se bhi niche aura bhava se bhi niche. Isi prakara chara prakara ke purusha kahe gae haim, yatha – kitaneka dravya se ‘jati se’ unnata aura guna se bhi unnata isa prakara yavat – dravya se bhi hina aura guna se bhi hina. Chara prakara ke vriksha kahe gae haim, yatha – kitaneka vriksha umchai mem unnata hote haim aura shubha rasa vale hote haim. Kitaneka vriksha umchai mem unnata hote haim parantu ashubha rasa vale hote haim. Kitaneka vriksha umchai mem avanata aura rasadi mem unnata hote haim. Kitaneka vriksha umchai mem bhi avanata aura rasadi mem bhi avanata hote haim. Isi taraha chara prakara ke purusha kahe gae haim, yatha – dravya se bhi unnata aura guna – parinamana se bhi unnata. Ityadi chara bhamga. Chara prakara ke vriksha kahe gae haim, kitaneka umchai mem bhi umche aura rupa mem bhi unnata. Ityadi chara bhamga. Isi prakara chara prakara ke purusha kahe gae haim, yatha – kitaneka dravyadi se unnata hote hue rupa se bhi unnata haim. Ityadi chara bhamga. Chara prakara ke purusha kahe gae haim, yatha – dravyadi se unnata hote hue unnata mana vale yavat – chara bhamga. Isi prakara samkalpa prajnya, drishti, shilachara, vyavahara, parakrama, saba ke chara bhamga samajha lene chahie. Ina mana sutrom mem purusha sutra hi samajhane chahie, vriksha sutra nahim. Chara prakara ke vriksha kahe gae haim, yatha – kitaneka vriksha kahe akriti se bhi sarala aura phaladi dene mem bhi sarala, kitaneka akriti mem sarala aura phaladi dene mem vakra. Isa prakara chara bhamga. Isi prakara chara prakara ke purusha kahe gae haim, yatha – akriti se bhi sarala aura hridaya se bhi sarala. Isi prakara unnata pranata ke chara bhamga aura rijuvakra ke chara bhamga bhi kahane chahie. Parakrama taka saba bhamga jana lene chahie.