[सूत्र] नो कप्पइ निग्गंथाणं निग्गंथिं अप्पणो अट्ठाए पव्वावेत्तए वा मुंडावेत्तए वा सेहावेत्तए वा उवट्ठावेत्तए वा संवसित्तए वा संभुंजित्तए वा तीसे इत्तरियं दिसं वा अनुदिसं वा उद्दिसित्तए वा धारेत्तए वा।
Sutra Meaning :
साधु या साध्वी को अपने खुद के हित के लिए किसी को दीक्षा देना, मुँड़ करना, आचार शीखलाना, शिष्यत्व देना, उपस्थापन करना, साथ रहना, आहार करना या थोड़े दिन या हंमेशा के लिए पदवी देना न कल्पे, दूसरों के लिए दीक्षा देना आदि सब काम करना कल्पे।
सूत्र – १६५–१६८
Mool Sutra Transliteration :
[sutra] no kappai niggamthanam niggamthim appano atthae pavvavettae va mumdavettae va sehavettae va uvatthavettae va samvasittae va sambhumjittae va tise ittariyam disam va anudisam va uddisittae va dharettae va.
Sutra Meaning Transliteration :
Sadhu ya sadhvi ko apane khuda ke hita ke lie kisi ko diksha dena, mumra karana, achara shikhalana, shishyatva dena, upasthapana karana, satha rahana, ahara karana ya thore dina ya hammesha ke lie padavi dena na kalpe, dusarom ke lie diksha dena adi saba kama karana kalpe.
Sutra – 165–168