Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004740 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Translated Chapter : |
चतुर्थ खण्ड – स्याद्वाद |
Section : | ४२. निक्षेपसूत्र | Translated Section : | ४२. निक्षेपसूत्र |
Sutra Number : | 740 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | नयचक्र 274 | ||
Mool Sutra : | साकारेतरा स्थापना, कृत्रिमेतरा हि बिम्बजा प्रथमा। इतरा इतरा भणिता, स्थापनाऽर्हंश्च ज्ञातव्यः।।४।। | ||
Sutra Meaning : | जहाँ तक वस्तु का किसी अन्य वस्तु में आरोप किया जाता है वहाँ स्थापना निक्षेप होता है। यह दो प्रकार का है--साकार और निराकार। कृत्रिम और अकृत्रिम अर्हत् की प्रतिमा साकार स्थापना है तथा किसी अन्य पदार्थ में अर्हत् की स्थापना करना निराकार स्थापना है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Sakaretara sthapana, kritrimetara hi bimbaja prathama. Itara itara bhanita, sthapanarhamshcha jnyatavyah..4.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Jaham taka vastu ka kisi anya vastu mem aropa kiya jata hai vaham sthapana nikshepa hota hai. Yaha do prakara ka hai--sakara aura nirakara. Kritrima aura akritrima arhat ki pratima sakara sthapana hai tatha kisi anya padartha mem arhat ki sthapana karana nirakara sthapana hai. |