Sutra Navigation: Saman Suttam ( समणसुत्तं )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 2004172 | ||
Scripture Name( English ): | Saman Suttam | Translated Scripture Name : | समणसुत्तं |
Mool Language : | Sanskrit | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Translated Chapter : |
प्रथम खण्ड – ज्योतिर्मुख |
Section : | १४. शिक्षासूत्र | Translated Section : | १४. शिक्षासूत्र |
Sutra Number : | 172 | Category : | |
Gatha or Sutra : | Sutra Anuyog : | ||
Author : | Original Author : | ||
Century : | Sect : | ||
Source : | उत्तराध्ययन 11/45 | ||
Mool Sutra : | अथाष्टभिः स्थानैः, शिक्षाशील इत्युच्यते। अहसनशीलः सदा दान्तः, न च मर्म उदाहरेत्।।३।। | ||
Sutra Meaning : | इन आठ स्थितियों या कारणों से मनुष्य शिक्षाशील कहा जाता है : १. हँसी-मजाक नहीं करना, २. सदा इन्द्रिय और मन का दमन करना, ३. किसीका रहस्योद्घाटन न करना, ४. अशील (सर्वथा आचारविहीन) न होना, ५. विशील (दोषों से कलंकित) न होना, ६. अति रसलोलुप न होना, ७. अक्रोधी रहना तथा ८. सत्यरत होना। संदर्भ १७२-१७३ | ||
Mool Sutra Transliteration : | Athashtabhih sthanaih, shikshashila ityuchyate. Ahasanashilah sada dantah, na cha marma udaharet..3.. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ina atha sthitiyom ya karanom se manushya shikshashila kaha jata hai : 1. Hamsi-majaka nahim karana, 2. Sada indriya aura mana ka damana karana, 3. Kisika rahasyodghatana na karana, 4. Ashila (sarvatha acharavihina) na hona, 5. Vishila (doshom se kalamkita) na hona, 6. Ati rasalolupa na hona, 7. Akrodhi rahana tatha 8. Satyarata hona. Samdarbha 172-173 |