Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004386 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
द्वितीय खण्ड - मोक्ष-मार्ग |
Translated Chapter : |
द्वितीय खण्ड - मोक्ष-मार्ग |
Section : | २६. समिति-गुप्तिसूत्र | Translated Section : | २६. समिति-गुप्तिसूत्र |
Sutra Number : | 386 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | उत्तराध्ययन 24/26 | ||
Mool Sutra : | एताः पञ्च समितयः, चरणस्य च प्रवर्तने। गुप्तयो निवर्तने उक्ताः, अशुभार्थेभ्यः सर्वशः।।३।। | ||
Sutra Meaning : | ये पाँच समितियाँ चारित्र की प्रवृत्ति के लिए हैं। और तीन गुप्तियाँ सभी अशुभ विषयों से निवृत्ति के लिए हैं। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Etah pancha samitayah, charanasya cha pravartane. Guptayo nivartane uktah, ashubharthebhyah sarvashah..3.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ye pamcha samitiyam charitra ki pravritti ke lie haim. Aura tina guptiyam sabhi ashubha vishayom se nivritti ke lie haim. |