Sutra Navigation: Sutrakrutang ( सूत्रकृतांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1001180 | ||
Scripture Name( English ): | Sutrakrutang | Translated Scripture Name : | सूत्रकृतांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-३ उपसर्ग परिज्ञा |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कन्ध १ अध्ययन-३ उपसर्ग परिज्ञा |
Section : | उद्देशक-१ प्रतिकुळ उपसर्ग | Translated Section : | उद्देशक-१ प्रतिकुळ उपसर्ग |
Sutra Number : | 180 | Category : | Ang-02 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] तत्थ दंडेन संवीते मुट्ठिणा अदु फलेन वा । णाईणं सरई बाले इत्थी वा कुद्धगामिणी ॥ | ||
Sutra Meaning : | वहाँ डंडे, मुष्टि अथवा फलक से पीटे जाने पर वह अज्ञ अपने ज्ञातिजनों को वैसे ही याद करता है, जैसे क्रुद्धगामी स्त्री याद करती है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] tattha damdena samvite mutthina adu phalena va. Nainam sarai bale itthi va kuddhagamini. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Vaham damde, mushti athava phalaka se pite jane para vaha ajnya apane jnyatijanom ko vaise hi yada karata hai, jaise kruddhagami stri yada karati hai. |