Sutra Navigation: Bhagavati ( भगवती सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1004271 | ||
Scripture Name( English ): | Bhagavati | Translated Scripture Name : | भगवती सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
शतक-१९ |
Translated Chapter : |
शतक-१९ |
Section : | उद्देशक-८ निवृत्ति | Translated Section : | उद्देशक-८ निवृत्ति |
Sutra Number : | 771 | Category : | Ang-05 |
Gatha or Sutra : | Gatha | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [गाथा] जीवाणं निव्वत्ति कम्मपगडी सरीर निव्वत्ति | सव्विंदिय निव्वत्ति भासा य मणे कसाया य || | ||
Sutra Meaning : | १. जीव, २. कर्मप्रकृति, ३. शरीर, ४. सर्वेन्द्रिय, ५. भाषा, ६. मन, ७. कषाय। तथा – ८. वर्ण, ९. गंध, १०. रस, ११. स्पर्श, १२. संस्थान, १३. संज्ञा, १४. लेश्या, १५. दृष्टि, १६. ज्ञान, १७. अज्ञान, १८. उपयोग और १९. योग, (इन सबकी निर्वृत्ति का कथन इस उद्देशक में किया गया है)। हे भगवन् ! यह इसी प्रकार है। भगवन् ! यह इसी प्रकार है। सूत्र – ७७१–७७३ | ||
Mool Sutra Transliteration : | [gatha] jivanam nivvatti kammapagadi sarira nivvatti | Savvimdiya nivvatti bhasa ya mane kasaya ya || | ||
Sutra Meaning Transliteration : | 1. Jiva, 2. Karmaprakriti, 3. Sharira, 4. Sarvendriya, 5. Bhasha, 6. Mana, 7. Kashaya. Tatha – 8. Varna, 9. Gamdha, 10. Rasa, 11. Sparsha, 12. Samsthana, 13. Samjnya, 14. Leshya, 15. Drishti, 16. Jnyana, 17. Ajnyana, 18. Upayoga aura 19. Yoga, (ina sabaki nirvritti ka kathana isa uddeshaka mem kiya gaya hai). He bhagavan ! Yaha isi prakara hai. Bhagavan ! Yaha isi prakara hai. Sutra – 771–773 |