Sutra Navigation: Acharang ( आचारांग सूत्र )
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Mool File Details |
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Anuvad File Details |
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Sr No : | 1000003 | ||
Scripture Name( English ): | Acharang | Translated Scripture Name : | आचारांग सूत्र |
Mool Language : | Ardha-Magadhi | Translated Language : | Hindi |
Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Translated Chapter : |
श्रुतस्कंध-१ अध्ययन-१ शस्त्र परिज्ञा |
Section : | उद्देशक-१ जीव अस्तित्व | Translated Section : | उद्देशक-१ जीव अस्तित्व |
Sutra Number : | 3 | Category : | Ang-01 |
Gatha or Sutra : | Sutra | Sutra Anuyog : | |
Author : | Deepratnasagar | Original Author : | Gandhar |
Century : | Sect : | Svetambara1 | |
Source : | |||
Mool Sutra : | [सूत्र] अत्थि मे आया ओववाइए, नत्थि मे आया ओववाइए, के अहं आसी? के वा इओ चुओ इह पेच्चा भविस्सामि? | ||
Sutra Meaning : | इसी प्रकार कुछ प्राणियों को यह ज्ञान नहीं होता कि मेरी आत्मा औपपातिक है अथवा नहीं ? मैं पूर्व जन्म में कौन था ? मैं यहाँ से च्युत होकर अगले जन्म में क्या होऊंगा ? | ||
Mool Sutra Transliteration : | [sutra] atthi me aya ovavaie, natthi me aya ovavaie, ke aham asi? Ke va io chuo iha pechcha bhavissami? | ||
Sutra Meaning Transliteration : | Isi prakara kuchha praniyom ko yaha jnyana nahim hota ki meri atma aupapatika hai athava nahim\? Maim purva janma mem kauna tha\? Maim yaham se chyuta hokara agale janma mem kya houmga\? |