Sutra Navigation: Pragnapana ( प्रज्ञापना उपांग सूत्र )

Search Details

Mool File Details

Anuvad File Details

Sr No : 1006707
Scripture Name( English ): Pragnapana Translated Scripture Name : प्रज्ञापना उपांग सूत्र
Mool Language : Ardha-Magadhi Translated Language : Hindi
Chapter :

पद-१३ परिणाम

Translated Chapter :

पद-१३ परिणाम

Section : Translated Section :
Sutra Number : 407 Category : Upang-04
Gatha or Sutra : Sutra Sutra Anuyog :
Author : Deepratnasagar Original Author : Gandhar
 
Century : Sect : Svetambara1
Source :
 
Mool Sutra : [सूत्र] गतिपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! चउव्विहे पन्नत्ते, तं जहा–निरयगतिपरिणामे तिरियगतिपरिणामे मनुयगतिपरिणामे देवगतिपरिणामे। इंदियपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! पंचविहे पन्नत्ते, तं जहा–सोइंदियपरिणामे चक्खिंदियपरिणामे घाणिंदियपरिणामे जिब्भिंदियपरिणामे फासिंदियपरिणामे। कसायपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! चउव्विहे पन्नत्ते, तं जहा–कोहकसाय-परिणामे मानकसायपरिणामे मायाकसायपरिणामे लोभकसायपरिणामे। लेस्सापरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! छव्विहे पन्नत्ते, तं जहा–कण्हलेस्सा-परिणामे नीललेस्सापरिणामे काउलेस्सापरिणामे तेउलेस्सापरिणामे पम्हलेस्सापरिणामे सुक्कलेस्सा परिणामे। जोगपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! तिविहे पन्नत्ते, तं जहा–मनजोगपरिणामे वइजोगपरिणामे कायजोगपरिणामे। उवओगपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! दुविहे पन्नत्ते, तं जहा–सागारोवओग-परिणामे य अनागारोवओगपरिणामे य। नाणपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! पंचविहे पन्नत्ते, तं जहा–आभिनिबोहिय-नाणपरिणामे सुयनाणपरिणामे ओहिनाणपरिणामे मनपज्जवनाणपरिणामे केवलनाणपरिणामे। अन्नाणपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! तिविहे पन्नत्ते, तं जहा–मतिअन्नाणपरिणामे सुयअन्नाणपरिणामे विभंगनाणपरिणामे। दंसणपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! तिविहे पन्नत्ते, तं जहा–सम्मद्दंसणपरिणामे मिच्छादंसणपरिणामे सम्मामिच्छादंसणपरिणामे। चरित्तपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! पंचविहे पन्नत्ते, तं जहा–सामाइयचरित्त-परिणामे छेदोवट्ठावणियचरित्तपरिणामे परिहारविसुद्धियचरित्तपरिणामे सुहुमसंपरायचरित्तपरिणामे अहक्खायचरित्तपरिणामे। वेयपरिणामे णं भंते! कतिविहे पन्नत्ते? गोयमा! तिविहे पन्नत्ते, तं जहा–इत्थिवेयपरिणामे पुरिसवेयपरिणामे नपुंसगवेयपरिणामे। नेरइया गतिपरिणामेणं निरयगतिया, इंदियपरिणामेणं पंचिंदिया, कसायपरिणामेणं कोहकसाई वि जाव लोभकसाई वि, लेस्सापरिणामेणं कण्हलेस्सा वि नीललेस्सा वि काउलेस्सा वि, जोगपरिणामेणं मणजोगी वि वइजोगी वि कायजोगी वि, उवओगपरिणामेणं सागारोवउत्ता वि अनागारोवउत्ता वि, नाणपरिणामेणं आभिनिबोहियनाणी वि सुयनाणी वि ओहिनाणी वि, अन्नाणपरिणामेणं मतिअन्नाणी वि सुयअन्नाणी वि विभंगनाणी वि, दंसणपरिणामेणं सम्मद्दिट्ठी वि मिच्छद्दिट्ठी वि सम्मामिच्छ-द्दिट्ठी वि, चरित्तपरिणामेणं नो चरित्ती नो चरित्ताचरित्ती अचरित्ती, वेदपरिणामेणं नो इत्थिवेदगा नो पुरिसवेदगा नपुंसगवेदगा। असुरकुमारा वि एवं चेव, नवरं–देवगतिया, कण्हलेसा वि जाव तेउलेसा वि, वेदपरिणामेणं इत्थिवेयगा वि पुरिसवेयगा वि नो नपुंसगवेदगा। सेसं तं चेव। एवं जाव थणियकुमारा। पुढविकाइया गतिपरिणामेणं तिरियगतिया, इंदियपरिणामेणं एगिंदिया, सेसं जहा नेरइयाणं, नवरं–लेस्सापरिणामेणं तेउलेस्सा वि, जोगपरिणामेणं कायजोगी, नाणपरिणामो नत्थि, अन्नाणपरिणामेणं मतिअन्नाणी वि सुयअन्नाणी वि, दंसणपरिणामेणं मिच्छदिट्ठी। सेसं तं चेव। एवं आउ-वणप्फइकाइया वि। तेऊ वाऊ एवं चेव, नवरं–लेस्सापरिणामेणं जहा नेरइया। बेइंदिया गतिपरिणामेणं तिरियगतिया, इंदियपरिणामेणं बेइंदिया, सेसं जहा नेरइयाणं, नवरं–जोगपरिणामेणं वइयोगी वि काययोगी वि, नाणपरिणामेणं आभिनिबोहियनाणी वि सुयनाणी वि, अन्नाणपरिणामेणं मतिअन्नाणी वि सुयअन्नाणी वि नो विभंगनाणी, दंसणपरिणामेणं सम्मद्दिट्ठी वि मिच्छद्दिट्ठी वि नो सम्मामिच्छदिट्ठी। सेसं तं चेव। एवं जाव चउरिंदिया। नवरं–इंदियपरिवुड्ढी कायव्वा। पंचेंदियतिरिक्खजोणिया गतिपरिणामेणं तिरियगतिया। सेसं जहा नेरइयाणं, नवरं–लेस्सापरिणामेणं जाव सुक्कलेस्सा वि, चरित्तपरिणामेणं नो चरित्ती अचरित्ती वि चरित्ताचरित्ती वि, वेदपरिणामेणं इत्थीवेदगा वि पुरिसवेदगा वि नपुंसगवेदगा वि। मनुस्सा गतिपरिणामेणं मनुयगतिया, इंदियपरिणामेणं पंचेंदिया अनिंदिया वि, कसाय-परिणामेणं कोहकसाई वि जाव अकसाई वि, लेस्सापरिणामेणं कण्हलेस्सा वि जाव अलेस्सा वि, जोगपरिणामेणं मनजोगी वि जाव अजोगी वि, उवओगपरिणामेणं जहा नेरइया, नाणपरिणामेणं आभिनिबोहियनाणी वि जाव केवलनाणी वि, अन्नाणपरिणामेणं तिन्नि वि अन्नाणा, दंसणपरिणामेणं तिन्नि वि दंसणा, चरित्तपरिणामेणं चरित्ती वि अचरित्ती वि चरित्ताचरित्ती वि, वेदपरिणामेणं इत्थि-वेदगा वि पुरिसवेदगा वि नपुंसगवेदगा वि अवेदगा वि। वाणमंतरा गतिपरिणामेणं देवगइया जहा असुरकुमारा। एवं जोतिसिया वि, नवरं–लेस्सापरिणामेणं तेउलेस्सा। वेमानिया वि एवं चेव, नवरं–लेस्सापरिणामेणं तेउलेस्सा वि पम्हलेस्सा वि सुक्कलेस्सा वि। से त्तं जीवपरिणामे।
Sutra Meaning : भगवन्‌ ! गतिपरिणाम कितने प्रकार का है ? गौतम ! चार प्रकार का – निरयगतिपरिणाम, तिर्यग्गति – परिणाम, मनुष्यगतिपरिणाम और देवगतिपरिणाम। इन्द्रियपरिणाम पाँच प्रकार का है – श्रोत्रेन्द्रियपरिणाम, चक्षुरि – न्द्रियपरिणाम, घ्राणेन्द्रियपरिणाम, जिह्वेन्द्रियपरिणाम और स्पर्शेन्द्रियपरिणाम। कषायपरिणाम चार प्रकार का है – क्रोधकषायपरिणाम, मानकषायपरिणाम, मायाकषायपरिणाम और लोभकषायपरिणाम। लेश्यापरिणाम छह प्रकार का है – कृष्णलेश्यापरिणाम, नीललेश्यापरिणाम, कापोतलेश्यापरिणाम, तेजोलश्यापरिणाम, पद्मलेश्या – परिणाम और शुक्ललेश्यापरिणाम। योगपरिणाम तीन प्रकार का है – मनोयोगपरिणाम, वचनयोगपरिणाम और काययोगपरिणाम। उपयोगपरिणाम दो प्रकार का है – साकारोपयोगपरिणाम और अनाकारोपयोगपरिणाम। ज्ञान – परिणाम पाँच प्रकार का है – आभिनिबोधिकज्ञानपरिणाम, श्रुतज्ञानपरिणाम, अवधिज्ञानपरिणाम, मनःपर्यवज्ञान – परिणाम, केवलज्ञानपरिणाम। अज्ञानपरिणाम तीन प्रकार का – मति – अज्ञानपरिणाम, श्रुतअज्ञानपरिणाम और विभंगज्ञानपीरणाम। भगवन्‌ ! दर्शनपरिणाम ? तीन प्रकार का है – सम्यग्दर्शनपरिणाम, मिथ्यादर्शनपरिणाम और सम्यग्‌मिथ्यादर्शनपरिणाम। चारित्रपरिणाम पाँच प्रकार का है – सामायिकचारित्रपरिणाम, छेदोपस्थापनीय – चारित्रपरिणाम, परिहारविशुद्धिचारित्रपरिणाम, सूक्ष्मसम्परायचारित्रपरिणाम और यथाख्यातचारित्रपरिणाम। वेद – परिणाम तीन प्रकार का है – स्त्रीवेदपरिणाम, पुरुषवेदपरिणाम और नपुंसकवेदपरिणाम। नैरयिक जीव गतिपरिणाम से नरकगतिक, इन्द्रियपरिणाम से पंचेन्द्रिय, कषायपरिणाम से क्रोधकषायी यावत्‌ लोभकषायी, लेश्यापरिणाम से कृष्ण, नील और कापोतलेश्यावान्‌ हैं; योगपरिणाम से वे मनोयोगी, वचन योगी और काययोगी हैं; उपयोगपरिणाम से साकारोपयोग और अनाकारोपयोग वाले हैं; ज्ञानपरिणाम से आभिनि – बोधिक, श्रुत और अवधिज्ञानी हैं; अज्ञानपरिणाम से मति, श्रुत और विभंगज्ञानी भी हैं; दर्शनपरिणाम से वे सम्यग्‌ – दृष्टि, मिथ्यादृष्टि हैं और सम्यग्‌मिथ्यादृष्टि भी हैं; चारित्रपरिणाम से अचारित्री हैं; वेदपरिणाम से नपुंसकवेदी हैं। असुरकुमारों को भी इसी प्रकार जानना। विशेषता यह कि वे देवगतिक हैं; कृष्ण तथा नील, कापोत एवं तेजो – लेश्यावाले भी होते हैं; वे स्त्रीवेदक और पुरुषवेदक भी हैं। इसी प्रकार स्तनितकुमारों तक जानना। पृथ्वीकायिकजीव गतिपरिणाम से तिर्यंचगतिक हैं, इन्द्रियपरिणाम से एकेन्द्रिय हैं, शेष, नैरयिकों के समान समझना। विशेषता यह कि लेश्यापरिणाम से (ये) तेजोलेश्यावाले भी होते हैं। योगपरिणाम से काययोगी होते हैं, इनमें ज्ञानपरिणाम नहीं होता। अज्ञानपरिणाम से ये मति और श्रुत – अज्ञानी हैं; दर्शनपरिणाम से मिथ्यादृष्टि हैं, इसी प्रकार अप्कायिक एवं वनस्पतिकायिकों को (समझना।) तेजस्कायिकों एवं वायुकायिकों इसी प्रकार है। विशेष यह है कि लेश्यासम्बन्धी प्ररूपणा नैरयिकों के समान कहना। द्वीन्द्रियजीव गतिपरिणाम से तिर्यंचगतिक हैं, इन्द्रिय परिणाम से द्वीन्द्रिय हैं। शेष नैरयिकों की तरह समझना। विशेषता यह कि (वे) वचनयोगी भी होते हैं, काययोगी भी, ज्ञानपरिणाम से आभिनिबोधिक ज्ञानी भी होते हैं और श्रुतज्ञानी भी; अज्ञानपरिणाम से मतिअज्ञानी भी होते हैं और श्रुत – अज्ञानी भी; दर्शनपरिणाम से सम्यग्दृष्टि भी होते हैं और मिथ्यादृष्टि भी; इसी प्रकार यावत्‌ चतुरिन्द्रिय जीवों तक समझना। विशेष यह कि इन्द्रिय की वृद्धि कर लेना। पंचेन्द्रियतिर्यंचयोनिक जीव गतिपरिणाम से तिर्यंचगतिक हैं। शेष नैरयिकों के समान है। विशेष यह कि लेश्यापरिणाम से यावत्‌ शुक्ललेश्यावाले भी होते हैं; चारित्रपरिणाम से वे अचारित्री और चारित्राचारित्री भी हैं; वेद परिणाम से वे स्त्रीवेदक, पुरुषवेदक और नपुंसक – वेदक भी होते हैं। मनुष्य, गतिपरिणाम से मनुष्यगतिक हैं; इन्द्रियपरिणाम से पंचेन्द्रिय होते हैं, अनिन्द्रिय भी; कषायपरिणाम से क्रोधकषायी, यावत्‌ अकषायी भी होते हैं; लेश्यापरिणाम से कृष्णलेश्या यावत्‌ अलेश्यी भी हैं; योगपरिणाम से मनोयोगी यावत्‌ अयोगी भी हैं; उपयोगपरिणाम से नैरयिकों के समान हैं; ज्ञानपरिणाम से आभिनिबोधिकज्ञानी से यावत्‌ केवलज्ञानी तक भी होते हैं; अज्ञानपरिणाम से तीनों ही अज्ञानवाले हैं, दर्शनपरिणाम से तीनों ही दर्शन हैं; चारित्रपरिणाम से चारित्री, अचारित्री और चारित्राचारित्री भी होते हैं; वेदपरिणाम से (ये) स्त्रीवेदक यावत्‌ अवेदक भी होते हैं। वाणव्यन्तर देव गतिपरिणाम से देवगतिक हैं, शेष असुरकुमारों की तरह समझना। इसी प्रकार ज्योतिष्कों के समस्त परिणामों में भी समझना। विशेष यह कि लेश्यापरिणाम से (वे सिर्फ) तेजोलेश्या वाले होते हैं। वैमानिकों को भी इसी प्रकार समझना। विशेष यह कि वे तेजोलेश्या, पद्मलेश्या और शुक्ललेश्या वाले भी होते हैं।
Mool Sutra Transliteration : [sutra] gatipariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Chauvvihe pannatte, tam jaha–nirayagatipariname tiriyagatipariname manuyagatipariname devagatipariname. Imdiyapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Pamchavihe pannatte, tam jaha–soimdiyapariname chakkhimdiyapariname ghanimdiyapariname jibbhimdiyapariname phasimdiyapariname. Kasayapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Chauvvihe pannatte, tam jaha–kohakasaya-pariname manakasayapariname mayakasayapariname lobhakasayapariname. Lessapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Chhavvihe pannatte, tam jaha–kanhalessa-pariname nilalessapariname kaulessapariname teulessapariname pamhalessapariname sukkalessa pariname. Jogapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Tivihe pannatte, tam jaha–manajogapariname vaijogapariname kayajogapariname. Uvaogapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Duvihe pannatte, tam jaha–sagarovaoga-pariname ya anagarovaogapariname ya. Nanapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Pamchavihe pannatte, tam jaha–abhinibohiya-nanapariname suyananapariname ohinanapariname manapajjavananapariname kevalananapariname. Annanapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Tivihe pannatte, tam jaha–matiannanapariname suyaannanapariname vibhamgananapariname. Damsanapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Tivihe pannatte, tam jaha–sammaddamsanapariname michchhadamsanapariname sammamichchhadamsanapariname. Charittapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Pamchavihe pannatte, tam jaha–samaiyacharitta-pariname chhedovatthavaniyacharittapariname pariharavisuddhiyacharittapariname suhumasamparayacharittapariname ahakkhayacharittapariname. Veyapariname nam bhamte! Kativihe pannatte? Goyama! Tivihe pannatte, tam jaha–itthiveyapariname purisaveyapariname napumsagaveyapariname. Neraiya gatiparinamenam nirayagatiya, imdiyaparinamenam pamchimdiya, kasayaparinamenam kohakasai vi java lobhakasai vi, lessaparinamenam kanhalessa vi nilalessa vi kaulessa vi, jogaparinamenam manajogi vi vaijogi vi kayajogi vi, uvaogaparinamenam sagarovautta vi anagarovautta vi, nanaparinamenam abhinibohiyanani vi suyanani vi ohinani vi, annanaparinamenam matiannani vi suyaannani vi vibhamganani vi, damsanaparinamenam sammadditthi vi michchhadditthi vi sammamichchha-dditthi vi, charittaparinamenam no charitti no charittacharitti acharitti, vedaparinamenam no itthivedaga no purisavedaga napumsagavedaga. Asurakumara vi evam cheva, navaram–devagatiya, kanhalesa vi java teulesa vi, vedaparinamenam itthiveyaga vi purisaveyaga vi no napumsagavedaga. Sesam tam cheva. Evam java thaniyakumara. Pudhavikaiya gatiparinamenam tiriyagatiya, imdiyaparinamenam egimdiya, sesam jaha neraiyanam, navaram–lessaparinamenam teulessa vi, jogaparinamenam kayajogi, nanaparinamo natthi, annanaparinamenam matiannani vi suyaannani vi, damsanaparinamenam michchhaditthi. Sesam tam cheva. Evam au-vanapphaikaiya vi. Teu vau evam cheva, navaram–lessaparinamenam jaha neraiya. Beimdiya gatiparinamenam tiriyagatiya, imdiyaparinamenam beimdiya, sesam jaha neraiyanam, navaram–jogaparinamenam vaiyogi vi kayayogi vi, nanaparinamenam abhinibohiyanani vi suyanani vi, annanaparinamenam matiannani vi suyaannani vi no vibhamganani, damsanaparinamenam sammadditthi vi michchhadditthi vi no sammamichchhaditthi. Sesam tam cheva. Evam java chaurimdiya. Navaram–imdiyaparivuddhi kayavva. Pamchemdiyatirikkhajoniya gatiparinamenam tiriyagatiya. Sesam jaha neraiyanam, navaram–lessaparinamenam java sukkalessa vi, charittaparinamenam no charitti acharitti vi charittacharitti vi, vedaparinamenam itthivedaga vi purisavedaga vi napumsagavedaga vi. Manussa gatiparinamenam manuyagatiya, imdiyaparinamenam pamchemdiya animdiya vi, kasaya-parinamenam kohakasai vi java akasai vi, lessaparinamenam kanhalessa vi java alessa vi, jogaparinamenam manajogi vi java ajogi vi, uvaogaparinamenam jaha neraiya, nanaparinamenam abhinibohiyanani vi java kevalanani vi, annanaparinamenam tinni vi annana, damsanaparinamenam tinni vi damsana, charittaparinamenam charitti vi acharitti vi charittacharitti vi, vedaparinamenam itthi-vedaga vi purisavedaga vi napumsagavedaga vi avedaga vi. Vanamamtara gatiparinamenam devagaiya jaha asurakumara. Evam jotisiya vi, navaram–lessaparinamenam teulessa. Vemaniya vi evam cheva, navaram–lessaparinamenam teulessa vi pamhalessa vi sukkalessa vi. Se ttam jivapariname.
Sutra Meaning Transliteration : Bhagavan ! Gatiparinama kitane prakara ka hai\? Gautama ! Chara prakara ka – nirayagatiparinama, tiryaggati – parinama, manushyagatiparinama aura devagatiparinama. Indriyaparinama pamcha prakara ka hai – shrotrendriyaparinama, chakshuri – ndriyaparinama, ghranendriyaparinama, jihvendriyaparinama aura sparshendriyaparinama. Kashayaparinama chara prakara ka hai – krodhakashayaparinama, manakashayaparinama, mayakashayaparinama aura lobhakashayaparinama. Leshyaparinama chhaha prakara ka hai – krishnaleshyaparinama, nilaleshyaparinama, kapotaleshyaparinama, tejolashyaparinama, padmaleshya – parinama aura shuklaleshyaparinama. Yogaparinama tina prakara ka hai – manoyogaparinama, vachanayogaparinama aura kayayogaparinama. Upayogaparinama do prakara ka hai – sakaropayogaparinama aura anakaropayogaparinama. Jnyana – parinama pamcha prakara ka hai – abhinibodhikajnyanaparinama, shrutajnyanaparinama, avadhijnyanaparinama, manahparyavajnyana – parinama, kevalajnyanaparinama. Ajnyanaparinama tina prakara ka – mati – ajnyanaparinama, shrutaajnyanaparinama aura vibhamgajnyanapiranama. Bhagavan ! Darshanaparinama\? Tina prakara ka hai – samyagdarshanaparinama, mithyadarshanaparinama aura samyagmithyadarshanaparinama. Charitraparinama pamcha prakara ka hai – samayikacharitraparinama, chhedopasthapaniya – charitraparinama, pariharavishuddhicharitraparinama, sukshmasamparayacharitraparinama aura yathakhyatacharitraparinama. Veda – parinama tina prakara ka hai – strivedaparinama, purushavedaparinama aura napumsakavedaparinama. Nairayika jiva gatiparinama se narakagatika, indriyaparinama se pamchendriya, kashayaparinama se krodhakashayi yavat lobhakashayi, leshyaparinama se krishna, nila aura kapotaleshyavan haim; yogaparinama se ve manoyogi, vachana yogi aura kayayogi haim; upayogaparinama se sakaropayoga aura anakaropayoga vale haim; jnyanaparinama se abhini – bodhika, shruta aura avadhijnyani haim; ajnyanaparinama se mati, shruta aura vibhamgajnyani bhi haim; darshanaparinama se ve samyag – drishti, mithyadrishti haim aura samyagmithyadrishti bhi haim; charitraparinama se acharitri haim; vedaparinama se napumsakavedi haim. Asurakumarom ko bhi isi prakara janana. Visheshata yaha ki ve devagatika haim; krishna tatha nila, kapota evam tejo – leshyavale bhi hote haim; ve strivedaka aura purushavedaka bhi haim. Isi prakara stanitakumarom taka janana. Prithvikayikajiva gatiparinama se tiryamchagatika haim, indriyaparinama se ekendriya haim, shesha, nairayikom ke samana samajhana. Visheshata yaha ki leshyaparinama se (ye) tejoleshyavale bhi hote haim. Yogaparinama se kayayogi hote haim, inamem jnyanaparinama nahim hota. Ajnyanaparinama se ye mati aura shruta – ajnyani haim; darshanaparinama se mithyadrishti haim, isi prakara apkayika evam vanaspatikayikom ko (samajhana.) tejaskayikom evam vayukayikom isi prakara hai. Vishesha yaha hai ki leshyasambandhi prarupana nairayikom ke samana kahana. Dvindriyajiva gatiparinama se tiryamchagatika haim, indriya parinama se dvindriya haim. Shesha nairayikom ki taraha samajhana. Visheshata yaha ki (ve) vachanayogi bhi hote haim, kayayogi bhi, jnyanaparinama se abhinibodhika jnyani bhi hote haim aura shrutajnyani bhi; ajnyanaparinama se matiajnyani bhi hote haim aura shruta – ajnyani bhi; darshanaparinama se samyagdrishti bhi hote haim aura mithyadrishti bhi; isi prakara yavat chaturindriya jivom taka samajhana. Vishesha yaha ki indriya ki vriddhi kara lena. Pamchendriyatiryamchayonika jiva gatiparinama se tiryamchagatika haim. Shesha nairayikom ke samana hai. Vishesha yaha ki leshyaparinama se yavat shuklaleshyavale bhi hote haim; charitraparinama se ve acharitri aura charitracharitri bhi haim; veda parinama se ve strivedaka, purushavedaka aura napumsaka – vedaka bhi hote haim. Manushya, gatiparinama se manushyagatika haim; indriyaparinama se pamchendriya hote haim, anindriya bhi; kashayaparinama se krodhakashayi, yavat akashayi bhi hote haim; leshyaparinama se krishnaleshya yavat aleshyi bhi haim; yogaparinama se manoyogi yavat ayogi bhi haim; upayogaparinama se nairayikom ke samana haim; jnyanaparinama se abhinibodhikajnyani se yavat kevalajnyani taka bhi hote haim; ajnyanaparinama se tinom hi ajnyanavale haim, darshanaparinama se tinom hi darshana haim; charitraparinama se charitri, acharitri aura charitracharitri bhi hote haim; vedaparinama se (ye) strivedaka yavat avedaka bhi hote haim. Vanavyantara deva gatiparinama se devagatika haim, shesha asurakumarom ki taraha samajhana. Isi prakara jyotishkom ke samasta parinamom mem bhi samajhana. Vishesha yaha ki leshyaparinama se (ve sirpha) tejoleshya vale hote haim. Vaimanikom ko bhi isi prakara samajhana. Vishesha yaha ki ve tejoleshya, padmaleshya aura shuklaleshya vale bhi hote haim.