Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000077 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-२ लोकविजय |
Section : | उद्देशक-२ अद्रढता | Translated Section : | उद्देशक-२ अद्रढता |
Sutra Number : | 77 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] तं परिण्णाय मेहावी नेव सयं एएहिं कज्जेहिं दंडं समारंभेज्जा, नेवण्णं एएहिं कज्जेहिं दंडं समारंभावेज्जा, नेवण्णं एएहिं कज्जेहिं दंडं समारंभंतं समणुजाणेज्जा। एस मग्गे आरिएहिं पवेइए। जहेत्थ कुसले नोवलिंपिज्जासि। | ||
Sutra Meaning : | यह जानकर मेधावी पुरुष पहले बताए गए प्रयोजनों के लिए स्वयं हिंसा न करे, दूसरों से हिंसा न करवाए तथा हिंसा करने वाले का अनुमोदन न करे। यह मार्ग आर्य पुरुषों ने बताया है। कुशलपुरुष इन विषयों में लिप्त न हों ऐसा मैं कहता हूँ। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] tam parinnaya mehavi neva sayam eehim kajjehim damdam samarambhejja, nevannam eehim kajjehim damdam samarambhavejja, nevannam eehim kajjehim damdam samarambhamtam samanujanejja. Esa magge ariehim paveie. Jahettha kusale novalimpijjasi. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Yaha janakara medhavi purusha pahale batae gae prayojanom ke lie svayam himsa na kare, dusarom se himsa na karavae tatha himsa karane vale ka anumodana na kare. Yaha marga arya purushom ne bataya hai. Kushalapurusha ina vishayom mem lipta na hom aisa maim kahata hum. |