Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
Search Details
Mool File Details |
|
Anuvad File Details |
|
Sr No : | 1000006 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Section : | उद्देशक-१ जीव अस्तित्व | Translated Section : | उद्देशक-१ जीव अस्तित्व |
Sutra Number : | 6 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] अकरिस्सं चहं, कारवेसुं चहं, करओ यावि समणुण्णे भविस्सामि। | ||
Sutra Meaning : | (वह आत्मवादी मनुष्य यह जानता/मानता है कि) – मैंने क्रिया की थी। मैं क्रिया करवाता हूँ। मैं क्रिया करने वाले का भी अनुमोदन करूँगा। लोक – संसार में ये सब क्रियाएं हैं, अतः ये सब जानने तथा त्यागने योग्य हैं। सूत्र – ६, ७ | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] akarissam chaham, karavesum chaham, karao yavi samanunne bhavissami. | ||
Sutra Meaning Transliteration : | (vaha atmavadi manushya yaha janata/manata hai ki) – maimne kriya ki thi. Maim kriya karavata hum. Maim kriya karane vale ka bhi anumodana karumga. Loka – samsara mem ye saba kriyaem haim, atah ye saba janane tatha tyagane yogya haim. Sutra – 6, 7 |