Sutra Navigation: Sthanang ( स्थानांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1002917 | ||
Scripture Name( English ): | Sthanang | Translated Scripture Name : | स्थानांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
स्थान-१० |
Translated Chapter : |
स्थान-१० |
Section : | Translated Section : | ||
Sutra Number : | 917 | Category : | Ang-03 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] रुयगवरे णं पव्वते दस जोयणसयाइं उव्वेहेणं, मूले दस जोयणसहस्साइं विक्खंभेणं, उवरिं दस जोयणसताइं विक्खंभेणं पन्नत्ते। एवं कुंडलवरेवि। | ||
Sutra Meaning : | रुचकवर पर्वत दश सौ योजन भूमि में गहरे हैं। मूल में (भूमि पर) दस हजार योजन चौड़े हैं। ऊपर से दस सौ योजन चौड़े हैं। इसी प्रकार कुण्डलवर पर्वत का प्रमाण भी कहना चाहिए। | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] ruyagavare nam pavvate dasa joyanasayaim uvvehenam, mule dasa joyanasahassaim vikkhambhenam, uvarim dasa joyanasataim vikkhambhenam pannatte. Evam kumdalavarevi. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Ruchakavara parvata dasha sau yojana bhumi mem gahare haim. Mula mem (bhumi para) dasa hajara yojana chaure haim. Upara se dasa sau yojana chaure haim. Isi prakara kundalavara parvata ka pramana bhi kahana chahie. |