Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004189 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Translated Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Section : | १५. आत्मसूत्र | Translated Section : | १५. आत्मसूत्र |
Sutra Number : | 189 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | प्रवचनसार 2/68 (160) | ||
Mool Sutra : | नाहं देहो न मनो, न चैव वाणी न कारणं तेषाम्। कर्त्ता न न कारयिता, अनुमन्ता नैव कर्तृणाम्।।१३।। | ||
Sutra Meaning : | मैं (आत्मा) न शरीर हूँ, न मन हूँ, न वाणी हूँ और न उनका कारण हूँ। मैं न कर्ता हूँ, न करानेवाला हूँ और न कर्ता का अनुमोदक ही हूँ। | ||
Mool Sutra Transliteration : | Naham deho na mano, na chaiva vani na karanam tesham. Kartta na na karayita, anumanta naiva kartrinam..13.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Maim (atma) na sharira hum, na mana hum, na vani hum aura na unaka karana hum. Maim na karta hum, na karanevala hum aura na karta ka anumodaka hi hum. |