Sutra Navigation: Nandisutra ( नन्दीसूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1023589 | ||
Scripture Name( English ): | Nandisutra | Translated Scripture Name : | नन्दीसूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
नन्दीसूत्र |
Translated Chapter : |
नन्दीसूत्र |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 89 | Category : | Chulika-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] तं समासओ चउव्विहं पन्नत्तं, तं जहा–दव्वओ, खेत्तओ, कालओ, भावओ। तत्थ दव्वओ णं केवलनाणी सव्वदव्वाइं जाणइ पासइ। खेत्तओ णं केवलनाणी सव्वं खेत्तं जाणइ पासइ। कालओ णं केवलनाणी सव्वं कालं जाणइ पासइ। भावओ णं केवलनाणी सव्वे भावे जाणइ पासइ। | ||
Sutra Meaning : | संक्षेप में वह चार प्रकार का है – द्रव्य से, क्षेत्र से, काल से और भाव से। केवलज्ञानी द्रव्य से सर्वद्रव्यों को, क्षेत्र से सर्व लोकालोक क्षेत्र को, काल से भूत, वर्तमान और भविष्यत् तीनों कालों को और भाव से सर्व द्रव्यों के सर्व भावों – पर्यायों को जानता व देखता है। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] tam samasao chauvviham pannattam, tam jaha–davvao, khettao, kalao, bhavao. Tattha davvao nam kevalanani savvadavvaim janai pasai. Khettao nam kevalanani savvam khettam janai pasai. Kalao nam kevalanani savvam kalam janai pasai. Bhavao nam kevalanani savve bhave janai pasai. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Samkshepa mem vaha chara prakara ka hai – dravya se, kshetra se, kala se aura bhava se. Kevalajnyani dravya se sarvadravyom ko, kshetra se sarva lokaloka kshetra ko, kala se bhuta, vartamana aura bhavishyat tinom kalom ko aura bhava se sarva dravyom ke sarva bhavom – paryayom ko janata va dekhata hai. |